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Kash Patel: गुजराती मूल के काश पटेल बन सकते हैं CIA प्रमुख, ट्रंप के बड़े वफादारों में शामिल

Kashyap Kash Patel: भारतीय मूल के काश पटेल को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई टीम में प्रमुख जिम्मेदारी मिल सकती है.

Who Is Kashyap Kash Patel Likely To become CIA Chief in Donald Trump Administration
भारतीय मूल के काश पटेल - डोनाल्ड ट्रंप (AP)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 7, 2024, 10:23 PM IST

वॉशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बनने के लिए तैयार हैं. वह अगले साल 20 जनवरी को सत्ता संभालेंगे. वहीं, राष्ट्रपति चुने जाने के बाद ट्रंप अपनी नई टीम के गठन में जुट गए हैं. ट्रंप की टीम में भारतीय मूल के कश्यप प्रमोद पटेल को भी शामिल किए जाने की चर्चा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, काश पटेल के नाम से जाने वाले कश्यप को अमेरिका की केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) का प्रमुख बनाया जा सकता है.

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, ट्रंप के कुछ सहयोगी काश पटेल को सीआईए निदेशक की भूमिका में देखना चाहते हैं, जिन्हें ट्रंप का बड़ा वफादार माना जाता है. हालांकि, सीनेट की मंजूरी की आवश्यकता वाले किसी भी पद के लिए चुनौती हो सकती है.

पूर्व रिपब्लिकन स्टाफर काश पटेल डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक हैं. उन्होंने ट्रंप के पहले कार्यकाल में रक्षा और खुफिया विभागों में विभिन्न उच्च स्टाफ पदों पर काम किया था. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में काश पटेल ने रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के अभियान के दौरान दिखाई देते हैं.

ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान, पटेल ने कुछ अधिक अनुभवी राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों से दुश्मनी मोल ली, जिन्होंने उन्हें अस्थिर और तत्कालीन राष्ट्रपति को खुश करने के लिए बहुत उत्सुक के रूप में देखा.

कश्यप पटेल कौन हैं
कश्यप पटेल गुजराती मूल के हैं और उनका जन्म 1980 में न्यूयॉर्क के गार्डन सिटी में हुआ था. द अटलांटिक की एक रिपोर्ट के अनुसार, पटेल के माता-पिता पूर्वी अफ्रीका में पले-बढ़े थे. उनके पिता प्रमोद ने 1970 के दशक में युगांडा छोड़ दिया था, जब इदी अमीन तानाशाह थे.

कश्यप पटेल ने रिचमंड विश्वविद्यालय (वर्जीनिया) में स्नातक की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद उन्होंने न्यूयॉर्क लौटकर कानून की डिग्री हासिल की. उन्होंने ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन फैकल्टी ऑफ लॉज से अंतरराष्ट्रीय कानून में सर्टिफिकेट भी हासिल किया है. पटेल को वकील बनने का विचार न्यूयॉर्क के कुछ अमीर और शक्तिशाली लोगों के लिए काम करने के बाद आया.

हिंदू परिवार में पले-बढ़े कश्यप पटेल ने यहूदी धर्मशास्त्री अब्राहम जोशुआ हेशेल का एक कोट लिखा था, "नस्लवाद मनुष्य के लिए सबसे बड़ा खतरा है."

काश पटेल पेशे से वकील हैं, जिन्हें सरकार में सीमित अनुभव है और उन्होंने फ्लोरिडा के मियामी शहर की अदालतों में लगभग नौ साल बिताए हैं, जहां उन्होंने हत्या, नार्को-तस्करी और वित्तीय अपराधों सहित जटिल मामलों को हैंडल किया. वह फ्लोरिडा में चार साल तक राज्य के सरकारी वकील और फिर चार साल तक संघीय सरकारी वकील रहे.

अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के अभियोजक रहे
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बाद में वह फ्लोरिडा से वॉशिंगटन डीसी चले गए और न्याय विभाग में आतंकवाद से संबंधित मामलों के लिए अभियोजक (सरकारी वकील) बन गए. यहां वह करीब साढ़े तीन साल तक अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के अभियोजक रहे. इस दौरान काश पटेल ने दुनिया भर में कई मामलों पर काम किया, जिसमें अमेरिका, पूर्वी अफ्रीका और युगांडा और केन्या शामिल हैं.

यह भी पढ़ें- डोनाल्ड ट्रंप का 'मुस्लिम' कार्ड, चुनाव में पलट दी बाजी, कमला हैरिस पर भारी पड़ी नाराजगी

वॉशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बनने के लिए तैयार हैं. वह अगले साल 20 जनवरी को सत्ता संभालेंगे. वहीं, राष्ट्रपति चुने जाने के बाद ट्रंप अपनी नई टीम के गठन में जुट गए हैं. ट्रंप की टीम में भारतीय मूल के कश्यप प्रमोद पटेल को भी शामिल किए जाने की चर्चा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, काश पटेल के नाम से जाने वाले कश्यप को अमेरिका की केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) का प्रमुख बनाया जा सकता है.

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, ट्रंप के कुछ सहयोगी काश पटेल को सीआईए निदेशक की भूमिका में देखना चाहते हैं, जिन्हें ट्रंप का बड़ा वफादार माना जाता है. हालांकि, सीनेट की मंजूरी की आवश्यकता वाले किसी भी पद के लिए चुनौती हो सकती है.

पूर्व रिपब्लिकन स्टाफर काश पटेल डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक हैं. उन्होंने ट्रंप के पहले कार्यकाल में रक्षा और खुफिया विभागों में विभिन्न उच्च स्टाफ पदों पर काम किया था. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में काश पटेल ने रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के अभियान के दौरान दिखाई देते हैं.

ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान, पटेल ने कुछ अधिक अनुभवी राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों से दुश्मनी मोल ली, जिन्होंने उन्हें अस्थिर और तत्कालीन राष्ट्रपति को खुश करने के लिए बहुत उत्सुक के रूप में देखा.

कश्यप पटेल कौन हैं
कश्यप पटेल गुजराती मूल के हैं और उनका जन्म 1980 में न्यूयॉर्क के गार्डन सिटी में हुआ था. द अटलांटिक की एक रिपोर्ट के अनुसार, पटेल के माता-पिता पूर्वी अफ्रीका में पले-बढ़े थे. उनके पिता प्रमोद ने 1970 के दशक में युगांडा छोड़ दिया था, जब इदी अमीन तानाशाह थे.

कश्यप पटेल ने रिचमंड विश्वविद्यालय (वर्जीनिया) में स्नातक की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद उन्होंने न्यूयॉर्क लौटकर कानून की डिग्री हासिल की. उन्होंने ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन फैकल्टी ऑफ लॉज से अंतरराष्ट्रीय कानून में सर्टिफिकेट भी हासिल किया है. पटेल को वकील बनने का विचार न्यूयॉर्क के कुछ अमीर और शक्तिशाली लोगों के लिए काम करने के बाद आया.

हिंदू परिवार में पले-बढ़े कश्यप पटेल ने यहूदी धर्मशास्त्री अब्राहम जोशुआ हेशेल का एक कोट लिखा था, "नस्लवाद मनुष्य के लिए सबसे बड़ा खतरा है."

काश पटेल पेशे से वकील हैं, जिन्हें सरकार में सीमित अनुभव है और उन्होंने फ्लोरिडा के मियामी शहर की अदालतों में लगभग नौ साल बिताए हैं, जहां उन्होंने हत्या, नार्को-तस्करी और वित्तीय अपराधों सहित जटिल मामलों को हैंडल किया. वह फ्लोरिडा में चार साल तक राज्य के सरकारी वकील और फिर चार साल तक संघीय सरकारी वकील रहे.

अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के अभियोजक रहे
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बाद में वह फ्लोरिडा से वॉशिंगटन डीसी चले गए और न्याय विभाग में आतंकवाद से संबंधित मामलों के लिए अभियोजक (सरकारी वकील) बन गए. यहां वह करीब साढ़े तीन साल तक अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के अभियोजक रहे. इस दौरान काश पटेल ने दुनिया भर में कई मामलों पर काम किया, जिसमें अमेरिका, पूर्वी अफ्रीका और युगांडा और केन्या शामिल हैं.

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