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अम्बेडकरनगर: पीएम किसान सम्मान निधि के घोटालेबाजों पर दर्ज हुआ मुकदमा - अम्बेडकरनगर में घोटाला

यूपी के अम्बेडकरनगर में पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत करोंड़ों का गबन करने वाले घोटालेबाजों पर मुकदमा दर्ज किया गया. ग्राम प्रधान ने कुछ अधिकारियों के साथ मिलकर जालसाजी कर करोड़ों सरकारी रुपये का गबन कर लिया था. मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए घोटालेबाजों पर मुकदमा दर्ज किया गया है.

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उप कृषि निदेशक.
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Published : Sep 3, 2020, 8:21 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:26 PM IST

अम्बेडकरनगर: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में जालसाजी कर करोड़ों रुपये गबन करने के मामले में ईटीवी भारत द्वारा चलाई गई खबर (अंबेडकरनगरः अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी पैसे का हो रहा गबन )का बड़ा असर हुआ है. मामले की जांच करने के बाद कृषि विभाग ने ग्राम प्रधान और परिषदीय विद्यालय के अध्यापक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है, जबकि राजस्व और बैंक कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए पत्र भेजा गया है.

पीएम किसान सम्मान निधि के सरकारी धन का गबन.
  • जालसाजी का मामला जिले के जलालपुर तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मुरवाह बडेपुर का है.
  • पीएम किसान सम्मान निधि के तहत भेजे गए सरकारी धन को ग्राम प्रधान द्वारा किया गया गबन.
  • फर्जीवाड़े के लिए मासूम बच्चों और ग्रामीणों के खाते और फर्जी मोबाइल नंबर का किया गया प्रयोग.
  • घोटाले में ग्राम प्रधान के साथ कुछ जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी भी हैं शामिल.


मामला अम्बेडकरनगर जिले के जलालपुर तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मुरवाह बडेपुर का है. उक्त गांव में सैकडों लोगों के नाम पर पीएम किसान सम्मान निधि की रकम भेज दी गयी थी, जिनके पास भूमि ही नहीं थी. इसमें ग्राम प्रधान के साथ कुछ जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल थे. जालसाजों ने भूमिहीनों के खाते और आधार नम्बर का प्रयोग कर उसमें सम्मान निधि का पैसा डाला और बाद में उसे निकाल लिया. खाता धारकों को पैसा आने की जानकारी न हो, इसलिए उनके खाते से किसी और का मोबाइल नम्बर का लिंक किया गया था. ओटीपी के माध्यम से पैसा निकाल गया.

जालसाजों ने गांव के परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले छोटे-छोटे बच्चों के खातों का प्रयोग भी किया. स्कूल में छात्रवृति के लिए ग्राम प्रधान और अध्यापक द्वारा खाता खुलवाया गया था, जिनकी उम्र महज 8 से 10 साल थी. उनके भी खाते में पैसा भेजकर निकाल लिया गया था और यहां भी मोबाइल नम्बर दूसरे का ही लिंक किया गया था.

यही नहीं जालसाजों ने दूसरे का खाता नम्बर और दूसरे का आधार फीडिंग कर किसान सम्मान निधि के पैसे का वारा न्यारा किया. अधिकांश खाता नम्बरों में एक बात कॉमन थी कि इन खातों में किसी और का मोबाइल नम्बर फीड था. इस खबर को सबसे पहले ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था, जिसके हरकत में आए उप कृषि निदेशक रामदत्त बागला ने उप कृषि अधिकारी राजमंगल चौधरी को मामले की जांच सौंपी थी.

इसे भी पढ़ें:- अंबेडकरनगरः अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी पैसे का हो रहा गबन

जांच रिपोर्ट आने के बाद राम आशीष यादव उप संभागीय कृषि अधिकारी जलालपुर ने दो लोगों के विरुद्ध जलालपुर थाने में नामजद मुकदमा दर्ज कराया है.

वहीं उप कृषि निदेशक रामदत्त बागला ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर ग्राम प्रधान और एक अध्यापक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ है. साथ ही राजस्व विभाग और बैंक कर्मियों के विरुद्ध भी पत्र लिखा गया है.

अम्बेडकरनगर: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में जालसाजी कर करोड़ों रुपये गबन करने के मामले में ईटीवी भारत द्वारा चलाई गई खबर (अंबेडकरनगरः अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी पैसे का हो रहा गबन )का बड़ा असर हुआ है. मामले की जांच करने के बाद कृषि विभाग ने ग्राम प्रधान और परिषदीय विद्यालय के अध्यापक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है, जबकि राजस्व और बैंक कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए पत्र भेजा गया है.

पीएम किसान सम्मान निधि के सरकारी धन का गबन.
  • जालसाजी का मामला जिले के जलालपुर तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मुरवाह बडेपुर का है.
  • पीएम किसान सम्मान निधि के तहत भेजे गए सरकारी धन को ग्राम प्रधान द्वारा किया गया गबन.
  • फर्जीवाड़े के लिए मासूम बच्चों और ग्रामीणों के खाते और फर्जी मोबाइल नंबर का किया गया प्रयोग.
  • घोटाले में ग्राम प्रधान के साथ कुछ जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी भी हैं शामिल.


मामला अम्बेडकरनगर जिले के जलालपुर तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मुरवाह बडेपुर का है. उक्त गांव में सैकडों लोगों के नाम पर पीएम किसान सम्मान निधि की रकम भेज दी गयी थी, जिनके पास भूमि ही नहीं थी. इसमें ग्राम प्रधान के साथ कुछ जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल थे. जालसाजों ने भूमिहीनों के खाते और आधार नम्बर का प्रयोग कर उसमें सम्मान निधि का पैसा डाला और बाद में उसे निकाल लिया. खाता धारकों को पैसा आने की जानकारी न हो, इसलिए उनके खाते से किसी और का मोबाइल नम्बर का लिंक किया गया था. ओटीपी के माध्यम से पैसा निकाल गया.

जालसाजों ने गांव के परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले छोटे-छोटे बच्चों के खातों का प्रयोग भी किया. स्कूल में छात्रवृति के लिए ग्राम प्रधान और अध्यापक द्वारा खाता खुलवाया गया था, जिनकी उम्र महज 8 से 10 साल थी. उनके भी खाते में पैसा भेजकर निकाल लिया गया था और यहां भी मोबाइल नम्बर दूसरे का ही लिंक किया गया था.

यही नहीं जालसाजों ने दूसरे का खाता नम्बर और दूसरे का आधार फीडिंग कर किसान सम्मान निधि के पैसे का वारा न्यारा किया. अधिकांश खाता नम्बरों में एक बात कॉमन थी कि इन खातों में किसी और का मोबाइल नम्बर फीड था. इस खबर को सबसे पहले ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था, जिसके हरकत में आए उप कृषि निदेशक रामदत्त बागला ने उप कृषि अधिकारी राजमंगल चौधरी को मामले की जांच सौंपी थी.

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जांच रिपोर्ट आने के बाद राम आशीष यादव उप संभागीय कृषि अधिकारी जलालपुर ने दो लोगों के विरुद्ध जलालपुर थाने में नामजद मुकदमा दर्ज कराया है.

वहीं उप कृषि निदेशक रामदत्त बागला ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर ग्राम प्रधान और एक अध्यापक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ है. साथ ही राजस्व विभाग और बैंक कर्मियों के विरुद्ध भी पत्र लिखा गया है.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:26 PM IST
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