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रामायण एक्सप्रेस में साधु के भेष में वेटर, भड़की निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर - निरंजनी अखाड़ा

निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर डॉक्टर अन्नपूर्णा भारती ने रामायण एक्सप्रेस ट्रेन में साधुओं की वेशभूषा और रुद्राक्ष धारण कर जूठे बर्तन उठाने को लेकर विरोध किया है. उन्होंने कहा है कि यह सनातन व सन्यासी परंपरा की वेशभूषा का अपमान है.

भड़की निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर
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Published : Nov 20, 2021, 1:23 PM IST

Updated : Nov 20, 2021, 1:33 PM IST

अलीगढ़: निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर डॉक्टर अन्नपूर्णा भारती ने रामायण एक्सप्रेस ट्रेन में साधुओं की वेशभूषा और रुद्राक्ष धारण कर जूठे बर्तन उठाने को लेकर विरोध किया है. उन्होंने कहा है कि यह सनातन व सन्यासी परंपरा की वेशभूषा का अपमान है. महामंडलेश्वर डा. अन्नपूर्णा भारती ने हिन्दू महासभा के कार्यालय पर कहा कि सरकार को इसे संज्ञान में लेना चाहिए और इस संबंध में कार्यवाही करें ताकि भविष्य में ऐसी गलती न दोहराई जाएं.



निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर डॉक्टर अन्नपूर्णा भारती ने कहा कि रामायण एक्सप्रेस ट्रेन में काम करने वाले कर्मचारियों को साधू सन्यासियों का वेश धारण कराकर जूठे बर्तन उठावाये जा रहे हैं. इसे सन्यासी बर्दाश्त नहीं करेगा. निरंजनी आखड़ें की महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती ने कहा है कि राजनीतिक दल अपने निजी फायदे के लिए किसी की तरह की आहुति दे रहे हैं. लेकिन संत समाज को लेकर अगर ऐसा किया जा रहा है तो यह ठीक नहीं है. अन्नपूर्णा भारती ने सरकार से अपील की है कि इस वेशभूषा को बदला जाए.

भड़की निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर

यह भी पढ़ें- प्रियंका के बाद वरुण गांधी ने PM मोदी को लिखा पत्र, किसानों की मांगें मानने और गृह राज्यमंत्री पर कार्रवाई की मांग की

वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा सन्यासी को चिलम जिवी कहने पर उन्होंने कहा कि इस तरह की टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि शास्त्र उठाने वाले हाथों में शस्त्र उठा लिया तो परिणाम नहीं झेल पाएंगे. उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव के लिए कहा कि उनके गुरु या संत भी भगवाधारी होंगे तो क्या उनको भी वैसा ही कहेंगे. उन्होंने कहा कि गुरु माता पिता के समतुल्य होता है. तो क्या इस तरीके से अपने मां -बाप को भी बोलेगें. अखिलेश यादव अपने संस्कारों को न भूलें. क्योंकि सनातन धर्म में भगवा, गुरु, संत पूजनीय होते हैं और अपमान की स्थिति बर्दाश्त नहीं की जाएगी. महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती ने अखिलेश यादव द्वारा संतो को चिलमजिवी कहने के बयान की निंदा की हैं.



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अलीगढ़: निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर डॉक्टर अन्नपूर्णा भारती ने रामायण एक्सप्रेस ट्रेन में साधुओं की वेशभूषा और रुद्राक्ष धारण कर जूठे बर्तन उठाने को लेकर विरोध किया है. उन्होंने कहा है कि यह सनातन व सन्यासी परंपरा की वेशभूषा का अपमान है. महामंडलेश्वर डा. अन्नपूर्णा भारती ने हिन्दू महासभा के कार्यालय पर कहा कि सरकार को इसे संज्ञान में लेना चाहिए और इस संबंध में कार्यवाही करें ताकि भविष्य में ऐसी गलती न दोहराई जाएं.



निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर डॉक्टर अन्नपूर्णा भारती ने कहा कि रामायण एक्सप्रेस ट्रेन में काम करने वाले कर्मचारियों को साधू सन्यासियों का वेश धारण कराकर जूठे बर्तन उठावाये जा रहे हैं. इसे सन्यासी बर्दाश्त नहीं करेगा. निरंजनी आखड़ें की महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती ने कहा है कि राजनीतिक दल अपने निजी फायदे के लिए किसी की तरह की आहुति दे रहे हैं. लेकिन संत समाज को लेकर अगर ऐसा किया जा रहा है तो यह ठीक नहीं है. अन्नपूर्णा भारती ने सरकार से अपील की है कि इस वेशभूषा को बदला जाए.

भड़की निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर

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वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा सन्यासी को चिलम जिवी कहने पर उन्होंने कहा कि इस तरह की टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि शास्त्र उठाने वाले हाथों में शस्त्र उठा लिया तो परिणाम नहीं झेल पाएंगे. उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव के लिए कहा कि उनके गुरु या संत भी भगवाधारी होंगे तो क्या उनको भी वैसा ही कहेंगे. उन्होंने कहा कि गुरु माता पिता के समतुल्य होता है. तो क्या इस तरीके से अपने मां -बाप को भी बोलेगें. अखिलेश यादव अपने संस्कारों को न भूलें. क्योंकि सनातन धर्म में भगवा, गुरु, संत पूजनीय होते हैं और अपमान की स्थिति बर्दाश्त नहीं की जाएगी. महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती ने अखिलेश यादव द्वारा संतो को चिलमजिवी कहने के बयान की निंदा की हैं.



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Last Updated : Nov 20, 2021, 1:33 PM IST
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