अलीगढ़: 'प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना' गर्भवती के स्वास्थ्य की देखभाल में मदद के लिए एक सराहनीय पहल है. इस योजना के तहत पहली बार गर्भवती होने पर तीन किश्तों में महिलाओं को पांच हजार रुपये मिलते हैं. योजना के नोडल अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि अलीगढ़ में 25 जनवरी 2021 तक 62,897 प्रथम बार गर्भधारण करने वाली महिलाओं को योजना का लाभ मिल चुका है. 20,126 और महिलाओं को इस योजना के तहत मार्च तक लाभ दिलाना है.
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि जनवरी 2017 से मार्च 2021 तक का लक्ष्य 83,043 निर्धारित किया गया है. 'प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना' का लाभ लेने के लिए प्रथम बार गर्भधारण करने वाली पात्र महिला क्षेत्रीय आशा एवं एएनएम से संपर्क कर योजना का लाभ उठा सकती है.
ऑनलाइन आवेदन कर घर बैठे उठाएं योजना का लाभ
योजना की जिला कार्यक्रम समन्वयक गीतू हरकुट का कहना है कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती के स्वास्थ्य की देखभाल के साथ ही बच्चे के भी बेहतर स्वास्थ्य व सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित करना है. उन्होंने कहा कि योजना का लाभ लेने के लिए महिला लाभार्थी को अपने बैंक खाते का विवरण, अपना एवं पति का आधार कार्ड, टीकाकरण कार्ड, जिसमें महिला की जांच का विवरण दर्ज हो, बच्चे का जन्म प्रमाणपत्र और बच्चे का टीकाकरण कार्ड अपने क्षेत्र की आशाओं को उपलब्ध कराना होगा. 'प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना' के लाभ लिए अब www.pmmvy.cas.nic.in पर घर बैठे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
गर्भवती को मिलती है पांच हजार की राशि
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं की देखरेख एवं बच्चे के विकास के लिए सरकार द्वारा 'प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना' चलाई जा रही है. इस योजना की राशि का लाभ गर्भवती को केवल अपने पहले बच्चे के लिए दिया जाएगा. कुल पांच हजार रुपये की राशि तीन किश्तों में लाभार्थियों को दी जाएगी. इसके लिए आंगनबाड़ी केंद्र या सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में रजिस्ट्रेशन कराना होता है. इस योजना का लाभ उठाने के लिए महिलाएं गर्भधारण के बाद आशा एवं एएनएम से संपर्क कर सकती हैं. इस योजना का लाभ उठाने के लिए लाभार्थी को अपने आधार कार्ड को बैंक के खाते से जोड़ना पड़ता है. पहली किश्त एक हजार रुपये लाभार्थी महिला को टीकाकरण सत्र के दौरान पंजीकृत होने के बाद दी जाती है.
सीधे लाभार्थी के खाते में जाती है राशि
जब महिला की गर्भावस्था छह माह हो जाती है तब गर्भवती महिला की जांच होगी और उसे दूसरी किश्त दो हजार रुपये की दी जायेगी. बच्चे के प्रथम चक्र के टीकाकरण और जन्म पंजीकरण के बाद दो हजार रुपये तीसरी किश्त के रूप में मिलेगा. सभी किश्त सीधे लाभार्थी के खाते में डीबीटी के माध्यम से भेजी जाएगी.