अलीगढ़: पाकिस्तान के बलूचिस्तान की रहने वाली लाजवंती को 15 साल के लंबे संघर्ष के बाद भारत की नागरिकता मिली है. नागरिकता मिलने के बाद परिवार में खुशी का माहौल है. इसको लेकर लाजवंती ने मोदी सरकार का शुक्रिया अदा किया है.
- लाजवंती ने नागरिकता लेने के लिए 2015 में मोदी सरकार से गुहार लगाई थी.
- डीएम चंद्रभूषण सिंह ने लाजवंती को भारत की नागरिकता मिलने का प्रमाण पत्र दिया.
- लाजवंती पति रमेशलाल के साथ थाना बन्नादेवी के नई बस्ती इलाके में बीते 15 साल से रह रही हैं.
- लाजवंती वर्ष 2004 में अलीगढ़ आई थीं.
- लाजवंती का वर्ष 1953 में पश्चिमी पाकिस्तान के बलूचिस्तान में जन्म हुआ था.
- वर्ष 1972 में उनकी रमेशलाल से बलूचिस्तान में ही शादी हुई थी.
- तब से वहां किराए की दुकान चलाकर परिवार का पेट पालन करते थे.
लाजवंती ने पति रमेशलाल से इंडिया में रहने के लिए कहा. रमेशलाल के बड़े भाई बच्चाराम इंडिया में ही रहते हैं, जिससे रमेशलाल ने संपर्क किया तो बच्चाराम ने रमेश लाल को इंडिया बुला लिया. इसके बाद पासपोर्ट और वीजा से इंडिया में 15 साल बताए. इसके साथ ही नागरिकता लेने के लिए 2015 में गुहार लगाई. अब लाजवंती को भारत की नागरिकता मिली है.
रमेश लाल और लाजवंती बलूचिस्तान से यहां पर आए थे. इनका नागरिकता का प्रकरण भारत सरकार में विचाराधीन था. उनकी नागरिकता का पत्र शासन से प्राप्त हुआ है, जो उनको उपलब्ध कराया गया है.
-चंद्रभूषण सिंह, डीएम