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15 साल बाद मिली भारत की नागरिकता, परिवार में खुशी की लहर

पाकिस्तान के बलूचिस्तान की रहने वाली लाजवंती वर्ष 2004 में अलीगढ़ आई थीं. लाजवंती ने भारत की नागरिकता पाने के लिए सरकार से गुहार लगाई थी. जहां 15 साल बाद उन्हें भारत की नागरिकता मिल गई है.

लाजवंती को मिली भारत की नागरिकता.
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Published : Aug 3, 2019, 11:53 PM IST

अलीगढ़: पाकिस्तान के बलूचिस्तान की रहने वाली लाजवंती को 15 साल के लंबे संघर्ष के बाद भारत की नागरिकता मिली है. नागरिकता मिलने के बाद परिवार में खुशी का माहौल है. इसको लेकर लाजवंती ने मोदी सरकार का शुक्रिया अदा किया है.

लाजवंती को मिली भारत की नागरिकता.
लाजवंती को मिली भारत की नागरिकता-
  • लाजवंती ने नागरिकता लेने के लिए 2015 में मोदी सरकार से गुहार लगाई थी.
  • डीएम चंद्रभूषण सिंह ने लाजवंती को भारत की नागरिकता मिलने का प्रमाण पत्र दिया.
  • लाजवंती पति रमेशलाल के साथ थाना बन्नादेवी के नई बस्ती इलाके में बीते 15 साल से रह रही हैं.
  • लाजवंती वर्ष 2004 में अलीगढ़ आई थीं.
  • लाजवंती का वर्ष 1953 में पश्चिमी पाकिस्तान के बलूचिस्तान में जन्म हुआ था.
  • वर्ष 1972 में उनकी रमेशलाल से बलूचिस्तान में ही शादी हुई थी.
  • तब से वहां किराए की दुकान चलाकर परिवार का पेट पालन करते थे.

लाजवंती ने पति रमेशलाल से इंडिया में रहने के लिए कहा. रमेशलाल के बड़े भाई बच्चाराम इंडिया में ही रहते हैं, जिससे रमेशलाल ने संपर्क किया तो बच्चाराम ने रमेश लाल को इंडिया बुला लिया. इसके बाद पासपोर्ट और वीजा से इंडिया में 15 साल बताए. इसके साथ ही नागरिकता लेने के लिए 2015 में गुहार लगाई. अब लाजवंती को भारत की नागरिकता मिली है.

रमेश लाल और लाजवंती बलूचिस्तान से यहां पर आए थे. इनका नागरिकता का प्रकरण भारत सरकार में विचाराधीन था. उनकी नागरिकता का पत्र शासन से प्राप्त हुआ है, जो उनको उपलब्ध कराया गया है.
-चंद्रभूषण सिंह, डीएम

अलीगढ़: पाकिस्तान के बलूचिस्तान की रहने वाली लाजवंती को 15 साल के लंबे संघर्ष के बाद भारत की नागरिकता मिली है. नागरिकता मिलने के बाद परिवार में खुशी का माहौल है. इसको लेकर लाजवंती ने मोदी सरकार का शुक्रिया अदा किया है.

लाजवंती को मिली भारत की नागरिकता.
लाजवंती को मिली भारत की नागरिकता-
  • लाजवंती ने नागरिकता लेने के लिए 2015 में मोदी सरकार से गुहार लगाई थी.
  • डीएम चंद्रभूषण सिंह ने लाजवंती को भारत की नागरिकता मिलने का प्रमाण पत्र दिया.
  • लाजवंती पति रमेशलाल के साथ थाना बन्नादेवी के नई बस्ती इलाके में बीते 15 साल से रह रही हैं.
  • लाजवंती वर्ष 2004 में अलीगढ़ आई थीं.
  • लाजवंती का वर्ष 1953 में पश्चिमी पाकिस्तान के बलूचिस्तान में जन्म हुआ था.
  • वर्ष 1972 में उनकी रमेशलाल से बलूचिस्तान में ही शादी हुई थी.
  • तब से वहां किराए की दुकान चलाकर परिवार का पेट पालन करते थे.

लाजवंती ने पति रमेशलाल से इंडिया में रहने के लिए कहा. रमेशलाल के बड़े भाई बच्चाराम इंडिया में ही रहते हैं, जिससे रमेशलाल ने संपर्क किया तो बच्चाराम ने रमेश लाल को इंडिया बुला लिया. इसके बाद पासपोर्ट और वीजा से इंडिया में 15 साल बताए. इसके साथ ही नागरिकता लेने के लिए 2015 में गुहार लगाई. अब लाजवंती को भारत की नागरिकता मिली है.

रमेश लाल और लाजवंती बलूचिस्तान से यहां पर आए थे. इनका नागरिकता का प्रकरण भारत सरकार में विचाराधीन था. उनकी नागरिकता का पत्र शासन से प्राप्त हुआ है, जो उनको उपलब्ध कराया गया है.
-चंद्रभूषण सिंह, डीएम

Intro:अलीगढ़: पाकिस्तान के ब्लूचिस्तान की रहने वाली लाजवंती को 15 साल के लंबे संघर्ष के बाद मिली भारत की नागरिकता. नागरिकता मिलने के बाद परिवार में खुशी का माहौल. लाजवंती ने मोदी सरकार का किया है शुक्रिया अदा. नागरिकता लेने के लिए 2015 में लगाई थी मोदी सरकार से गुहार. जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने लाजवंती को भारत की नागरिकता मिलने का दिया प्रमाण पत्र. ब्लूचिस्तान से आई लाजवंती अपने पति रमेशलाल के साथ थाना बन्नादेवी के नई बस्ती इलाके में बीते 15 साल से रह रही है.Body:दरसल थाना बन्नादेवी क्षेत्र के नई बस्ती इलाके की रहने वाली लाजवंती वर्ष 2004 में अलीगढ़ आई थी. लाजवंती का वर्ष 1953 में पश्चिमी पाकिस्तान के ब्लूचिस्तान में जन्म हुआ था. और वर्ष 1972 में इनकी रमेशलाल से ब्लूचिस्तान में ही शादी हो गई थी. तभी से वहां किराए की दुकान चलाकर अपने परिवार का पेट पालन करते थे. इस पर लाजवंती ने अपने पति रमेशलाल से इंडिया में रहने के लिए कहा. रमेशलाल के बड़े भाई बच्चाराम इंडिया में ही रहते हैं, जिससे रमेशलाल ने संपर्क किया तो बच्चाराम ने रमेश लाल को इंडिया बुला लिया. जिसके बाद पासपोर्ट और वीजा से इंडिया में 15 साल बताएं और नागरिकता लेने के लिए 2015 में गुहार लगाई जिसके बाद मोदी सरकार ने इंडिया की नागरिकता की मोहर लगाकर रहने के लिए आदेश दिया.

भारत की नागरिकता मिलने पर पाकिस्तान के बलूचिस्तान शहर की रहने वाली लाजवंती ने बताया इंडिया में आने के बाद बहुत खुशी हुई है. मोदी जी के शुकराने में और साहब के शुकराने में. 15 साल लग गये, 15 साल के बाद नागरिकता मिली. मोदी जी को बहुत शुकराना कह रहे हैं. पहले जफराबाद बलूचिस्तान रहते थे. वहां का माहौल बहुत अच्छा था. हमारे से तो सब का प्रेम था उधर,जब इधर हम आ रहे थे तो उधर सब रो रहे थे. हमारे को नहीं छोड़ कर जाओ. मुसलमान भी रो रहे थे सिंधी भाई भी रो रहे थे. सभी का हमारे से बहुत प्रेम था. हमारे को कोई परेशानी नहीं थी. हम अपनी खुशी से आये हैं.Conclusion: जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने बताया रमेश लाल बलूचिस्तान से यहां पर आए थे. इनका प्रकरण नागरिकता का भारत सरकार में विचाराधीन था. उनकी नागरिकता का पत्र शासन से प्राप्त हुआ है.जो उनको उपलब्ध कराया गया है.

बाईट- लाजवंती, भारत की नागरिकता मिलने वाली महिला
बाईट- चंद्रभूषण सिंह, डीएम अलीगढ़


ललित कुमार, अलीगढ़
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