अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पीएचडी अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. भीषण गर्मी के बीच में भूख हड़ताल पर बैठे छात्र आसिफ अली की हालत बिगड़ गई. वहीं डॉक्टरों की टीम ने पहुंचकर उनका इलाज किया. छात्रों ने पीएचडी एडमिशन में हुई धांधली को लेकर हिंदी विभाग के चेयरमैन और कंट्रोलर का इस्तीफा मांगा है.
क्या है पूरा मामला
- धरना दे रहे छात्रों ने एलान किया है कि पीएचडी प्रवेश में धांधली, भ्रष्टाचार और घोटाला नहीं चलेगा.
- धरने पर बैठे पीएचडी अभ्यर्थियों ने बताया कि उन्हें साक्षात्कार में मिले नंबरों में गड़बड़ी की बातें पता चली हैं.
- छात्रों ने बताया कि भाई-भतीजावाद और राजनीतिक दबाव में दाखिले किए गए हैं, जिसके चलते लिखित परीक्षा के नंबरों का खुलासा भी नहीं कर रहे हैं.
- छात्र 17 दिन से धरने पर बैठे हुए हैं. अब गुरुवार से पीएचडी अभ्यर्थी भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं.
- छात्रों ने कहा कि हमें जेल भिजवा दें, लेकिन अपनी मांगों को लेकर धरने पर डटे रहेंगे.
- धरने पर बैठे छात्र आकिब ने बताया कि एएमयू में पीएचडी एडमिशन में स्पेशलाइजेशन लाया गया है. इससे पहले स्पेशलाइजेशन के तहत दाखिला नहीं दिया गया था.
- आकिब ने बताया कि यूजीसी के नियमों के तहत एडमिशन प्रक्रिया नहीं अपनाई गई है. किसी खास को एडमिशन के लिए विश्वविद्यालय ने नियम बनाए हैं.
- उन्होंने बताया कि पीएचडी एडमिशन के लिए चार बार डेट बदली गई. वहीं, पीएचडी एडमिशन के लिए बहुत सी सीटें अभी शेष बची हुई हैं, जिस पर एडमिशन की मांग कर रहे हैं.
- भूख हड़ताल पर बैठे छात्र आसिफ की तबीयत बिगड़ गई. उन्हें देखने के लिए डॉक्टर पहुंचे. उन्होंने बताया कि जो सीट खाली हैं, उस पर पीएचडी के एडमिशन दिए जाएं.
- वहीं, छात्रों ने आरटीआई लगाकर विभिन्न विभागों में पीएचडी की खाली सीटों के बारे में जानकारी भी मांगी है.