आगरा: हाल में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में भले ही जिले में ज्यादा बवाल नहीं हुआ, लेकिन खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट पर आगरा पुलिस अलर्ट हो गई है. बताया जा रहा है कि शहर में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े लोगों के छिपे होने का इनपुट खुफिया एजेंसियों को मिला है.
जिले में पीएफआई से जुड़े लोगों की तलाश है. हाल में यूपी के अलीगढ़, फिरोजाबाद, लखनऊ और अन्य जिलों में हुए बवाल और हिंसा में इनका हाथ था. अभी तक पीएफआई से जुड़े 25 लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. आशंका है कि, पीएफआई से जुड़े लोग यहां पर अपनी रिश्तेदारियों में शरण लिए हुए हैं.
PFI के सदस्यों की तलाश
हाल में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध के नाम पर हुई हिंसा में पीएफआई के सदस्य शामिल थे, उनकी गिरफ्तारी भी हुई है. इसलिए इस संगठन पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठ रही है. पीएफआई की राजनीतिक शाखा सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के प्रदेश अध्यक्ष नूर हसन, पीएफआई के प्रदेश संयोजक वसीम अहमद समेत अन्य पदाधिकारियों को हिंसा और आगजनी करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है.
आगरा एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि जिले में लोकल और अन्य इंटेलिजेंस एक्टिव हैं. सूचनाएं संकलित की जा रही हैं. खुफिया इनपुट के आधार पर अलर्ट जारी किया गया है. पीएफआई के सदस्यों के आगरा में होने की जानकारी मिली है. उनकी निगरानी की जा रही है.