आगरा: ताज नगरी के न्यू दक्षिणी बाईपास पर बारिश के चलते जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं. राहगीरों को इन गड्ढों के बीच निकलने में हादसे की आशंका बनी रहती है. लिहाजा, स्थानीय लोगों ने शासन प्रशासन से गड्ढों को भरने और पैचिंग कराने की मांग की है.
ताजनगरी आगरा के जाम के झाम से बचाने के लिए प्रशासन ने बाहरी वाहनों को निकालने के लिए NH-2 से NH3 के लिए दक्षिणी बाईपास बनाया गया था. दिल्ली की ओर से आने वाले बाहरी वाहन ग्वालियर की ओर निकल जाते हैं तो है ग्वालियर की ओर से आने वाले वाहन दिल्ली की ओर निकल जाते हैं, लेकिन चंद सालों में ही दक्षिणी बाईपास गड्ढों में बदलता दिखाई दे रहा है. लगातार हो रही बारिश से जगह-जगह दक्षिणी बाईपास में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं. यह गड्ढे कभी भी जानलेवा साबित हो सकते हैं.
चाहर वाटी गांव निवासी युवा सेना में जाने के लिए दक्षिणी बाईपास पर रनिंग की तैयारी करते हैं. युवाओं ने बताया है कि गड्ढों के बीच से निकलना काफी मुश्किल हो रहा है और यह कभी भी जानलेवा साबित हो सकते हैं. कुछ समय पहले दो वाहन पलट गए थे. गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ. स्थानीय निवासी मंजीत चाहर ने बताया है कि बीती रात एक खाली एंबुलेंस दक्षिण बाईपास से अकोला के लिए जा रही थी. अचानक गड्ढे में फंसने से एंबुलेंस खराब हो गई और रात भर उसे दक्षिण बाईपास पर ही गुजारनी पड़ी. फिर भी संबंधित कंपनी और शासन-प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा.
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सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं का कहना है कि वो सुबह करीब 4 बजे दौड़ की तैयारी करते हैं. अंधेरा होने से दौड़ने काफी समस्या होती. अब ये गड्ढे और मुसीबत खड़ी कर रहे हैं. लिहाजा नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया को इसकी मरम्मत करानी चाहिए. हालांकि, दुर्घटनाएं रोकने के लिए बोरी में मिट्टी भरकर गड्ढों के आसपास बैरिकेडिंग लगाई गई है.