आगरा: जिले में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ होम्योपैथी फिजीशियन्स आईआईएचपी की ओर से फतेहाबाद रोड स्थित एक होटल में होम्यो विजडम कार्यशाला आयोजित की जा रही है. जिसमें अलग-अलग राज्यों से होम्योपैथी के 300 से अधिक विशेषज्ञ शामिल होंगे. जो गुर्दे, लिवर, कैंसर समेत अन्य जटिल बीमारियों कारण, इलाज और बचाव पर मंथन करेंगे. इसके साथ ही कार्यशाला में कानपुर, अलीगढ़, ग्वालियर, गोरखपुर के होम्योपैथी मेडिकल कालेजों के 100 से अधिक विद्यार्थी भी प्रतिभाग करेंगे. ये जानकारी आयोजन समिति के अध्यक्ष और आईआईएचपी के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डॉ. राजेन्द्र सिंह ने दी.
बता दें कि कोरोना संक्रमण के दौरान होम्योपैथी चिकित्सकों ने भी खूब लोगों का उपचार किया था. जिससे लोगों ने कोरोना का मात दी. होम्योपैथी की कई दवाओं की मार्केट में डिमांड खूब रही थी. कोरोना के साथ ही हर बीमारी में होम्योपैथी का इलाज है. होम्योपैथी विशेषज्ञ कहते हैं कि एक होम्योपैथिक फेल हो सकता है लेकिन, होम्योपैथी कभी फेल नहीं होती है. बीमारी के हिसाब से मरीज को दवा दी जाए तो बीमारी ठीक जरूर होगी. दवा का सलेक्शन बेहद जरूरी होता है.
दिनभर चलेंगे साइंटिफिक सेशन: आयोजन समिति के अध्यक्ष और आईआईएचपी के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डॉ. राजेन्द्र सिंह ने बताया कि रविवार सुबह 10 बजे कार्यशाला का उद्घाटन प्रदेश महिला एवं बाल विकास मंत्री बेबीरानी मौर्य करेंगी. इसके बाद दिन भर चलने वाले साइंटिफिक सेशन में विभिन्न जटिल बीमारियों के इलाज पर मंथन होगा. इसके तमाम रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए जाएंगे. कार्यशाला का समापन रविवार शाम 4 बजे केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल करेंगे.
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ये विशेषज्ञ देंगे व्याख्यान: आयोजन समिति के अध्यक्ष और आईआईएचपी के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डॉ. राजेन्द्र सिंह ने बताया कि कार्यशाला में मुंबई के डॉ. जयवन्त पाटिल का व्याख्यान फेफड़े संबंधी बीमारियों, लुधियाना के डॉ. मुक्तेन्द्र सिंह का व्याख्यान गुर्दे संबंधी बीमारियों पर, पंजाब के डॉ. तनवीर हुसैन मानसिक सम्सयाओं सम्बधी बीमारियों पर व्याख्यान देंगे. इसके साथ ही कार्यशाला में आईआईएचपी के सचिव डॉ. सुधांशु आर्य, कोषाध्यक्ष डॉ. महेश पगड़ाला, उपाध्यक्ष डॉ. गीता मोविया भी भाग लेने आ रही हैं.
उप्र की स्टेट बॉडी का होगा गठन: कार्यशाला में आईआईएचपी के पदाधिकारियों की ओर से उप्र की स्टेट बॉडी का भी गठन किया जाएगा. डॉ. राजेन्द्र सिंह ने कहा कि होम्योपैथी में बीमारी का मैनेजमेंट नहीं, बल्कि इलाज किया जाता है. जिसके कारण समय थोड़ा अधिक लगता है. आज होम्योपैथी कैंसर सहित सभी जटिल और सामान्य बीमारियों का इलाज संभव है.
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