आगरा: ताजनगरी आने वाले विदेशी पर्यटकों के लिए अच्छी खबर है. अब वो टिकट विंडो से भी टिकट खरीद सकेंगे. लगातार विदेशी पर्यटकों की ऑफलाइन टिकट की कालाबाजारी की शिकायतें मिल रही थी. इस बीच बीते गुरुवार को नेपाल से आई पर्यटक ने भी विदेशी पर्यटकों की टिकट की कालाबाजारी होने का खुलासा किया था. साथ ही उसने कहा था कि टिकट विंडो से उसे कर्मचारी ने टिकट नहीं दिया और आखिरकार उसे बाहर से अधिक रुपये देकर ऑफलाइन टिकट खरीदनी पड़ी. विदेशी पर्यटकों की ऑफलाइन टिकट की कालाबाजारी की शिकायत पर अब भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने ताजमहल के पूर्वी व पश्चिमी दोनों ही गेटों पर विदेशी पर्यटकों के लिए ऑनलाइन टिकट के साथ ही ऑफलाइन टिकट के लिए भी विंडो खोल दिए हैं.
बता दें कि हर दिन हजारों पर्यटक ताजमहल को देखने के लिए आते हैं, जिसमें देशी और विदेशी दोनों ही पर्यटक शामिल होते हैं. एक ओर जहां ताजमहल में भारतीय पर्यटकों को एंट्री के लिए 50 रुपये देने होते हैं तो वहीं, सार्क देश के पर्यटकों को टिकट के लिए 520 रुपये का भुगतान करना पड़ता है. जबकि, अन्य विदेशी पर्यटकों को 1100 रुपये देने होते हैं. हालांकि, ताजमहल की मुख्य गुम्बद की टिकट के लिए हर पर्यटक को 200 रुपये देने होते हैं.
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इधर, गुरुवार को नेपाल से ताजमहल देखने आई नीता ने विदेशी पर्यटकों की टिकट की कालाबाजारी की शिकायत दी थी. इससे पहले भी लगातार टिकट की कालाबाजारी की शिकायत मिल रही थी. इस बारे में एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने बताया कि ताजमहल पर विदेशी पर्यटकों की सुविधा के लिए टिकट विंडो फिर से खोली जा रही है. जिससे विदेशी पर्यटक अब ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन टिकट भी खरीद सके.
लपका और एएसआई कर्मचारियों का गठजोड़: ताजमहल पर अभी भारतीय पर्यटकों के लिए ही टिकट विंडो खोली गई है. सार्क और अन्य देशों के पर्यटकों की टिकट विंडो से ऑफलाइन नहीं मिलती है. इसलिए पर्यटकों को ऑनलाइन टिकट की बुकिंग करनी होती है. इसी ऑनलाइन टिकट बुकिंग में लपका और एएसआई कर्मचारियों का गठजोड़ मिलकर पर्यटकों से वसूली करता है और टिकट की कालाबाजारी होती है.
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