बीजिंग: नार्वे ने शीतकालीन ओलंपिक में अपना दबदबा कायम रखते हुए पदक स्पर्धा के पहले दिन दो स्वर्ण पदक जीतकर शानदार शुरुआत की तो वहीं नीदरलैंड की आइरीन स्काउटन ने महिलाओं के 3,000 मीटर स्पीड स्केटिंग स्पर्धा में 20 साल पुराने ओलंपिक रिकॉर्ड को तोड़ते हुए बीजिंग खेलों में नीदरलैंड को पहला स्वर्ण पदक दिलाया.
दक्षिण कोरिया में 2018 में हुए शीतकालीन ओलंपिक की पदक तालिका में शीर्ष पर रहने वाले नार्वे को क्रॉस-कंट्री स्कीयर थेरेसी जोहौग ने महिलाओं के 15 किलोमीटर स्कीथलॉन में बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक का पहला स्वर्ण पदक जीता.
इसके बाद जोहान्स थिंगनेस बोए ने बैथलॉन दौड़ के मिश्रित रिले के अंतिम मीटर में फ्रांस और रूस के प्रतिद्वंद्वियों को पछाड़ कर स्वर्ण पदक जीत कर नार्वे को तालिका में शीर्ष स्थान दिला दिया.
जोहान्स ने तेज हवा और ठंडे मौसम का सामना करते हुए चार खिलाड़ियों के समूह को पछाड़कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया. उनके पास 10 विश्व चैंपियनशिप खिताब हैं लेकिन ओलंपिक का यह पहला व्यक्तिगत पदक है.
बोए ने करीबी मुकाबले में फ्रांस के क्वेंटिन फिलोन मेललेट और रूस के एडुआर्ड लैटिपोव के खिलाड़ी अंतिम दौर की शुरुआत में बढ़त बनायी और फिर इसे कायम रखने में सफल रहे.
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स्काउटन ने स्पीड स्केटिंग में अंतिम 10 जोड़ियों में स्केटिंग करते हुए तीन मिनट 56.93 सेकंड के समय के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया.
उन्होंने इसके साथ ही 2002 के साल्ट लेक सिटी खेल में जर्मनी की क्लाउडिया पेचस्टीन द्वारा कायम तीन मिनट 57.70 सेकंड के पिछले ओलंपिक रिकॉर्ड को तोड़ दिया.
खास बात यह है कि 49 साल की पेचस्टीन भी इस स्पर्धा में भाग ले रही थी. ओलंपिक (शीतकालीन) इतिहास में सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बनने वाली पेचस्टीन आखिरी स्थान पर रही. उन्होंने विजेता से 20 सेकंड से अधिक का समय लिया. वह आठ ओलंपिक में भाग लेने वाली पहली महिला और सिर्फ दूसरी खिलाड़ी है.
इटली की फ्रांसेस्का लोलोब्रिगिडा ने तीन मिनट 58.06 सेकंड के समय के साथ रजत जबकि कनाडा की इसाबेल वेइडमैन (तीन मिनट 58.64 सेकंड) के साथ कांस्य पदक जीता.