लखनऊ: सपा बसपा के संयुक्त रैली में धर्म विशेष को लेकर की गई टिप्पणी मायावती पर भारी पड़ सकती है. निर्वाचन आयोग ने उनकी टिप्पणी का संज्ञान लिया है और जिलाधिकारी से रिपोर्ट मांगी है.
रविवार को सपा, बसपा और राष्ट्रीय लोक दल की संयुक्त रैली सहारनपुर के देवबंद में हुई. जहां बसपा सुप्रीमो मायावती ने धर्म विशेष को लेकर खास टिप्पणी की है. उनकी इस टिप्पणी को चुनाव आयोग की आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बताया जा रहा है. उनके भाषण का निर्वाचन आयोग ने संज्ञान लिया है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल वेंकटेश्वर लू ने सहारनपुर के जिला निर्वाचन अधिकारी और जिला अधिकारी से पूरे मामले में रिपोर्ट मांगी है. इस रिपोर्ट में जिला अधिकारी को बताना होगा कि मायावती ने अपने भाषण के दौरान वास्तव में 'क्या-क्या कहा है उनका भाषण आचार संहिता के उल्लंघन दायरे में आता है या नहीं' क्या उन्होंने वाकई धर्म विशेष का नाम लेकर मतदाताओं से समर्थन की अपील की है.
गौरतलब है आदर्श आचार संहिता के तहत किसी धर्म, जाति और किसी खास पार्टी को समर्थन या विरोध के लिए उकसाया नहीं जा सकता. किसी खास मजहब के लोगों को अपनी पार्टी को समर्थन देने के लिए भी अपील नहीं की जा सकती है. ऐसे में अगर मायावती का भाषण आचार संहिता का उल्लंघन हुआ तो आयोग कार्रवाई कर सकता है.