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जेल में अध्ययनरत बंदियों को सिर्फ खाद्य और पोषण में सर्टिफिकेट प्रोग्राम में रुचि

जिला जेल में बंदियों में पढ़ाई के साथ -साथ प्रोफेशनल कोर्सेज को लेकर खासी दिलचस्पी दिखाई दे रही है. यही, वजह है कि सलाखों के पीछे होने के बावजूद काफी संख्या में बंदी यहां अपनी पढ़ाई जारी रखे हैं. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय का जिला कारागार में सेंटर स्थापित है.

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मेरठ जिला जेल
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Published : Mar 10, 2022, 3:32 PM IST

मेरठ: जिला जेल में बन्दियों में पढ़ाई के साथ -साथ प्रोफेशनल कोर्सेज को लेकर खासी दिलचस्पी दिखाई दे रही है. खास बात ये है कि सलाखों के पीछे होने के बावजूद बंदियों में जिस कोर्स को लेकर सबसे ज्यादा क्रेज है, वो है CFN यानी खाद्य और पोषण में सर्टिफिकेट प्रोग्राम (certificate program in food and nutrition ). चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में इस कोर्स को करने में सबसे ज्यादा बंदी अपनी रुचि दिखा रहे हैं.

जेल में अध्ययनरत बंदियों में से अधिकतर बंदी ले रहे सिर्फ CFN विषय में रुचि
मेरठ स्थित चौधरी चरण सिंह जिला जेल में बंदियों में शिक्षा के प्रति खास दिलचस्पी दिख रही है. यही, वजह है कि सलाखों के पीछे होने के बावजूद काफी संख्या में बंदी यहां अपनी पढ़ाई जारी रखे हैं. इसमें उनके लिए सबसे (IGNOU) इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय का सेंटर उपयोगी साबित हो रहा है, जो जिला कारागार में सेंटर स्थापित है. मेरठ जिला कारागार में करीब दो हजार से भी अधिक बंदी हैं, जिनमें से पिछले सत्र में यानी 2021 में यहां 249 बंदियों ने जेल में स्थित इग्नू के सेंटर से अलग अलग विषयों की पढ़ाई की है. अब उनकी परीक्षा होने जा रही हैं. हैरानी की बात तो ये हैं कि 249 बंदियों में से 66 बंदियों ने तो CFN यानी खाद्य और पोषण में सर्टिफिकेट प्रोग्राम (certificate program in food and nutrition ) में रुचि दिखाई है. वहीं, इसके अतिरिक्त अन्य कोर्सेज से भी बंदी रुचि दिखा रहे हैं.

इसे भी पढ़ेंः बुलंदशहर: तीन महिलाओं समेत 96 बन्दी 8 सप्ताह की पैरोल पर रिहा
वर्ष 2022 सत्र के लिए जो पंजीकरण के बाद कैदियों ने जिन कोर्स के लिए रुचि दिखाई है, उनमें भी सबसे ऊपर CFN ही है. इस बार 383 बंदी इग्नू के सेंटर के माध्यम से पढ़ाई कर रहे हैं, जिनमें से अकेले CFN (खाद्य और पोषण में सर्टिफिकेट प्रोग्राम) को ही 226 बंदियों ने इस बार चुना है. जेल अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि बंदियों में इस कोर्स के प्रति खास दिलचस्पी है. उन्होंने बताया कि हालांकि तमाम कोर्स इग्नू के जरिये सनवहालित हैं, लेकिन उचित खानपान और सेहत सुधार से जुड़े इस कोर्स के प्रति बन्दियों में गजब का उत्साह है.

बता दें कि जेल में सीमित पाठ्यक्रम ही संचालित हो ऐसा भी नहीं है लेकिन अधिक रुचि CFN के अलावा यहां बैचलर प्रोपर्टी प्रोग्राम, फ़ूड न्यूट्रिशन सर्टिफिकेट, हयूमन राइट, न्यूट्रिशन एन्ड चाइल्ड केयर, सर्टिफिकेट इन इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी सर्टिफिकेट इन एनवायरनमेंटल स्टडीज, सर्टिफिकेट इन रूरल डेवलपमेंट डिप्लोमा, न्यूट्रिशन एन्ड हेल्थ हेल्थ एजुकेशन आदि संचालित हैं, जबकि वहीं, ट्रेडिशनल कोर्स की अगर बात करें तो बीए और बीकॉम में भी बंदी अध्ययनरत हैं. जेल अधीक्षक राकेश कुमार कहते हैं कि जिला जेल में भले ही यह बंदी शिक्षा ले रहे हो, लेकिन इनकी मार्कशीट पर जेल का नाम नहीं रहता. उन्होंने बताया कि लगातार कोशिश हैं कि बंदियों को शिक्षा के अलावा समय पर होने वाले आयोजनों में भी पार्टिशिपेट कराया जाएं, ताकि वो अवसाद और कुंठा में न रहे और कुछ क्रिएटिव आई डियाज के साथ आगे बढ़ सकें. अपना जीवन सुधार सकें.


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मेरठ: जिला जेल में बन्दियों में पढ़ाई के साथ -साथ प्रोफेशनल कोर्सेज को लेकर खासी दिलचस्पी दिखाई दे रही है. खास बात ये है कि सलाखों के पीछे होने के बावजूद बंदियों में जिस कोर्स को लेकर सबसे ज्यादा क्रेज है, वो है CFN यानी खाद्य और पोषण में सर्टिफिकेट प्रोग्राम (certificate program in food and nutrition ). चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में इस कोर्स को करने में सबसे ज्यादा बंदी अपनी रुचि दिखा रहे हैं.

जेल में अध्ययनरत बंदियों में से अधिकतर बंदी ले रहे सिर्फ CFN विषय में रुचि
मेरठ स्थित चौधरी चरण सिंह जिला जेल में बंदियों में शिक्षा के प्रति खास दिलचस्पी दिख रही है. यही, वजह है कि सलाखों के पीछे होने के बावजूद काफी संख्या में बंदी यहां अपनी पढ़ाई जारी रखे हैं. इसमें उनके लिए सबसे (IGNOU) इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय का सेंटर उपयोगी साबित हो रहा है, जो जिला कारागार में सेंटर स्थापित है. मेरठ जिला कारागार में करीब दो हजार से भी अधिक बंदी हैं, जिनमें से पिछले सत्र में यानी 2021 में यहां 249 बंदियों ने जेल में स्थित इग्नू के सेंटर से अलग अलग विषयों की पढ़ाई की है. अब उनकी परीक्षा होने जा रही हैं. हैरानी की बात तो ये हैं कि 249 बंदियों में से 66 बंदियों ने तो CFN यानी खाद्य और पोषण में सर्टिफिकेट प्रोग्राम (certificate program in food and nutrition ) में रुचि दिखाई है. वहीं, इसके अतिरिक्त अन्य कोर्सेज से भी बंदी रुचि दिखा रहे हैं.

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वर्ष 2022 सत्र के लिए जो पंजीकरण के बाद कैदियों ने जिन कोर्स के लिए रुचि दिखाई है, उनमें भी सबसे ऊपर CFN ही है. इस बार 383 बंदी इग्नू के सेंटर के माध्यम से पढ़ाई कर रहे हैं, जिनमें से अकेले CFN (खाद्य और पोषण में सर्टिफिकेट प्रोग्राम) को ही 226 बंदियों ने इस बार चुना है. जेल अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि बंदियों में इस कोर्स के प्रति खास दिलचस्पी है. उन्होंने बताया कि हालांकि तमाम कोर्स इग्नू के जरिये सनवहालित हैं, लेकिन उचित खानपान और सेहत सुधार से जुड़े इस कोर्स के प्रति बन्दियों में गजब का उत्साह है.

बता दें कि जेल में सीमित पाठ्यक्रम ही संचालित हो ऐसा भी नहीं है लेकिन अधिक रुचि CFN के अलावा यहां बैचलर प्रोपर्टी प्रोग्राम, फ़ूड न्यूट्रिशन सर्टिफिकेट, हयूमन राइट, न्यूट्रिशन एन्ड चाइल्ड केयर, सर्टिफिकेट इन इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी सर्टिफिकेट इन एनवायरनमेंटल स्टडीज, सर्टिफिकेट इन रूरल डेवलपमेंट डिप्लोमा, न्यूट्रिशन एन्ड हेल्थ हेल्थ एजुकेशन आदि संचालित हैं, जबकि वहीं, ट्रेडिशनल कोर्स की अगर बात करें तो बीए और बीकॉम में भी बंदी अध्ययनरत हैं. जेल अधीक्षक राकेश कुमार कहते हैं कि जिला जेल में भले ही यह बंदी शिक्षा ले रहे हो, लेकिन इनकी मार्कशीट पर जेल का नाम नहीं रहता. उन्होंने बताया कि लगातार कोशिश हैं कि बंदियों को शिक्षा के अलावा समय पर होने वाले आयोजनों में भी पार्टिशिपेट कराया जाएं, ताकि वो अवसाद और कुंठा में न रहे और कुछ क्रिएटिव आई डियाज के साथ आगे बढ़ सकें. अपना जीवन सुधार सकें.


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