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अब लंगूर के कटआउट करेंगे बंदरों को आउट

मेरठ में इन दिनों बंदरों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है. बंदरों से छुटकारा पाने के लिए वन विभाग ने नगर निगम के साथ मिलकर खास प्लान तैयार किया है. उनका दावा है कि इस प्लान के जरिए बंदरों के आतंक से शायद छुटकारा मिल जाए.

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लंगूर
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Published : Jul 22, 2022, 4:39 PM IST

मेरठ: आमतौर पर आए दिन देखा जाता है कि बंदरों का आतंक बढता ही जा रहा है. इसकी वजह से कई बार दुर्घटनाएं हो जाती हैं, तो वहीं, उत्पाती प्रवृत्ति के बंदरों से हर किसी को परेशानी भी उठानी पड़ती है. लेकिन अब वन विभाग ने नगर निगम के साथ मिलकर खास प्लान तैयार किया है. बंदरों को कॉलोनियों या गली- मोहल्लों से भगाने के लिए लंगूर के कट आउटस लगाकर बन्दरों को आउट किया जाएगा.
मेरठ कई ऐसे इलाके हैं, जहां बंदर बहुत अधिक हैं. साथ ही ऐसी भी बहुत सी कॉलोनियां या सोसाइटी हैं, जहां बंदरों के आतंक से वहां के स्थानीय लोगों काफी परेशान है. उन्हे कई तरह के दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

डीएफओ राजेश कुमार

अब इन दिक्कतों का तोड़ वन विभाग ने निकाल लिया है. वन विभाग अब नगर निगम के साथ शहर में जहां-जहां बंदरों का आतंक है या जहां बंदरों की संख्या अधिक है, अब ऐसे इलाकों में बंदरों के कटआउटस लगाए जाएंगे. माना जाता है कि बंदर लंगूर से खौफखाते हैं और लंगूरों को देखकर इलाके तक को छोड़ चले जाते हैं.

इसे भी पढ़ेंः राम नगरी में कांवड़ियों की भीड़, 23 से 26 जुलाई तक अयोध्या-लखनऊ हाईवे बंद

गौरतलब है कि, इससे पूर्व वन विभाग ने इस प्रयोग को कुछ ऐसे इलाकों में करके भी देखा है जहां की उनकी संख्या शहर में अधिक थी. डीएफओ राजेश कुमार ने बताया कि जो प्रयोग किए गए, उनके परिणाम सच में चोंकाने वाले हैं. उन्होंने बताया कि वन विभाग की टीमों के जरिए शहर के अलग -अलग लोकेशन पर लंगूरों के कट आउटस लगाए गए.

चिन्हित स्थानों पर कटआउट्स लगाने के बाद पाया गया कि, वहां बंदरों ने जाना ही बंद कर दिया. बंदरों से निजात मिल सके इसलिए नगर निगम के साथ योजना बनाई गई है. बंदरों को भगाने के लिए खोजे गए, इस खास तरीके के अलावा अब वह विभाग एक और नया प्रयोग भी कर रहा है. इस प्रयोग को भी बंदरों पर ही किया जाना है. लेकिन इसमें थोड़ा बदलाव है. जो प्रयोग अब किया जाना है. उसमे लंगूर की आवाज साउंड सिस्टम लगाकर ऐसे इलाकों में की जाएगी. उन्होंने बताया कि आमतौर पर सुनने को मिलता है कि बंदरों ने हमला कर दिया. किसी को चोट पहुंच गई. किसी बंदर की वजह से सामने वाला गिर पड़ा या कोई अन्य घटना घट गई.
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मेरठ: आमतौर पर आए दिन देखा जाता है कि बंदरों का आतंक बढता ही जा रहा है. इसकी वजह से कई बार दुर्घटनाएं हो जाती हैं, तो वहीं, उत्पाती प्रवृत्ति के बंदरों से हर किसी को परेशानी भी उठानी पड़ती है. लेकिन अब वन विभाग ने नगर निगम के साथ मिलकर खास प्लान तैयार किया है. बंदरों को कॉलोनियों या गली- मोहल्लों से भगाने के लिए लंगूर के कट आउटस लगाकर बन्दरों को आउट किया जाएगा.
मेरठ कई ऐसे इलाके हैं, जहां बंदर बहुत अधिक हैं. साथ ही ऐसी भी बहुत सी कॉलोनियां या सोसाइटी हैं, जहां बंदरों के आतंक से वहां के स्थानीय लोगों काफी परेशान है. उन्हे कई तरह के दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

डीएफओ राजेश कुमार

अब इन दिक्कतों का तोड़ वन विभाग ने निकाल लिया है. वन विभाग अब नगर निगम के साथ शहर में जहां-जहां बंदरों का आतंक है या जहां बंदरों की संख्या अधिक है, अब ऐसे इलाकों में बंदरों के कटआउटस लगाए जाएंगे. माना जाता है कि बंदर लंगूर से खौफखाते हैं और लंगूरों को देखकर इलाके तक को छोड़ चले जाते हैं.

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गौरतलब है कि, इससे पूर्व वन विभाग ने इस प्रयोग को कुछ ऐसे इलाकों में करके भी देखा है जहां की उनकी संख्या शहर में अधिक थी. डीएफओ राजेश कुमार ने बताया कि जो प्रयोग किए गए, उनके परिणाम सच में चोंकाने वाले हैं. उन्होंने बताया कि वन विभाग की टीमों के जरिए शहर के अलग -अलग लोकेशन पर लंगूरों के कट आउटस लगाए गए.

चिन्हित स्थानों पर कटआउट्स लगाने के बाद पाया गया कि, वहां बंदरों ने जाना ही बंद कर दिया. बंदरों से निजात मिल सके इसलिए नगर निगम के साथ योजना बनाई गई है. बंदरों को भगाने के लिए खोजे गए, इस खास तरीके के अलावा अब वह विभाग एक और नया प्रयोग भी कर रहा है. इस प्रयोग को भी बंदरों पर ही किया जाना है. लेकिन इसमें थोड़ा बदलाव है. जो प्रयोग अब किया जाना है. उसमे लंगूर की आवाज साउंड सिस्टम लगाकर ऐसे इलाकों में की जाएगी. उन्होंने बताया कि आमतौर पर सुनने को मिलता है कि बंदरों ने हमला कर दिया. किसी को चोट पहुंच गई. किसी बंदर की वजह से सामने वाला गिर पड़ा या कोई अन्य घटना घट गई.
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