लखनऊ. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) की बसों से यात्रा करने के दौरान अक्सर ऐसी खबरें सामने आती हैं कि खुले पैसे को लेकर परिचालक और यात्री के बीच विवाद हो गया. इस तरह की समस्या का सामना न यात्रियों को करना पड़े और न ही परिचालकों को, इसीलिए यूपीएसआरटीसी के अधिकारियों ने इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीनों में यूपीआई पेमेंट की व्यवस्था शुरू की है. अभी इस व्यवस्था से परिचालक पूरी तरह वाकिफ नहीं हैं. लिहाजा, उनकी ट्रेनिंग कराई जा रही है. गुरुवार को अवध बस स्टेशन के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक प्रशांत दीक्षित ने परिचालकों को ट्रेनिंग दी. प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद परिचालक यात्रियों से ऑनलाइन किराया ले सकेंगे.
यूपीएसआरटीसी (UPSRTC) धीरे धीरे ही सही टेक्नोलॉजी को अपनाने के प्रयासों में जुटा हुआ है. बसों में ऑनलाइन टिकट बुक कराने की सुविधा प्रदान करने के बाद अब अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीनों के जरिए किराया हासिल करने के लिए डिजिटल पेमेंट के कई माध्यम यूपीएसआरटीसी ने अपनाएं हैं. बस से सफर के दौरान यात्री अब आराम से ऑनलाइन पेमेंट कर सकेंगे. क्यूआर कोड स्कैन कर किराए का भुगतान हो सकेगा. अब रोडवेज ने यात्रियों की सहूलियत के लिए तमाम डिजिटल माध्यम उपलब्ध कराए हैं. उत्तर प्रदेश के सभी बस डिपो में डिजिटल पेमेंट की व्यवस्था शुरू की गई है, हालांकि रोडवेज के अधिकारी बताते हैं कि अभी कुछ स्थानों पर नेटवर्क की समस्या आने से भुगतान में दिक्कत आ रही है, लेकिन इस पर काम किया जा रहा है. जल्द ही यह तकनीकी खामी भी दूर कर ली जाएगी. यात्री आराम से ऑनलाइन भुगतान कर सकेंगे.
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अवध बस स्टेशन पर परिचालकों को ट्रेनिंग देने के दौरान एआरएम प्रशांत दीक्षित ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीन में ऑनलाइन पेमेंट के जरिए टिकट बन जाएगा. इसके लिए रोडवेज के कंडक्टरों को जानकारी दी जा रही है. इस सुविधा से यात्री कैशलेस किराए का भुगतान कर सकेंगे. बस के किराए में फुटकर पैसे की समस्या खत्म होगी. यात्री का बकाया पैसा टिकट के पीछे लिखने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी.
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