लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सोनू कनौजिया के समर्थन में जनसभा करने पहुंचे सपा के स्टार प्रचारक पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने दावा किया कि इस बार योगी सरकार का सूपड़ा साफ होने वाला है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ये लोग दावा तो सबका साथ सबका विकास का करते हैं लेकिन हकीकत में इन्होंने विकास नहीं किया बल्कि सत्यानाश कर दिया है.
विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर सपा में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने योगी सरकार को जमकर खरी खरी सुनाई. सपा प्रत्याशी सोनू कनौजिया के समर्थन में वोट डालने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसी आंधी और तूफान चला है, जिसमें योगी की सरकार का सूपड़ा साफ होने वाला है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाजपा नौजवान, किसान, व्यापारी, दलित, पिछड़ों की विरोधी है. इसलिए मैंने भाजपा छोड़ी थी. जब तक योगी सरकार की विदाई नहीं कर दूंगा, तब तक मैं चैन से नहीं बैठूंगा.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मंत्री रहते हुए मैंने भाजपा नेताओं का असली चेहरा देखा है. ये जो कहते हैं, उसका उल्टा करते हैं. युवाओं को नौकरी देने का वायदा किया, लेकिन योगी सरकार में उन्हें नौकरी तो नहीं, लाठियां मिलीं. आरक्षित पदों पर सामान्य वर्ग की भर्ती की गईं. भाजपा के लोग हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करते हैं. ये गरीबों और पिछड़ों को हिंदू नहीं मानते हैं. सवाल किया कि मुस्लिमों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों? राष्ट्रवाद का नारा देते हो, काम जातपात का करते हो, जिनके पूर्वजों ने कभी आजादी की लड़ाई नहीं लड़ी,वह अब्दुल हमीद, अशफाक उल्ला खां की संतानों को प्रमाण देने वाले होते कौन है?
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पीएम-सीएम के परिजनों के लिए बोले आपत्तिजनक शब्द
स्वामी प्रसाद मौर्य अपने भाषण के दौरान इतने आवेश में आ गए कि उन्होंने पीएम मोदी और सीएम योगी के परिजनों के लिए आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग तक कर डाला. इसके बाद उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लोगों की गर्मी निकालने की बात करते हैं. योगी जी तुम क्या गर्मी निकालोगे लोगों की, उत्तर प्रदेश की जनता 10 मार्च को तुम्हारी गर्मी निकाल देगी.
मुख्य अतिथि स्वामी प्रसाद मौर्य का भाषण खत्म होने पर उनको माला पहनाकर सपा प्रत्याशी सोनू कनौजिया और पूर्व प्रत्याशी राजबाला रावत आदि स्वागत कर रहे थे. इसी बीच किसी बात को लेकर दो नेता आपस मे उलझ गये. जब तक कुछ समझ पाते की मामला गाली -गलौज के साथ ही हाथापाई होनो लगी. मंच पर अफरातफरी का माहौल बन गया. मौजूद वरिष्ठ नेताओं ने किसी तरह मामला शांत कराया.
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