लखनऊ: छठे चरण के चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अग्नि परीक्षा से गुजरना होगा. दरअसल छठे चरण में मतदान पूर्वांचल क्षेत्र में होगा. योगी आदित्यनाथ भी इसी क्षेत्र से आते हैं और यहां उनका काफी दबदबा भी है. इस बार खुद योगी जी गोरखपुर शहर सीट से चुनाव मैदान में है.पूर्वांचल की सभी सीटों पर योगी आदित्यनाथ का प्रभाव है. ऐसे में इस चरण की सभी सीटों का परिणाम सीधे-सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा से जुड़ा है.
मतदान छठे चरण में में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रभाव वाले जिला गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज, बस्ती और बलिया शामिल हैं. छठे चरण में कुल 57 सीटों पर मतदान होगा, 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इस क्षेत्र की अधिकतर सीटें जीतीं थीं. भाजपा इस बार भी यहां अधिक से अधिक सीटें जीतना चाहती हैं ताकि मुख्यमंत्री योगी के चुनाव लड़ने का और अधिक प्रभाव सामने आ सके. 2017 में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बतौर स्टार प्रचारक क्षेत्र में सबसे अधिक सक्रिय रहे थे तब भी पार्टी ने उन्हें यहां से अधिक से अधिक सीटें जिताने की जिम्मेदारी दी थी. जिसमें योगी आदित्यनाथ कामयाब भी रहे थे. इस बार योगी आदित्यनाथ खुद भी चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में उनको उम्मीद है कि बीजेपी के खाते में अधिक से अधिक सीटें आएंगी.
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भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी न केवल छठे चरण में बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में बहुमत से जीत रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी सभी सातों चरणों में शानदार प्रदर्शन करके साढ़े 300 से अधिक सीटें जीतेगी और निश्चित तौर पर नई सरकार भारतीय जनता पार्टी की होगी. उन्होंने कहा कि कि गोरखपुर और उसके आसपास के जिलों में भारतीय जनता पार्टी के प्रदर्शन को देखकर विपक्ष के होश उड़ जाएंगे.
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