फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश में आवारा पशुओं की समस्या पर लगाम लगाने के लिए सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है. यूपी के प्रत्येक विकासखंड स्तर पर गौशालाएं बनाई जाएंगी. उसमें सरकार गोबर गैस बनाने के लिए एक संयंत्र भी लगाएंगी और उसी गैस को बेचकर इन गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा. गौशाला के लिए फिरोजाबाद में जमीन को तलाशने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
प्रदेश में आवारा पशु बड़ी संख्या में सड़कों पर घूमते दिख जाएंगे. इनमें ऐसी गाय भी शामिल हैं, जिनका लोग दूध निकालने के बाद खुला छोड़ देते हैं. इससे किसानों को भी नुकसान झेलना पड़ता है. कई बार यह गाय सड़क दुर्घटना का भी शिकार हो जाती हैं. इस समस्या पर काबू पाने के लिए सरकार ने अभी अस्थायी और कुछ स्थायी गौशालाओं का निर्माण कराया है. फिरोजाबाद जनपद में कुल 42 गौशालाएं संचालित हैं. इनमें से दो स्थायी और 39 अस्थायी गौशालाएं हैं. वहीं, एक कान्हा गौशाला की देखभाल नगर निगम करता है.
यह भी पढ़ें: मिड-डे-मील में मिली छिपकली, खाना खाने से 30 बच्चों की हालत बिगड़ी
गौशालाओं में 4 हजार से ज्यादा गोवंश पशु संरक्षित हैं. इसके बावजूद भी सैकड़ों गाय सड़कों पर घूमती दिख जाएंगी. उत्तर प्रदेश सरकार सड़कों पर विचरण करने वाली इन गायों का स्थायी इंतजाम करने जा रही हैं. फिरोजाबाद के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. जितेंद्र कुमार ने बताया कि सरकार प्रदेश भर में प्रत्येक विकासखंड स्तर पर बड़ी गौशालाएं खोलने जा रही है. इन विकासखंडों में 50 से 60 एकड़ जमीन तलाशी जा रही है, जिनमें 3 हजार गायों को संरक्षित किया जाएगा. वहीं, इन गौशालाओं में गाय के चारे की भी व्यवस्था की जाएगी. साथ ही इनमें बायोगैस संयंत्र भी लगाया जाएगा. उन्होंने बताया कि इन गौशालाओं में गाय के गोवर से गैस बनेगी, जिसकी बाजार में बिक्री होगी और इससे गौशालाएं आत्मनिर्भर बन सकेंगी. प्रदेश सरकार से निर्देश मिलने के बाद जिले में जमीन को तलाशने की कवायद शुरू कर दी है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप