प्रयागराज: शनिवार को अमर शहीद उधम सिंह की शहादत याद की गयी. इस अवसर पर प्रयागराज के चंद्रशेखर आजाद पार्क में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें शहीद उधम सिंह को अधिकारियों और लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए. इस मौके पर उत्तर प्रदेश सशस्त्र पुलिस बल के जवानों ने बंदूक से 21 शॉट फायर करके शहीद उधम सिंह को सलामी दी. यहां मौजूद लोगों ने उनके चित्र पर फूल माला चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी.
सरदार उधम सिंह का नाम भारत की आजादी की लड़ाई में पंजाब के क्रांतिकारी के रूप में दर्ज है. उनका असली नाम शेर सिंह था और कहा जाता है कि साल 1933 में उन्होंने पासपोर्ट बनाने के लिए 'उधम सिंह' नाम अपनाया था. उनका जन्म 26 दिसंबर 1899 को पजांब के संगरूर जिले के सुनाव गांव में हुआ था.
उधम सिंह ने 13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग में हुए कत्ले आम का बदला लेने के लिए जलियांवाला बाग के आरोपी माइकल ओ डायर को 13 मार्च 1940 को मारा था. डायर को मारने के बाद उधमसिंह ने वहां से भागने की कोशिश नहीं की, बल्कि गिरफ्तारी दे दी थी. उन पर मुकदमा चला ओर चार जून 1940 को उन्हें हत्या का दोषी ठहराया गया. 31 जुलाई 1940 को उन्हें पेंटनविले जेल में फांसी दे दी गई.
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इस मौके पर मौजूद प्रयागराज के एडीएम सिटी अशोक कुमार कनौजिया ने कहा कि शहीद उधम सिंह का भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में बहुत बड़ा योगदान था. उन्होंने देश की आजादी के लिए हंसते-हंसते अपने प्राणों की आहुति दे दी थी. हमें उनके जीवन से देशभक्ति की प्रेरणा लेनी चाहिए. आज हम लोग जो आजाद खुली हवा में सांस ले रहे हैं, वो इन्हीं अमर शहीदों की देन है. शहीद दिवस पर अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क में उनको श्रद्धांजलि दी गई.