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आगरा में भू-समाधि के बाद ग्रामीणों ने दी अधिकारियों को बंधक बनाने की धमकी

आगरा में भू-समाधि (Agra me Bhumi Samadhi) का मामला सुर्खियां बटोर रहा है. आगरा की धनौली ग्राम पंचायत यूपी की दूसरी बड़ी ग्राम पंचायत है. यहां के लोग खस्ताहाल सड़कों और जलभराव की समस्या से परेशान हैं.

bhu samadhi in agra dhanauli
bhu samadhi in agra dhanauli
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Published : Dec 7, 2021, 8:32 PM IST

आगरा: धनौली ग्राम पंचायत आगरा की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत है. जलभराव और खस्ताहाल सड़कों से परेशान धनौली के बच्चे, युवा, पुरुष और महिलाएं अनिश्चित कालीन धरना दे रहे हैं. आगरा की धनौली ग्राम पंचायत के ग्रामीण अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन, संघर्ष और भू-समाधि तक ले चुके हैं.

आगरा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के गांव धनौली में ईटीवी भारत की टीम

हर बार उन्हें जन-प्रतिनिधि और अधिकारियों से आश्वासन ही मिलता है. 58 दिन से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे युवा, महिला और पुरुषों से ईटीवी भारत की टीम ने विशेष बातचीत की. उन्होंने ऐलान किया कि अधिकारी ने जो आश्वासन दिया है. उसका दो दिन पूरा होने का इंतजार करेंगे. यदि काम शुरू नहीं हुआ तो जो भी अधिकारी यहां आएगा, उसे बंधक बनाएंगे. तभी अधिकारी को छोड़ेंगे जब उनकी समस्या का समाधान हो जाएगा.



आगरा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के गांव धनौली में 12 अक्टूबर 2021 से लगातार स्थानीय लोग अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं. इस धरना स्थल पर बच्चे, युवा, महिला, पुरुष, बुजुर्ग जुटते हैं. स्थानीय लोगों की मांग है कि धनौली की जलभराव की समस्या को दूर किया जाए. पक्के नालों का निर्माण हो. गलियां बनें.

इसके साथ ही खस्ताहाल सड़क भी बनाई जाए. जब तक ऐसा नहीं होगा. हमारा धरना प्रदर्शन चलता रहेगा. सोमवार को बुजुर्ग प्रेम सिंह ने भू-समाधि ली थी. अधिकारियों ने समझा-बुझाकर के बाहर प्रेम सिंह को बाहर निकाला था. आश्वासन दिया था कि उनकी समस्या का समाधान जल्द किया जाएगा.




धरना प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे समाजसेवी सावित्री चाहर का कहना है कि 1 नवंबर 2021 को जब मैंने समाधि ली थी. तब पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर आए थे. आश्वासन दिया था कि जल्द से जल्द जलभराव की समस्या दूर करने के लिए काम शुरू किया जाएगा. लेकिन अभी तक हालात जस के तस हैं. जन-प्रतिनिधि इस बारे में कुछ भी नहीं कर रहे हैं. भू-समाधि लेने वाले प्रेम सिंह ने बताया कि अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं. इसलिए सोमवार को मैंने भी भू-समाधि लेने का फैसला किया था.

मैं जब समाधि गया तो इसकी खबर मिलते ही पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौके पर आ गए. आश्वासन दिया था कि मंगलवार से नाला बनने साथ ही सड़क बनाने का काम शुरू हो जाएगा. लेकिन आज ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है. हम दो दिन तक अधिकारियों के काम शुरू करने का इंतजार करेंगे. इसके बाद जो भी अधिकारी यहां पर आएगा उसे हम बंधक बनाएंगे. शांतिपूर्ण तरीके अधिकारी को बंधक बनाकर रखेंगे. अपनी समस्या को लेकर हम एसडीएम, डीएम, कमिश्नर, जनप्रतिनिधि, सीएमओ और पीएमओ तक शिकायत कर चुके हैं.



स्थानीय निवासी का कहना है कि सालों से हम जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं. यहां की सड़कें खस्ताहाल हैं. जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों से लगातार हम शिकायतें कर रहे हैं. लेकिन हमारी सुनवाई नहीं हो रही है. यह धनौली ग्राम पंचायत की ही समस्या नहीं है. यहां से होकर आसपास के करीब 20 से ज्यादा गांव के लोग हर दिन आते जाते हैं और सभी लोग जलभराव और खस्ताहाल सड़क के वजह से परेशान होते हैं.

ये भी पढ़ें- 17 लड़कियों के साथ दुष्कर्म की कोशिश : महिला सुरक्षा की खुल रही है पोल, बीजेपी को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं


स्थानीय निवासी ने बताया कि, जलभराव की समस्या के चलते लोगों ने अपने घरों के मिट्टी डलवा ली है. इससे मकान नीचे हो गए हैं. स्कूल आते जाते समय बच्चे भी खस्ताहाल सड़क और जलभराव की सड़क में गिरकर चोटिल हो जाते हैं. जल भराव और खस्ताहाल सड़कों की वजह से खूब हादसे होते हैं.

स्थानीय महिला का कहना है कि लगातार मांग करने के बाद भी समस्या जस की तस बनी है. जलभराव के साथ ही कचरा डालने की कोई व्यवस्था नहीं है. नालियां और गलियां नहीं बनी हैं और इसी वजह से हम लोग अब जब तक समस्या का समाधान नहीं हो जाता, तब तक ऐसे ही धरना जारी रखेंगे.

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आगरा: धनौली ग्राम पंचायत आगरा की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत है. जलभराव और खस्ताहाल सड़कों से परेशान धनौली के बच्चे, युवा, पुरुष और महिलाएं अनिश्चित कालीन धरना दे रहे हैं. आगरा की धनौली ग्राम पंचायत के ग्रामीण अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन, संघर्ष और भू-समाधि तक ले चुके हैं.

आगरा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के गांव धनौली में ईटीवी भारत की टीम

हर बार उन्हें जन-प्रतिनिधि और अधिकारियों से आश्वासन ही मिलता है. 58 दिन से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे युवा, महिला और पुरुषों से ईटीवी भारत की टीम ने विशेष बातचीत की. उन्होंने ऐलान किया कि अधिकारी ने जो आश्वासन दिया है. उसका दो दिन पूरा होने का इंतजार करेंगे. यदि काम शुरू नहीं हुआ तो जो भी अधिकारी यहां आएगा, उसे बंधक बनाएंगे. तभी अधिकारी को छोड़ेंगे जब उनकी समस्या का समाधान हो जाएगा.



आगरा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के गांव धनौली में 12 अक्टूबर 2021 से लगातार स्थानीय लोग अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं. इस धरना स्थल पर बच्चे, युवा, महिला, पुरुष, बुजुर्ग जुटते हैं. स्थानीय लोगों की मांग है कि धनौली की जलभराव की समस्या को दूर किया जाए. पक्के नालों का निर्माण हो. गलियां बनें.

इसके साथ ही खस्ताहाल सड़क भी बनाई जाए. जब तक ऐसा नहीं होगा. हमारा धरना प्रदर्शन चलता रहेगा. सोमवार को बुजुर्ग प्रेम सिंह ने भू-समाधि ली थी. अधिकारियों ने समझा-बुझाकर के बाहर प्रेम सिंह को बाहर निकाला था. आश्वासन दिया था कि उनकी समस्या का समाधान जल्द किया जाएगा.




धरना प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे समाजसेवी सावित्री चाहर का कहना है कि 1 नवंबर 2021 को जब मैंने समाधि ली थी. तब पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर आए थे. आश्वासन दिया था कि जल्द से जल्द जलभराव की समस्या दूर करने के लिए काम शुरू किया जाएगा. लेकिन अभी तक हालात जस के तस हैं. जन-प्रतिनिधि इस बारे में कुछ भी नहीं कर रहे हैं. भू-समाधि लेने वाले प्रेम सिंह ने बताया कि अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं. इसलिए सोमवार को मैंने भी भू-समाधि लेने का फैसला किया था.

मैं जब समाधि गया तो इसकी खबर मिलते ही पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौके पर आ गए. आश्वासन दिया था कि मंगलवार से नाला बनने साथ ही सड़क बनाने का काम शुरू हो जाएगा. लेकिन आज ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है. हम दो दिन तक अधिकारियों के काम शुरू करने का इंतजार करेंगे. इसके बाद जो भी अधिकारी यहां पर आएगा उसे हम बंधक बनाएंगे. शांतिपूर्ण तरीके अधिकारी को बंधक बनाकर रखेंगे. अपनी समस्या को लेकर हम एसडीएम, डीएम, कमिश्नर, जनप्रतिनिधि, सीएमओ और पीएमओ तक शिकायत कर चुके हैं.



स्थानीय निवासी का कहना है कि सालों से हम जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं. यहां की सड़कें खस्ताहाल हैं. जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों से लगातार हम शिकायतें कर रहे हैं. लेकिन हमारी सुनवाई नहीं हो रही है. यह धनौली ग्राम पंचायत की ही समस्या नहीं है. यहां से होकर आसपास के करीब 20 से ज्यादा गांव के लोग हर दिन आते जाते हैं और सभी लोग जलभराव और खस्ताहाल सड़क के वजह से परेशान होते हैं.

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स्थानीय निवासी ने बताया कि, जलभराव की समस्या के चलते लोगों ने अपने घरों के मिट्टी डलवा ली है. इससे मकान नीचे हो गए हैं. स्कूल आते जाते समय बच्चे भी खस्ताहाल सड़क और जलभराव की सड़क में गिरकर चोटिल हो जाते हैं. जल भराव और खस्ताहाल सड़कों की वजह से खूब हादसे होते हैं.

स्थानीय महिला का कहना है कि लगातार मांग करने के बाद भी समस्या जस की तस बनी है. जलभराव के साथ ही कचरा डालने की कोई व्यवस्था नहीं है. नालियां और गलियां नहीं बनी हैं और इसी वजह से हम लोग अब जब तक समस्या का समाधान नहीं हो जाता, तब तक ऐसे ही धरना जारी रखेंगे.

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