लखनऊ : शहर में अवैध निर्माण व प्लाॅटिंग के खिलाफ लगातार चलाये जा रहे अभियान के क्रम में मंगलवार को एलडीए की प्रवर्तन टीम ने बड़ी कार्रवाई की. इस दौरान किसान पथ के पास 15 बीघा व 10 बीघा क्षेत्रफल में की जा रही दो अवैध प्लाॅटिंग को ध्वस्त किया गया. वहीं सीतापुर रोड स्थित मड़ियांव में एक अवैध मैरिज लाॅन व देवपुर पारा में एक आवासीय निर्माण को सील किया गया.
प्रवर्तन जोन एक के जोनल अधिकारी देवांश त्रिवेदी ने बताया कि अजय वीर द्वारा किसान पथ के पास इंदिरा नहर के किनारे ग्राम-चौधरी का पुरवा, सिकन्दरपुर में लगभग 15 बीघा क्षेत्रफल में अनाधिकृत रूप से प्लाॅटिंग का कार्य करते हुए अवैध काॅलोनी विकसित की जा रही थी. इसी तरह ग्राम-दुधरा में किसान पथ से लगी हुई लगभग 10 बीघा जमीन पर प्लाटिंग का कार्य करते हुए अवैध काॅलोनी बसाने का प्रयास किया जा रहा था. प्राधिकरण से ले-आउट स्वीकृत कराये बिना की जा रही इन दोनों अवैध प्लाॅटिंग के विरूद्ध विहित न्यायालय द्वारा ध्वस्तीकरण के आदेश पारित किये गये थे, जिसके अनुपालन में प्रवर्तन टीम ने मंगलवार को पुलिस बल के सहयोग से दोनों अवैध प्लाॅटिंग के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई कराई. इस दौरान डेवलपर द्वारा स्थल पर विकसित की गई सड़क, नाली, बाउंड्रीवाॅल, स्टोर व साइट ऑफिस आदि को ध्वस्त कर दिया गया.
सीतापुर रोड पर मैरिज लाॅन सील : प्रवर्तन जोन चार के जोनल अधिकारी माधवेश कुमार ने बताया कि डाॅ. सैयद अजहर अब्बास रिजवी द्वारा मड़ियांव में सीतापुर रोड पर लगभग 19,500 वर्गफिट क्षेत्रफल के भूखंड पर 2,250 वर्गफिट क्षेत्रफल में हाॅल व कमरों का निर्माण कराकर मैरिज लाॅन संचालित किया जा रहा था. प्राधिकरण से मानचित्र स्वीकृत कराये बिना अवैध रूप से किये गये उक्त निर्माण कार्य के विरूद्ध विहित न्यायालय द्वारा वाद योजित करते हुए सीलिंग के आदेश दिये गये थे, जिसके अनुपालन में प्रवर्तन टीम ने पुलिस बल के सहयोग से मैरिज लाॅन को सील कर दिया.
देवपुर पारा में अवैध निर्माण सील : प्रवर्तन जोन तीन की जोनल अधिकारी वन्दना पाण्डेय ने बताया कि वीरपाल, रोहित पाल द्वारा देवपुर पारा में सूर्यनगर फाटक के आगे राम बिहार काॅलोनी में लगभग 3,000 वर्गफिट क्षेत्रफल के भूखंड पर अवैध रूप से आवासीय भवन का निर्माण कराया जा रहा था. प्राधिकरण से मानचित्र स्वीकृत कराये बिना अवैध रूप से किये जा रहे इस निर्माण कार्य के विरूद्ध विहित न्यायालय द्वारा वाद योजित करते हुए सीलिंग के आदेश पारित किये गये थे, जिसे प्रवर्तन टीम ने प्राधिकरण पुलिस बल के सहयोग से सील कर दिया.