मुंबई: बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने गुरुवार को कहा कि वह राइट इश्यू में लगने वाले समय को कम करने के प्रस्ताव के बारे में जल्दी ही अपना पक्ष रखेगा. सेबी चेयरमैन अजय त्यागी ने फिक्की के एक कार्यक्रम में यहां यह जानकारी दी.
अभी राइट इश्यू की प्रक्रिया में 55 से 58 दिन लगते हैं. सेबी ने इस समय को घटाकर 31 दिन करने के बारे में प्रस्ताव किया है. उन्होंने कहा, "सेबी ने राइट इश्यू में लगने वाले समय को कम करने के लिये परामर्श पत्र जारी किया है. हम जल्दी ही इस बारे में अपनी राय रखेंगे."
उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में राइट इश्यू को लेकर गतिविधियों में तेजी देखने को मिली है. त्यागी ने कहा कि सेबी वैकल्पिक निवेश कोष (एआईएफ) की रूपरेखा को मजबूत बनाने के कदम उठाने की प्रक्रिया में है. निजी आवंटन ज्ञापन के मानकीकरण तथा प्रदर्शन संबंधी सूचनाओं की रूपरेखा का बेंचमार्क तय करने जैसे क्षेत्रों में रूपरेखा को मजबूत करने की प्रक्रिया चल रही है.
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उन्होंने कहा कि कंपनी के प्रवर्तक के विचार का भी परीक्षण किया जा रहा है. इस बात का अध्ययन किया जा रहा है कि क्या इसकी जगह नियंत्रक शेयरधारक का विचार अपनाया जा सकता है. भारत में प्रवर्तक का विचार लंबे समय से हावी रहा है जबकि वैश्विक स्तर पर नियंत्रक शेयरधारक का विचार अधिक इस्तेमाल होता है.