सीतापुर: आम जनता को स्वच्छ और ठंडा पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शहर के प्रमुख स्थानों पर लगवाए गए वाटर एटीएम शोपीस बने हुए हैं. न तो कोई इनकी देखरेख करने वाला है और न ही कोई नियंत्रण करने वाला. लाखों रुपये की लागत से लगवाए गए इन वाटर एटीएमों का आम जनता को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है.
- शहर के प्रमुख चौराहों का सौंदर्यीकरण कराने के साथ ही आम जनता को स्वच्छ और ठंडा पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य वाटर एटीएम लगाए गए थे.
- इनका रस्मी तौर पर उद्घाटन भी कर दिया गया, लेकिन इनकी टोटियां सूखी ही रहीं.
- पहले तो बिजली का कनेक्शन न होने की दलील दी गयी, लेकिन बाद में कनेक्शन लेने की दिशा में भी कोई प्रयास नहीं किये गए.
- प्रशासन की लापरवाही के कारण शहर के प्रमुख स्थानों पर लगे करीब आठ एटीएम से शोपीस बनकर रह गए हैं.
- सरकार के लाखों रुपये बर्बाद हो रहे हैं, लेकिन प्रशासन को इसकी कोई फिक्र ही नहीं है.
अगर इस दिशा में जिम्मेदार अधिकारी और फिर नगर पालिका प्रशासन जरा सा गंभीर हो जाय, तो इन वाटर एटीएम की उपयोगिता तो साबित हो सकती है. आम जनता को भी भीषण गर्मी के इस दौर में इससे बड़ी राहत मिल सकती है.