मथुरा:जब पूरी कान्हा की नगरी होली के रंग में डूबी हुई नजर आ रही थी, तब ऐसे में वो नौनिहाल जिनके सिर पर मां-बाप का हाथ नहीं है जो विरानी में अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं. ऐसे ही अनाथ मासूमों के बीच रविवार को राजकीय अनाथ बाल गृह शिशु सदन अनाथाश्रम में बच्चों संग अबीर गुलाल लगा कर होली मनाई गई. राजकीय अनाथ बाल गृहने होली के पावन अवसर पर विगत वर्षों की तरह सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से अनाथ बच्चों के साथ होली से पहले होली खेलकरअनाथ बच्चों के चेहरे पर मुस्कराहट बिखेर दी है.
बीर, गुलाल, रंग व मिठाई के साथ अनाथाश्रम पहुंची श्री मीरा मित्तल ने कहा कि समय के मारे अनाथ मासूमों के जीवन में खुशहाली के लिए सभी को प्रयास करना चाहिए. बदलते परिवेश में आज हम खुद अपनों तक सिकुड़ कर रह गए हैं, जो मानव के उद्देश्यों के ठीक प्रतिकूल है.उन्होंने कहा कि होली रंगों व खुशियों का त्योहार है.इसे सभी तक पहुंचाया जाए इसकी कोशिश होनी चाहिए.
सामाजिक संस्थाओं ने इस अवसर पर अनाथालय में सदस्यों द्वारा बच्चों को पिचकारी, गुलाल, रंग एवं उपहार का वितरण कर बच्चों के साथ रंग गुलाल लगाकर रंगों का त्योहार मनाया गया.संस्था की अध्यक्ष मीरा मित्तल ने कहा कि यह बच्चे देश का भविष्य हैं और हम सभी उनके परिवार हैं. इसलिए कम से कम त्योहारों पर तो इन्हें अपनों की कमी महसूस ना हो इसके लिए हमारा संगठन सभी त्योहारों को इन बच्चों के साथ ही मनाता है.अगर इस तरह से थोड़े से प्रयास से हम इन बच्चों के चेहरे पर थोड़ी सी खुशी ला सके तो हमारा परमात्मा हमें भी खुशी देगा.
संगठन का उद्देश्य अनाथ बच्चों के जीवन में रंग भरना है ,जिसे संस्था हर त्योहार गरीब एवं जरूरतमंद बच्चों के साथ मनाती हैं.होली पर बच्चे सबसे ज्यादा मस्ती करते हैं लेकिन कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं जो इस खुशी से वंचित रह जाते हैं. इसलिए हमने इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन कर बच्चों के साथ होली खेली और खुशी देने का प्रयास किया.