पीलीभीत: लोकसभा चुनाव 2019 का बिगुल बज चुका है. सभी पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतार चुकी हैं. समाजवादी पार्टी ने पीलीभीत में लोकसभा प्रत्याशी के रूप में हेमराज वर्मा को उम्मीदवार बनाया है. गेस्ट हाउस कांड पर पूछे गए सवाल पर हेमराज वर्मा ने चुप्पी साधी और गोल-मोल बातें करते हुए दिखाई दिए.
हेमराज वर्मा, सपा प्रत्याशी, पीलीभीत. उत्तर प्रदेश में लोकसभा सीटों पर सपा-बसपा ने आपस में मिलकर गठबंधन किया है. पीलीभीत लोकसभा सीट गठबंधन में होने के कारण समाजवादी पार्टी के पाले में आई है. समाजवादी पार्टी ने हेमराज वर्मा को पीलीभीत लोकसभा सीट पर अपना प्रत्याशी बनाया है. प्रत्याशी बनने के बाद हेमराज वर्मा ने अपने पार्टी कार्यालय में बैठक की. बैठक के दौरान उनसे मायावती के साथ हुए गेस्ट हाउस कांड पर जब सवाल पूछा गया तो हेमराज वर्मा ने इस मामले पर चुप्पी साध ली और जब बोले तो गोल-मोल बातें करते हुए दिखाई दिए.
हेमराज वर्मा, सपा प्रत्याशी, पीलीभीत. 1993 में सपा-बसपा के बीच गठबंधन हुआ था. आपसी मनमुटाव के चलते 2 जून 1995 को बसपा ने सरकार से किनारा कर लिया था और समर्थन वापसी की घोषणा कर दी थी. इस वजह से मुलायम सिंह की सरकार अल्पमत में आ गई थी. समाजवादी पार्टी अपनी सरकार का बचाव करते हुए कई तरह के जोड़-तोड़ करने लगी, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. ऐसे में अंत में जब बात नहीं बनी तो नाराज सपा कार्यकर्ता लखनऊ के मीराबाई मार्ग स्थित स्टेट गेस्ट हाउस पहुंच गए. कुछ गुंडों ने बसपा प्रमुख को कमरे में बंद कर उनके साथ मारपीट की.
तब से लेकर आज तक गेस्ट हाउस कांड काफी चर्चित रहा है. इस बार फिर सपा-बसपा में गठबंधन हुआ है. जब इस मौके पर सपा प्रत्याशी से गेस्ट हाउस कांड के मामले में पूछा गया तो चुप्पी साधते हुए सपा प्रत्याशी ने किनारा कर लिया.