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जब सपा प्रत्याशी हेमराज वर्मा ने गेस्ट हाउस कांड पर दिया गोल-मोल जवाब...

जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव पास आता जा रहा है. वैसे-वैसे चुनावी सरगर्मियां लगातार बढ़ती जा रही हैं. नेता लोग अपनी बयानबाजी को लेकर जनता के बीच जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं. सपा प्रत्याशी हेमराज वर्मा से जब गेस्ट हाउस कांड पर सवाल पूछा गया तो वह गोल-मोल जवाब देते हुए दिखाई दिए.

हेमराज वर्मा,सपा प्रत्याशी,पीलीभीत
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Published : Mar 27, 2019, 10:03 PM IST

पीलीभीत: लोकसभा चुनाव 2019 का बिगुल बज चुका है. सभी पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतार चुकी हैं. समाजवादी पार्टी ने पीलीभीत में लोकसभा प्रत्याशी के रूप में हेमराज वर्मा को उम्मीदवार बनाया है. गेस्ट हाउस कांड पर पूछे गए सवाल पर हेमराज वर्मा ने चुप्पी साधी और गोल-मोल बातें करते हुए दिखाई दिए.

हेमराज वर्मा, सपा प्रत्याशी, पीलीभीत.
उत्तर प्रदेश में लोकसभा सीटों पर सपा-बसपा ने आपस में मिलकर गठबंधन किया है. पीलीभीत लोकसभा सीट गठबंधन में होने के कारण समाजवादी पार्टी के पाले में आई है. समाजवादी पार्टी ने हेमराज वर्मा को पीलीभीत लोकसभा सीट पर अपना प्रत्याशी बनाया है. प्रत्याशी बनने के बाद हेमराज वर्मा ने अपने पार्टी कार्यालय में बैठक की. बैठक के दौरान उनसे मायावती के साथ हुए गेस्ट हाउस कांड पर जब सवाल पूछा गया तो हेमराज वर्मा ने इस मामले पर चुप्पी साध ली और जब बोले तो गोल-मोल बातें करते हुए दिखाई दिए.

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हेमराज वर्मा, सपा प्रत्याशी, पीलीभीत.
1993 में सपा-बसपा के बीच गठबंधन हुआ था. आपसी मनमुटाव के चलते 2 जून 1995 को बसपा ने सरकार से किनारा कर लिया था और समर्थन वापसी की घोषणा कर दी थी. इस वजह से मुलायम सिंह की सरकार अल्पमत में आ गई थी. समाजवादी पार्टी अपनी सरकार का बचाव करते हुए कई तरह के जोड़-तोड़ करने लगी, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. ऐसे में अंत में जब बात नहीं बनी तो नाराज सपा कार्यकर्ता लखनऊ के मीराबाई मार्ग स्थित स्टेट गेस्ट हाउस पहुंच गए. कुछ गुंडों ने बसपा प्रमुख को कमरे में बंद कर उनके साथ मारपीट की.

तब से लेकर आज तक गेस्ट हाउस कांड काफी चर्चित रहा है. इस बार फिर सपा-बसपा में गठबंधन हुआ है. जब इस मौके पर सपा प्रत्याशी से गेस्ट हाउस कांड के मामले में पूछा गया तो चुप्पी साधते हुए सपा प्रत्याशी ने किनारा कर लिया.

पीलीभीत: लोकसभा चुनाव 2019 का बिगुल बज चुका है. सभी पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतार चुकी हैं. समाजवादी पार्टी ने पीलीभीत में लोकसभा प्रत्याशी के रूप में हेमराज वर्मा को उम्मीदवार बनाया है. गेस्ट हाउस कांड पर पूछे गए सवाल पर हेमराज वर्मा ने चुप्पी साधी और गोल-मोल बातें करते हुए दिखाई दिए.

हेमराज वर्मा, सपा प्रत्याशी, पीलीभीत.
उत्तर प्रदेश में लोकसभा सीटों पर सपा-बसपा ने आपस में मिलकर गठबंधन किया है. पीलीभीत लोकसभा सीट गठबंधन में होने के कारण समाजवादी पार्टी के पाले में आई है. समाजवादी पार्टी ने हेमराज वर्मा को पीलीभीत लोकसभा सीट पर अपना प्रत्याशी बनाया है. प्रत्याशी बनने के बाद हेमराज वर्मा ने अपने पार्टी कार्यालय में बैठक की. बैठक के दौरान उनसे मायावती के साथ हुए गेस्ट हाउस कांड पर जब सवाल पूछा गया तो हेमराज वर्मा ने इस मामले पर चुप्पी साध ली और जब बोले तो गोल-मोल बातें करते हुए दिखाई दिए.

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हेमराज वर्मा, सपा प्रत्याशी, पीलीभीत.
1993 में सपा-बसपा के बीच गठबंधन हुआ था. आपसी मनमुटाव के चलते 2 जून 1995 को बसपा ने सरकार से किनारा कर लिया था और समर्थन वापसी की घोषणा कर दी थी. इस वजह से मुलायम सिंह की सरकार अल्पमत में आ गई थी. समाजवादी पार्टी अपनी सरकार का बचाव करते हुए कई तरह के जोड़-तोड़ करने लगी, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. ऐसे में अंत में जब बात नहीं बनी तो नाराज सपा कार्यकर्ता लखनऊ के मीराबाई मार्ग स्थित स्टेट गेस्ट हाउस पहुंच गए. कुछ गुंडों ने बसपा प्रमुख को कमरे में बंद कर उनके साथ मारपीट की.

तब से लेकर आज तक गेस्ट हाउस कांड काफी चर्चित रहा है. इस बार फिर सपा-बसपा में गठबंधन हुआ है. जब इस मौके पर सपा प्रत्याशी से गेस्ट हाउस कांड के मामले में पूछा गया तो चुप्पी साधते हुए सपा प्रत्याशी ने किनारा कर लिया.
Intro:लोकसभा चुनाव 2019 का बिगुल बज चुका है सभी पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतार चुकी हैं ऐसा ही पीलीभीत में कल शाम समाजवादी पार्टी ने अपने लोकसभा प्रत्याशी के रूप में हेमराज वर्मा को उम्मीदवार बनाया और उम्मीदवार बनने के बाद आज एक बैठक के दौरान सपा प्रत्याशी से पूछे गए गेस्ट हाउस मामले पर पूछे गए सवाल पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी हेमराज वर्मा ने चुप्पी साधी और गोल गोल बातें करते हुए दिखे


Body:लोकसभा चुनाव जैसे पास आते जा रहे हैं वैसे वैसे चुनावी सरगर्मियां लगातार बढ़ती जा रही हैं नेता लोग अपने बयानबाजी को लेकर जनता के बीच जगह बनाने की कोशिश कर रही है अपना वोट बैंक मजबूत कर रही है

आपको बता दें उत्तर प्रदेश में लोकसभा सीटों पर सपा-बसपा ने आपस में मिलकर गठबंधन किया है और पीलीभीत लोकसभा सीट गठबंधन में होने के खातिर समाजवादी पार्टी के पाले में आई है कल समाजवादी पार्टी ने हेमराज वर्मा को पीलीभीत लोक सभा सीट पर अपना प्रत्याशी बनाया, प्रत्याशी बनने के बाद हेमराज वर्मा अपने पार्टी कार्यालय पर पहुंचे और एक बैठक की, बैठक के दौरान उनसे मायावती के साथ हुए गेस्ट हाउस कांड पर जब सवाल पूछा गया तो सपा प्रत्याशी हेमराज वर्मा ने इस मामले पर चुप्पी साधे हुए गोल गोल बातें करते हुए दिखाई दिए..

सपा प्रत्याशी का अपने गठबंधन में बसपा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के साथ हुए गेस्ट हाउस मामले पर कोई जवाब नहीं देते हुए चुप्पी साध लेना कहीं ना कहीं सपा का बैक फुट आता हुआ दिखाई दे रहा है

आपको बता दें 1993 में सपा बसपा के बीच गठबंधन हुआ था लेकिन आपसी मनमुटाव के चलते 2 जून 1995 को बसपा ने सरकार से किनारा कर लिया और समर्थन वापसी की घोषणा कर दी इस वजह से मुलायम सिंह की सरकार अल्पमत में आ गई थी समाजवादी पार्टी अपनी सरकार का बचाव करते हुए कई तरह के जोड़ घटाव किए जाने लगे लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी, ऐसे में अंत में जब बात नहीं बनी तो नाराज सपा कार्यकर्ताओं ने विधायक लखनऊ के मीराबाई मार्ग स्थित स्टेट गेस्ट हाउस पहुंच गए जहां मायावती कमरा नंबर 1 में ठहरी हुई थी कुछ गुंडों ने बसपा सुप्रीमो को कमरे में बंद कर उनके साथ मारपीट की और उनके कपड़े फाड़ दिए

तब से लेकर आज तक गेस्ट हाउस कांड काफी चर्चित रहा और इस बार एक बार फिर सपा बसपा में गठबंधन हुआ जब इस मौके पर सपा प्रत्याशी से गेस्ट हाउस कांड के मामले पर पूछा गया तो चुप्पी साधे हुए सपा प्रत्याशी ने किनारा साध लिया


Conclusion:सपा प्रत्याशी- हेमराज वर्मा
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