बांदा: बुंदेलखंड में गर्मी पानी का जबरदस्त संकट लेकर आयी है. जैसे-जैसे तापमान बढ़ रहा है, वैसे-वैसे जलसंकट भी बढ़ता जा रहा है. सबसे बदतर हाल चित्रकूटधाम मंडल के मुख्यालय बांदा के हैं. जहां पानी की एक-एक बूंद के लिए लोग अब सड़कों में लेटकर प्रदर्शन करने पर मजबूर हैं. यहां पर वीआईपी इलाकों समेत पूरा शहर पानी की किल्लत से त्राहि-त्राहि कर रहा है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में जलसंकट से इंसान के साथ ही पशुओं के भी जान के लाले पड़ रहे हैं.
हालात इतने भयावह हैं कि पानी के कारण में बच्चों ने स्कूल जाना भी छोड़ रखा है.
- आज हर जिलेवासी पानी मांग कर रहा है.
- बलखंडीनाका में महिलाएं, पुरुष और बच्चे सभी सड़कों पर लेटकर पानी के लिए प्रदर्शन किया.
- लोगों के मुताबिक पिछले एक महीने से वह भारी जल का संकट झेल रहे हैं.
- प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
- वहीं मौके पर पहुंचे एडीएम ने किसी तरह लोगो को समझाबुझाकर और आश्वासन देकर प्रदर्शन खत्म कराया.
एक अनार सौ बीमार की हालत:
- इस बवाल के बाद जब संवाददाता ने बांदा की सड़कों का जायजा लिया तो कई जगह सड़कों पर पानी के टैंकर खड़े मिले. लेकिन यहां हालत अनार सौ बीमार वाली थी.
- बलखंडीनाका मोहल्ले में जिस जगह पर प्रदर्शन हुआ था. वहां प्रशासन ने एक टैंकर पानी देकर रस्मअदायगी सी कर दी और लोग एक टैंकर पानी में एक-एक बूंद पानी के लिए जूझते नजर आये.
- कैलाशपुरी लोधा कुआं रोड में भी हमें यही नजारा देखने को मिला. यहां मासूम बच्चे अपनी पढ़ाई छोड़ पानी लेने के लिए जूझते मिले.
मामले में एडीएम संतोष कुमार सिंह का कहना है कि पानी की समस्या के निराकरण की कोशिश की जा रही है और तब तक के लिए टैंकरों से पानी की सप्लाई की गयी है.