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जौनपुर: जाति प्रमाण पत्र न बनने से नाराज ग्रामीणों ने किया मतदान का बहिष्कार

जौनपुर के सिकरारा ब्लॉक स्थित कुल्हनामऊ गांव में दलित बस्ती के लोगों ने मल्हनी विधानसभा सीट पर होने वाले के उपचुनाव में मतदान बहिष्कार का ऐलान किया है. लोगों ने कहा कि, उनके गांव में पांच हजार की आबादी अनुसूचित जाति की है. 2014 के बाद प्रमाण पत्र जारी नहीं किए जा रहे हैं. इसके कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में जब तक उन्हें जाति प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जाएगा वे मतदान नहीं करेंगे.

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People boycott voting in jaunpur
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Published : Oct 14, 2020, 5:18 PM IST

जौनपुर: जिले के बक्शा थाना क्षेत्र स्थित कुल्हनामऊ गांव के लोगों ने बीते 6 सालों से जाति प्रमाण-पत्र न बनने के खिलाफ नाराजगी जताते हुए, मल्हनी विधानसभा सीट होने वाले उपचुनाव में मतदान का बहिष्कार करने का एलान किया है. ग्रामीणों के मुताबिक, 2014 के पहले जाति प्रमाण बनता था. लेकिन, गांव के कुछ लोगों के विरोध के कारण जाति प्रमाण-पत्र नहीं बन रहा है. जाति प्रमाण-पत्र न बनने के कारण लोग नौकरियों से वंचित रह जा रहे हैं. इसके साथ ही स्कॉलरशिप न मिल पाने के कारण बच्चे पढ़ाई छोड़ मजदूरी करने को मजबूर हो रहे हैं. इसकी शिकायत आलाधिकारियों से भी की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. जिसके कारण परेशान होकर हम लोग मतदान का बहिष्कार कर रहे हैं.

'कानूनगों ने झूठे केस में फांसने की दी धमकी'
कुल्हनामऊ निवासी मनोज ने बताया कि जब वह कक्षा 9 में पढ़ाई कर रहा था तब उसका जाति प्रमाण पत्र बना था. इसके बाद बीए फर्स्ट ईयर में जब स्कॉलरशिप के लिए जब उसे जाति प्रणाम पत्र की जरूरत पड़ी तो उसने फिर से आवेदन किया. लेकिन, जाति प्रमाण पत्र नहीं बना. इसके बाद सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की. उसके बाद कानूनगों ने उसकी जाति-प्रणाम न बनने की बात कहीं और कहा कि ज्यादा परेशान करोगे तो तुम्हें झूठे केस में फंसा दिया जाएगा.

'जाति प्रणाम-पत्र न बनने से पढ़ाई और नौकरी में हो रही दिक्कत'
गांव की निवासी पुष्पा ने बताया कि हमारे बच्चे पढ़ाई करते हैं. स्कॉलरशिप फॉर्म भरने के लिए हम लोगों से जाति प्रमाण पत्र मांगा गया. जब जाति प्रमाण पत्र बनवाने कलेक्ट्रेट गए तो, वहां बताया गया कि आपका जाति प्रणाम-पत्र नहीं बनेगा. हमारे गांव के ग्राम प्रधान रामबली ने हमारा जाति प्रमाण पत्र बनाए जाने का विरोध किया था. इसके बाद हम लोगों का जाति प्रणाम पत्र बंद हो गया. इससे हमें यहां सरकार की ओर से गरीबों के लिए चलाई जा रही सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है.

'क्यों नहीं बन रहा ग्रामीणों का जाति प्रणाम-पत्र'
कुल्हनामऊ के गांव के लोगों का कहना है कि एसटी-एससी जाति के सात वर्ग होते हैं, उसमें से एक हम लोग भी है. इसको लेकर हम लोगों का विरोध किया जा रहा है. हम लोगो का जब तक जाति प्रणाम पत्र नहीं बनेगा, किसी को वोट नहीं देंगे.

कुल्हनामऊ में जब तक वो प्रधान थे, तब तक सबका जाति प्रणाम पत्र बना है. उसके बाद गांव के लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया. जिसके बाद प्रमाण-पत्र नहीं बन रहा है.
-लालजी, पूर्व ग्राम प्रधान

जौनपुर: जिले के बक्शा थाना क्षेत्र स्थित कुल्हनामऊ गांव के लोगों ने बीते 6 सालों से जाति प्रमाण-पत्र न बनने के खिलाफ नाराजगी जताते हुए, मल्हनी विधानसभा सीट होने वाले उपचुनाव में मतदान का बहिष्कार करने का एलान किया है. ग्रामीणों के मुताबिक, 2014 के पहले जाति प्रमाण बनता था. लेकिन, गांव के कुछ लोगों के विरोध के कारण जाति प्रमाण-पत्र नहीं बन रहा है. जाति प्रमाण-पत्र न बनने के कारण लोग नौकरियों से वंचित रह जा रहे हैं. इसके साथ ही स्कॉलरशिप न मिल पाने के कारण बच्चे पढ़ाई छोड़ मजदूरी करने को मजबूर हो रहे हैं. इसकी शिकायत आलाधिकारियों से भी की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. जिसके कारण परेशान होकर हम लोग मतदान का बहिष्कार कर रहे हैं.

'कानूनगों ने झूठे केस में फांसने की दी धमकी'
कुल्हनामऊ निवासी मनोज ने बताया कि जब वह कक्षा 9 में पढ़ाई कर रहा था तब उसका जाति प्रमाण पत्र बना था. इसके बाद बीए फर्स्ट ईयर में जब स्कॉलरशिप के लिए जब उसे जाति प्रणाम पत्र की जरूरत पड़ी तो उसने फिर से आवेदन किया. लेकिन, जाति प्रमाण पत्र नहीं बना. इसके बाद सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की. उसके बाद कानूनगों ने उसकी जाति-प्रणाम न बनने की बात कहीं और कहा कि ज्यादा परेशान करोगे तो तुम्हें झूठे केस में फंसा दिया जाएगा.

'जाति प्रणाम-पत्र न बनने से पढ़ाई और नौकरी में हो रही दिक्कत'
गांव की निवासी पुष्पा ने बताया कि हमारे बच्चे पढ़ाई करते हैं. स्कॉलरशिप फॉर्म भरने के लिए हम लोगों से जाति प्रमाण पत्र मांगा गया. जब जाति प्रमाण पत्र बनवाने कलेक्ट्रेट गए तो, वहां बताया गया कि आपका जाति प्रणाम-पत्र नहीं बनेगा. हमारे गांव के ग्राम प्रधान रामबली ने हमारा जाति प्रमाण पत्र बनाए जाने का विरोध किया था. इसके बाद हम लोगों का जाति प्रणाम पत्र बंद हो गया. इससे हमें यहां सरकार की ओर से गरीबों के लिए चलाई जा रही सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है.

'क्यों नहीं बन रहा ग्रामीणों का जाति प्रणाम-पत्र'
कुल्हनामऊ के गांव के लोगों का कहना है कि एसटी-एससी जाति के सात वर्ग होते हैं, उसमें से एक हम लोग भी है. इसको लेकर हम लोगों का विरोध किया जा रहा है. हम लोगो का जब तक जाति प्रणाम पत्र नहीं बनेगा, किसी को वोट नहीं देंगे.

कुल्हनामऊ में जब तक वो प्रधान थे, तब तक सबका जाति प्रणाम पत्र बना है. उसके बाद गांव के लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया. जिसके बाद प्रमाण-पत्र नहीं बन रहा है.
-लालजी, पूर्व ग्राम प्रधान

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