मथुरा: अगर हम आपसे कहें कि पिछले दो साल में किसी भी महिला का वाहन चालान नहीं कटा है तो आप एक बार मानने से इनकार कर देंगे. लेकिन, यह सच्चाई सामने निकलकर आई है आरटीआई की रिपोर्ट में. इस रिपोर्ट ने बताया है कि जनवरी 2017 से दिसंबर 2018 तक यातायात पुलिस ने एक भी महिला का चालान नहीं काटा है.
कान्हा की नगरी मथुरा में हर रोज सड़कों पर दौड़ते वाहन और यातायात के नियमों की धज्जियां उड़ाते वाहन यातायात के अधिकारी हर महीने सख्ती से पालन कराने के लिए एक अभियान चलाते हैं, लेकिन आरटीआई सूचना के तहत चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है. जनवरी 2017 से दिसंबर 2018 तक यातायात पुलिस ने किसी भी महिला का चालान नहीं काटा. यह खुलासा आरटीआई सूचना के तहत हुआ. इसमें 50 हजार से ज्यादा लोगों के चालान काटे गए और 2 करोड़ रुपये से ज्यादा समन शुल्क वसूला गया है.
दरअसल मथुरा में हर रोज सड़कों पर दौड़ते वाहन और 20 थानों में यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते वाहनों के चालन काटे जाते हैं, लेकिन मथुरा पुलिस का चौंकाने वाला मामला सामने निकलकर आया. आरटीआई सूचना के तहत पुलिस ने सूचना दिया कि सन 2017 से 2018 तक किसी भी महिला ने यातायात के नियम नहीं तोड़े है. यह सारी बात की पुष्टि एसपी ट्रैफिक ने की है.
एसपी ट्रैफिक बृजेश कुमार ने बताया कि हर महीने यातायात नियमों का पालन करने के लिए एक अभियान चलाया जाता है, जो नियमों के उल्लंघन करते हैं उनका चालान काटकर समन शुल्क वसूला जाता है. लेकिन 2017 और 2018 में 57000 लोगों के चालान काटे गए और दो करोड़ रुपये समन शुल्क वसूला गया है. लेकिन इसमें किसी भी महिला के नाम से कोई चालन और एफआईआर दर्ज नहीं हुआ है. यह खुलासा आरटीआई सूचना के तहत किया गया.