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क्या है प्रयागराज में इस मंदिर का महत्व, देखें रिपोर्ट... - मां कल्याणी देवी प्रयागराज

51 शक्तिपीठ में से एक प्रयागराज में स्थित मां कल्याणी देवी का मंदिर है. माना जाता है इस मंदिर में माथा टेक कर कई दिग्गज नेताओं ने चुनाव में फतह हासिल की है.

मंदिर
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Published : Mar 20, 2019, 3:17 PM IST

Updated : Jun 17, 2019, 8:05 PM IST

प्रयागराज: लोकसभा चुनाव का बिगुल बज गया है. देश के सभी राष्ट्रीय और स्थानीय राजनीतिक पार्टियां चुनाव प्रचार में जुट गई हैं. हर राजनीतिक पार्टी सोशल मीडिया से लेकर लोगों तक सवांद कर रही है. प्रयागराज जनपद में एक ऐसा मंदिर है, जहां देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु ने माथा टेका था. जिसके बाद फूलपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़कर जीत दर्ज की थी. यही नहीं मां कल्याणी देवी मंदिर के दर्शन करने के लिए कई दिग्गज नेता माथा टेक कर चुनाव में फतेह हासिल करते हैं.

51 शक्तिपीठ में एक मां कल्याणी देवी का मंदिर है. इस मंदिर का जिक्र इतिहास के पुराणों में किया गया है. आज भी देश के अलग-अलग कोने से श्रद्धालु आते हैं और माता का दर्शन करते हैं. मंदिर के अध्यक्ष सुशील पाठक बताते हैं कि चुनावी समय में आज भी यहां चुनाव लड़ने से पहले नेता आकर माता का आशीर्वाद लेकर राजनीतिक दंगल में कदम रखकर फतेह करते हैं.

जानकारी देते हमारे संवाददाता.

मंदिर में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, डॉ. कारण सिंह, विजय बहादुर, हेमवती नंदन बहुगुणा, डॉ. मुरली मनोहर जोशी, केशरी नाथ त्रिपाठी, कुवंर रेवती रमण सिंह, कमला पति त्रिपाठी आदि कई बड़े दिग्गज नेता माथा टेक चुके हैं. आज भी मां कल्याणी माता के दर्शन के लिए राज नेता आते हैं.

महंत सुशील पाठक बताते हैं कि हर साल कार्तिक माह में मंदिर में तीन दिन तक मेला लगता है. मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आकर माता के दर्शन कर मनोकामना मागंते हैं. साथ ही साथ हर नवरात्रि के पर्व के पावन अवसर में मंदिर सजाया जाता है. नवरात्रि के पूरे नव दिन श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है.

प्रयागराज: लोकसभा चुनाव का बिगुल बज गया है. देश के सभी राष्ट्रीय और स्थानीय राजनीतिक पार्टियां चुनाव प्रचार में जुट गई हैं. हर राजनीतिक पार्टी सोशल मीडिया से लेकर लोगों तक सवांद कर रही है. प्रयागराज जनपद में एक ऐसा मंदिर है, जहां देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु ने माथा टेका था. जिसके बाद फूलपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़कर जीत दर्ज की थी. यही नहीं मां कल्याणी देवी मंदिर के दर्शन करने के लिए कई दिग्गज नेता माथा टेक कर चुनाव में फतेह हासिल करते हैं.

51 शक्तिपीठ में एक मां कल्याणी देवी का मंदिर है. इस मंदिर का जिक्र इतिहास के पुराणों में किया गया है. आज भी देश के अलग-अलग कोने से श्रद्धालु आते हैं और माता का दर्शन करते हैं. मंदिर के अध्यक्ष सुशील पाठक बताते हैं कि चुनावी समय में आज भी यहां चुनाव लड़ने से पहले नेता आकर माता का आशीर्वाद लेकर राजनीतिक दंगल में कदम रखकर फतेह करते हैं.

जानकारी देते हमारे संवाददाता.

मंदिर में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, डॉ. कारण सिंह, विजय बहादुर, हेमवती नंदन बहुगुणा, डॉ. मुरली मनोहर जोशी, केशरी नाथ त्रिपाठी, कुवंर रेवती रमण सिंह, कमला पति त्रिपाठी आदि कई बड़े दिग्गज नेता माथा टेक चुके हैं. आज भी मां कल्याणी माता के दर्शन के लिए राज नेता आते हैं.

महंत सुशील पाठक बताते हैं कि हर साल कार्तिक माह में मंदिर में तीन दिन तक मेला लगता है. मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आकर माता के दर्शन कर मनोकामना मागंते हैं. साथ ही साथ हर नवरात्रि के पर्व के पावन अवसर में मंदिर सजाया जाता है. नवरात्रि के पूरे नव दिन श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है.

Intro:देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इस मंदिर का माथा टेककर किया था लोकसभा चुनाव में फतेह

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(स्पेशल रिपोर्ट)

प्रयागराज: लोकसभा चुनाव का विगुल बज गया है. देश के सभी राष्ट्रीय और स्थानीय राजनीतिक पार्टियां चुनाव प्रचार में जुट गए हैं. सोशल मीडिया से लेकर लोगों से सवांद करने में हर कोई बिजी नजर आ रहा है. इसी कड़ी में प्रयागराज जनपद के इस ऐसी मंदिर के बारे में बताने वाले है जहां पर देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु ने माथा टेका था और फूलपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़कर जीत दर्ज कर देश का नेतृत्व किया था. यही नहीं मां कल्याणी देवी मंदिर के दर्शन करने के लिए कई दिग्गज नेता माथा टेककर चुनाव में फतेह हाशिल किया है.


Body:इन दिग्गज नेताओं ने टेका माथा

51 शक्तिपीठ में एक मां कल्याणी देवी का मंदिर है. इस मंदिर का जिक्र इतिहास के पुराणों में किया गया है. आज भी देश के अलग-अलग कोने से श्रद्धालु आते हैं और माता का दर्शन करते हैं. मंदिर के अध्यक्ष सुशील पाठक बताते हैं चुनावी समय मे आज भी यहां चुनाव लड़ने से पहले नेता आकर माता का आशीर्वाद लेकर राजनीतिक दंगल में कदम रखकर फतेह करते हैं. मंदिर में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, डॉ. कारण सिंह, विजय बहादुर, हेमवती नंदन बहुगुणा, डॉ. मुरली मनोहर जोशी, केशरी नाथ त्रिपाठी, कुवंर रेवती रमण सिंह, कमला पति त्रिपाठी आदि कई बड़े दिग्गज नेता माता केमन्दिर में माथा टेक चूंके हैं. आज भी मां कल्याणी माता के दर्शन केलिए राज नेता आते हैं.


Conclusion:कार्तिक माह में लगता है मेला

महंत सुशील पाठक बताते हैं कि हर साल कार्तिक माह में मंदिर में तीन दिन तक मेला लगता है. मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आकार माता की दर्शन कर मनोकामना मागंते हैं. साथ ही साथ हर नवरात्रि के पर्व के पावन अवसर में मंदिर सजाया जाता है. नवरात्रि के पूरे नव दिन श्रद्धालुओं का ताता लगा रहता है.

मंदिर के पुजारी पाठक बताते हैं कि मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है कहा जाता है देश के 51 शक्तिपीठ में से एक मां कल्याणी देवी का मंदिर है. पुराणों में यह उल्लेख किया गया है इस मंदिर के बीचों बीच मां माता शती की एक उंगली कटकर गिरी है. तभी से यहाँ मंदिर का निर्माण किया गया है. यहाँ जो कोई भी श्रद्धालु मन्नत मांगता है उसकी मन्नत जरूर पूरी होती है ऐसा कहा जाता है. इसलिए आज भी चुनाव लड़ने से पहले प्रत्याशी यहां आकर मां का आशीर्वाद लेते हैं फिर फतेह करने के बाद दुबारा माता आर्शीवाद लेने आते हैं.
Last Updated : Jun 17, 2019, 8:05 PM IST
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