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गोंडा के विद्यालयों में खेल सामग्री खरीद में बड़े पैमाने पर खेल

परिषदीय स्कूलों में खेलकूद की गतिविधियां कराने के लिए बजट की व्यवस्था हुई. प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अलग-अलग धनराशि आवंटित की गई. खेल सामग्री को एक ही फर्म से खरीद कर डंप कर दिया गया है. साथ ही शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि संबंधित फर्म का चेक बनाकर लाओ और खेल सामग्री ले जाओ.

बेसिक शिक्षा विभाग ने 2238 प्राइमरी को पांच-पांच हजार व 903 जूनियर को दस-दस हजार रुपये खेल मद में दिए हैं.
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Published : May 17, 2019, 11:27 PM IST

Updated : May 17, 2019, 11:50 PM IST

गोंडा : जिले के प्राइमरी और जूनियर विद्यालयों में खेल सामग्री खरीद में शासनादेश को दरकिनार कर बड़े पैमाने पर खेल किया जा रहा है. हालत यह है कि एक ब्लाक संसाधन केंद्र पर खेल सामग्री को एक ही फर्म से खरीद कर डंप कर दिया गया है और शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि संबंधित फर्म का चेक बनाकर लाओ और खेल सामग्री ले जाओ.

गोंडा के विद्यालयों में खेल सामग्री खरीद का मामला.

प्राथमिक विद्यालयों में खेल सामग्री खरीद का मामला

  • बेसिक शिक्षा विभाग ने 2238 प्राइमरी को पांच-पांच हजार और 903 जूनियर को दस-दस हजार रुपये खेल मद में दिए हैं.
  • प्राथमिक स्कूलों को 55 लाख 95 हजार और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को 45 लाख 15 हजार रुपये आवंटित किए गए थे.
  • इससे क्रिकेट, हॉकी, शतरंज आदि खेलों से जुड़ी सामग्री खरीदनी थी.
  • इस धनराशि से प्रबंध समिति को खेल सामग्री क्रय किए जाने के निर्देश दिए गए थे.
  • नियमों के मुताबिक विद्यालय प्रबंध समिति को कम से कम तीन फर्मों से खरीद के कोटेशन ओर सैम्पल लेकर उच्च गुणवत्ता की सामग्री न्यूनतम दर वाली फर्म से खरीदना था.
  • खंड शिक्षा अधिकारी ने एक ही फर्म से तालमेल कर पूरे ब्लाक की थोक में खेल सामग्री खरीदकर ब्लाक संसाधन केंद्र पर डंप करवा दिया.
  • फिर अध्यापकों को फरमान जारी किया गया कि चेक लाओ और खेल सामग्री खरीद कर ले जाओ.
  • बभनजोत ब्लाक संसाधन केंद्र पर डंप खेल सामग्री का किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
  • शिक्षा विभाग के कारनामों की पोल खुल गई कि विभाग के जिम्मेदार किस प्रकार विकेन्द्रीकृत व्यवस्था को कमीशन के चक्कर में केंद्रीकृत कर दिए हैं.

इस प्रकरण की जानकारी मुझे नहीं है. यदि ऐसा है तो इसकी जांच कराकर सम्बंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.

-मनीराम सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी

गोंडा : जिले के प्राइमरी और जूनियर विद्यालयों में खेल सामग्री खरीद में शासनादेश को दरकिनार कर बड़े पैमाने पर खेल किया जा रहा है. हालत यह है कि एक ब्लाक संसाधन केंद्र पर खेल सामग्री को एक ही फर्म से खरीद कर डंप कर दिया गया है और शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि संबंधित फर्म का चेक बनाकर लाओ और खेल सामग्री ले जाओ.

गोंडा के विद्यालयों में खेल सामग्री खरीद का मामला.

प्राथमिक विद्यालयों में खेल सामग्री खरीद का मामला

  • बेसिक शिक्षा विभाग ने 2238 प्राइमरी को पांच-पांच हजार और 903 जूनियर को दस-दस हजार रुपये खेल मद में दिए हैं.
  • प्राथमिक स्कूलों को 55 लाख 95 हजार और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को 45 लाख 15 हजार रुपये आवंटित किए गए थे.
  • इससे क्रिकेट, हॉकी, शतरंज आदि खेलों से जुड़ी सामग्री खरीदनी थी.
  • इस धनराशि से प्रबंध समिति को खेल सामग्री क्रय किए जाने के निर्देश दिए गए थे.
  • नियमों के मुताबिक विद्यालय प्रबंध समिति को कम से कम तीन फर्मों से खरीद के कोटेशन ओर सैम्पल लेकर उच्च गुणवत्ता की सामग्री न्यूनतम दर वाली फर्म से खरीदना था.
  • खंड शिक्षा अधिकारी ने एक ही फर्म से तालमेल कर पूरे ब्लाक की थोक में खेल सामग्री खरीदकर ब्लाक संसाधन केंद्र पर डंप करवा दिया.
  • फिर अध्यापकों को फरमान जारी किया गया कि चेक लाओ और खेल सामग्री खरीद कर ले जाओ.
  • बभनजोत ब्लाक संसाधन केंद्र पर डंप खेल सामग्री का किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
  • शिक्षा विभाग के कारनामों की पोल खुल गई कि विभाग के जिम्मेदार किस प्रकार विकेन्द्रीकृत व्यवस्था को कमीशन के चक्कर में केंद्रीकृत कर दिए हैं.

इस प्रकरण की जानकारी मुझे नहीं है. यदि ऐसा है तो इसकी जांच कराकर सम्बंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.

-मनीराम सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी

Intro:गोण्डा के प्राइमरी व जूनियर विद्यालयों में खेल सामग्री खरीद में शासनादेश को दरकिनार कर बड़े पैमाने पर खेल किया जा रहा है। हालत यह है एक ब्लॉक संसाधन केंद्र पर खेल सामग्री को एक ही फर्म से खरीद कर डंप कर दिया गया है व शिक्षकों को निर्देश दिए गए है कि संबंधित फर्म का चेक बना कर लाओ और खेल सामग्री ले जाओ।



Body:शासन द्वारा परिषदीय विद्यालयों में खेल प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए प्रति प्राथमिक विद्यालय 5 हजार व पूर्व माध्यमिक विद्यालय में 10 हजार की धनराशि विद्यालय प्रबंध समिति के खाते में भेजी गयी थी। इस धनराशि से प्रबंध समिति को खेल सामग्री क्रय किये जाने के निर्देश दिए गए थे नियमो के मुताबिक विद्यालय प्रबंध सिमिति को कम से कम तीन फर्मो खरीद के कोटेशन व सैम्पल ले कर उच्च गुणवत्ता की सामग्री न्यूनतम दर वाली फर्म से खरीदना था। बता दें कि खंड शिक्षा अधिकारी ने एक ही फर्म से तालमेल कर पूरे ब्लॉक की थोक में खेल सामग्री खरीदकर ब्लॉक संसाधन केंद्र पर डंप करवा दिया फिर अध्यापको को फरमान जारी किया गया कि चेक लाओ फिर खेल सामग्री खरीद कर ले जाओ। बभनजोत ब्लॉक संसाधन केंद्र पर डंप खेल सामग्री का किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। जिससे शिक्षा विभाग के कारनामो की पोल खुल गयी कि विभाग के जिम्मेदार किस प्रकार विकेन्द्रीकृत व्यवस्था को कमीशन के चक्कर में केंद्रीकृत कर दिए है। इस सम्बंध में जब बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीराम सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्रकरण की जानकारी मुझे नहीं है। यदि ऐसा है इसकी जांच कराकर सम्बंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।



Conclusion:बाईट- मनीराम सिंह(बेसिक शिक्षा अधिकारी)

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Last Updated : May 17, 2019, 11:50 PM IST
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