झांसी: लहचूरा थाना क्षेत्र के ग्राम धवाकर में फांसी लगाकर खुदकुशी करने वाले किसान के परिजनों को दस लाख रुपये आर्थिक मदद देने की कांग्रेस पार्टी ने मांग उठाई है. बुधवार को 46 वर्षीय पूरन लाल अहिरवार ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी. उसके ऊपर सूदखोर और बैंक का कर्ज भी बताया जा रहा है.
किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिव नारायण परिहार ने कहा कि कोरोना और लॉकडाउन में बदहाली के कारण बुन्देलखण्ड का किसान खुदकुशी करने पर मजबूर है. धवाकर गांव में जिस किसान ने खुदकुशी की है, उस पर केसीसी का 90 हजार और साहूकारों का चार लाख रुपये से अधिक का कर्ज था. वह कुछ दिन पहले ही दिल्ली से अपने गांव धवाकर आया था. तभी से वह तनाव में था. इसी तनाव के चलते उसने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. कांग्रेस पार्टी ने सरकार से पीड़ित परिवार का कर्ज माफ करने और दस लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की मांग की है.
मऊरानीपुर तहसील के एसडीएम अंकुर श्रीवास्तव ने बताया कि मृतक के परिवार में दो बेटे और एक बेटी है. एक बेटा दिल्ली में मजदूरी करता है और अभी यहीं आया हुआ है. बेटी के एक साल के बच्चे की अभी मौत हुई थी. इस बात का भी मृतक को काफी गम था. हालांकि उसने कुछ लोगों से कर्ज भी ले रखा था. पोस्टमार्टम करवाकर सरकार की ओर से जो भी सम्भव आर्थिक मदद होगी, वह दिलवाई जाएगी.