बागपत: सिंघावली अहिर थाना क्षेत्र में दो समुदायों के बीच संघर्ष हो गया था. घटना के दौरान जमकर पत्थरबाजी हुई थी और इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. इस मामले पर कांग्रेस ने अपने प्रतिनिधिमंडल को घटनास्थल पर मुआयना करने के लिए भेजा. वहीं जिला प्रशासन ने हालातों को देखते हुए प्रतिनिधिमंडल को गांव में घुसने से रोक दिया. इस पर प्रतिनिधिमंडल ने विरोध दर्ज कराते हुए हंगामा खड़ा कर दिया. उन्होंने योगी सरकार से इस मामले की जांच कराने की मांग की है.
मामला सिंघावली थाना क्षेत्र के एक गांव की है, जहां दो संप्रदायों के बीच संघर्ष हो गया. इस संघर्ष में दोनों पक्षों के बीच पथराव की घटना भी हुई. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसी के मद्देनजर कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल एक पक्ष से मिलने घटनास्थल पर जाना चाह रहा था. इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के पूर्व मंत्री दीपक शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष समेत कई बड़े नेता शामिल थे. पुलिस ने हालात के मद्देनजर प्रतिनिधिमंडल को रास्ते में ही रोक लिया. पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद प्रतिनिधिमंडल ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा खड़ा कर दिया. इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने योगी सरकार से उच्च स्तरीय जांच की मांग भी उठाई.
प्रियंका गांधी ने भेजा था डेलिगेशन
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल का कहना है यह डेलिगेशन कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भेजा है. उन्हें घटनास्थल पर जाने से रोका जा रहा है. प्रतिनिधिमंडल के अनुसार, पुलिस प्रशासन का एक पक्षीय रवैया है. वीडियो में दिख रहा है कि किस तरह हाथों में तलवारें लेकर हमले किए गए हैं. उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार पर तानाशाह होने का आरोप भी लगाया. कांग्रेस नेताओं की मांग है कि आरोपियों पर उचित धाराओं में केस दर्ज कर जेल भेजा जाना चाहिए.
घटनास्थल पर धारा 144 लागू
डीएम बागपत अमित कुमार का कहना है कुछ लोग घटनास्थल पर जाना चाहते थे. इसके बावजूद कि वहां धारा 144 लागू है, उन्हें रोक दिया गया है. जो भी धारा 144 का उल्लंघन करेगा, उसके ऊपर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी.