मथुरा: बोर्ड कापियों के मूल्यांकन की तैयारियों को उप प्रधान परीक्षक व परीक्षकों ने पहले ही दिन झटका दे दिया है. जीआईसी व जीजीआईसी मूल्यांकन केंद्रों पर 40 फीसदी परीक्षक ही मूल्यांकन करने पहुंचे. वहीं मांगों को लेकर माध्यमिक शिक्षक संघ ने मूल्यांकन का बहिष्कार कर प्रदर्शन किया.
उनकी मांगे हैं कि हमारी 9 सूत्रीय मांगों पर जब तक ठोस कदम नहीं उठता जब तक हम मूल्यांकन का बहिष्कार करते रहेंगे. जीआईसी इंटर कॉलेज के बाहर नारेबाजी करते सभी लोग उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के शिक्षक हैं. सभी लोग उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय नेतृत्व के आव्हान पर पूरे प्रदेश के साथ-साथ मथुरा में उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का बहिष्कार कर रहे हैं.
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के शिक्षक उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर पूरे प्रदेश के साथ-साथ मथुरा में उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का बहिष्कार कर रहे हैं.उनका कहना है कि जब तक सरकार 9 सूत्रीय मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाती तब तक आक्रोशित शिक्षक एवं प्रधानाचार्य उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं करेंगे.
आक्रोशित शिक्षकों एवं प्रधानाचार्यों ने किशोरी रमन इंटर मथुरा ,किशोरी रमन गर्ल्स इंटर कॉलेज मथुरा, एवं राजकीय इंटर कॉलेज मथुरा पर माध्यमिक शिक्षक संघ ,वित्तविहीन शिक्षक संघ, राजकीय शिक्षक संघ तथा प्रधानाचार्य परिषद के संयुक्त तत्वाधान में तीनोंमूल्यांकन केंद्रों पर सभी पर्यवेक्षकों के साथपुरानी पेंशन की बहाली के साथ-साथ अन्य मांगों के प्रति सरकार की वादाखिलाफी से आक्रोशित होकर मूल्यांकन को तब तक बंद करने का निर्णय लिया है जब तक सरकार 9 सूत्रीय मांगों पर ठोस कदम नहीं उठाती है.
प्रांतीय मंत्री माध्यमिक शिक्षक संघ मथुरा केदिनेश राणा ने कहाकि पुरानी पेंशन को बहाल किया जाए.अद्यतन कार्यरत शिक्षकों का विनियमितिकरण किया जाए.इसके साथ ही मूल्यांकन कार्य की दर को बढ़ाने के साथ ही शिक्षकों को मिलने वाले अन्य भत्तों में सरकार बढ़ोत्तरी की जाए तभी मूल्यांकन कार्य किया जाएगा. उन्होंने कहा कि गठन शिक्षकों के हित के लिए आरपार का संघर्ष करेगा.सरकार को शिक्षकों की जायज मांगों को मानना ही पड़ेगा