वाराणसी: G20 सम्मेलन का शुक्रवार को दूसरा दिन रहा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरे दिन वर्चुअल तरीके से इस सम्मेलन में जुड़कर मेहमानों का स्वागत किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में बदलते हुए भारत की तस्वीर का जिक्र करते हुए भारत के नए विजन के बारे में विस्तार से चर्चा की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी को ऊर्जा का बड़ा केंद्र बताया. उन्होंने कहा कि मुझे यह बेहद खुशी है कि G20 का विकास एजेंडा अब काशी तक पहुंच गया है.
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#WATCH | Our efforts must be comprehensive, inclusive, fair and sustainable. In India, we have made efforts to improve people's lives in more than 100 aspirational districts which were pockets of underdevelopment: Prime Minister Narendra Modi while addressing the G20 Development… pic.twitter.com/WJpjcJqlvx
— ANI (@ANI) June 12, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया में दक्षिण के देशों के लिए विकास एक प्रमुख मुद्दा है. यह देश गंभीर रूप से प्रभावित थे. भू राजनीतिक, तनाव के कारण खाद्य ईंधन और उर्वरक संकट ने एक और झटका सभी को दिया है. ऐसी परिस्थितियों में आप जो निर्णय लेते हैं, उसका बहुत महत्व होता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी के विषय में चर्चा करते हुए कहा कि यह शहर सदियों से ज्ञान, चर्चा, संस्कृति और अध्यात्म का केंद्र रहा है. काशी की स्प्रिट भारत को टाइमलेस काम करने के लिए ऊर्जा देती रही है. इसमें भारत की विविध विरासत का सार छिपा हुआ है. यह देश के लिए सभी हिस्सों के लोगों के लिए रूपांतरण बिंदु के रूप में काम करती है. ऐसा नहीं है कि मैं काशी का सांसद हूं इसलिए ऐसा कह रहा हूं. काशी की गंगा आरती व सारनाथ आपको प्रेरित करता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वीडियो संबोधन के साथ सोमवार को G20 देशों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में विदेश मंत्री एस जयशंकर की अध्यक्षता में मिनिस्टर ऑफ डेवलपमेंट ग्रुप की बैठक की शुरुआत की गई. G20 सम्मेलन में आज 20 देशों के 200 से ज्यादा डेलिगेट्स हिस्सा ले रहे हैं और 100 साल के विकास की दशा और दिशा पर मंथन शुरू हुआ है. इस सम्मेलन में लिए गए फैसले सितंबर में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल शिखर सम्मेलन में रखे जाएंगे.
पीएम मोदी ने मेहमानों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे प्रयास व्यापक, समावेशी, निष्पक्ष और टिकाऊ होने चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत में 100 से अधिक आकांक्षी जिलों में लोगों के जीवन को बेहतर बनाने का प्रयार किया गया है. ये जिले पिछड़े इलाकों में थे.
बैठक में फाइनेंशियल क्राइसिस, डेब्ड क्राइसिस, क्लाइमेट चेंज, बढ़ती गरीबी और असमानता, फूड सिक्योरिटी एंड एनर्जी कंजर्वेशन, महामारी, आतंकवाद, जीवन यापन, ग्लोबल सप्लाई चेन में बाधा, जियोपोलिटिकल डिस्प्यूट और युद्ध जैसे मुद्दों पर फोकस किया जाएगा. बता दें कि रविवार को विदेश मंत्री एस जय शंकर की मौजूदगी में विदेशी मेहमानों ने भव्य गंगा आरती का नजारा देखा और रात में होटल ताज में आयोजित डिनर पार्टी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विदेश मंत्री की मौजूदगी में सारे मेहमानों का ग्रैंड वेलकम भी किया गया.
फिलहाल, आज दो अलग-अलग सेशन में बैठक होनी है. इसमें से पहली बैठक के पहले सेशन की शुरुआत सुबह 9:30 बजे हुई और 10:30 बजे बैठक खत्म हुई. दूसरी बैठक की शुरुआत अब 12 बजे होगी जो लगभग 1 घंटे चलेगी. सेकंड सेशन का पहला हिस्सा 2 बजे करीब शुरू होगा और 5 बजे तक आज की बैठक खत्म होगी.
बता दें कि 11 जून से वाराणसी में G20 सम्मेलन की शुरुआत हो चुकी है. यह सम्मेलन 13 जून तक चलेगा. G20 के मेहमान भी रविवार को वासाणसी पहुंच चुके हैं. रविवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर भी काशी में मौजूद रहे. उन्होंने सुबह दलित कार्यकर्ता के यहां नाश्ता किया. वहीं, इस अवसर पर विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए काशी को दुल्हन की तरह सताया गया है. सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया, जिसका मेहमानों ने लुफ्त उठाया.
सम्मेलन में आए विभिन्न देशों के 200 प्रतिनिधि काशी की संस्कृति और आभा देखकर काफी खुश हुए. विदेशी मेहमान दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में शामिल हुए. विदेश मंत्री एस जयशंकर भी पत्नी सहित इस खास पल के गवाह बने. मेहमानों ने मां गंगा के अद्भुत स्वरूप का दीदार किया. मेहमानों की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए गए थे. इसके बाद मेहमानों ने आतिशबाजी का भी लुत्फ उठाया. सम्मेलन में 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों के 500 से ज्यादा राजनयिक शामिल हो रहे है.
गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने बताया कि गंगा आरती के दौरान 9 अर्चकों ने मां गंगा की आरती की. 27 रिद्धि-सिद्धि भी मौजूद रहीं व चंवर भी डोलाया. दशाश्वमेध घाट पर विदेशी मेहमानों के गंगा आरती देखने के लिए अलग से मंच तैयार किया गया था.
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