हैदराबाद : 'थप्पड़' की बात पर महाराष्ट्र का तापमान चढ़ा हुआ है. केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के थप्पड़ वाले बयान से महाराष्ट्र में जंग छिड़ी हुई है. शिवसेना को केंद्रीय मंत्री का बयान इतना नागवार गुजरा कि वे 'गुंडई' पर उतारु हो गए. नारायण राणे को रत्नागिरी से गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि देर रात उन्हें जमानत मिल गई. आज हम आपको एक दिलचस्प बात बताने जा रहे हैं, जो इसी से जुड़ा हुआ है.
बात साल 2018 की है जब उद्धव ठाकरे ने शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर माला चढ़ाते समय यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के खड़ाऊं पहनने पर ऐतराज किया था. उद्धव का कहना था कि ऐसा करके योगी ने शिवाजी महाराज का अपमान किया है. ठाकरे ने कहा था, 'यह योगी तो गैस के गुब्बारे की तरह आया और सीधे चप्पल पहनकर महाराज के पास चला गया. मन कर रहा है कि उसी चप्पल से उसे मारूं.
योगी ने दी थी प्रतिक्रिया
ठाकरे के बयान पर योगी आदित्यनाथ ने भी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा था, 'मेरे अंदर उनसे कहीं ज्यादा शिष्टाचार है और मैं जानता हूं कि कैसे श्रद्धांजलि दी जाती है. मुझे उनसे कुछ भी सीखने की जरूरत नहीं है.'
नारायण राणे के बयान पर चल रहा है विवाद
हालिया विवाद नारायण राणे के उस बयान को लेकर है जिसमें उन्होंने कहा था, 'यह कैसा मुख्यमंत्री है जिसको अपने देश का स्वतंत्रता दिवस पता नहीं. मैं वहां होता तो कान के नीचे थप्पड़ लगा देता.' नारायण राणे महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रहे हैं. पिछले दिनों उनकी यात्रा रायगढ़ के महाड पहुंची थी. यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए नारायण राणे ने यह बयान दिया था.
पढ़ेंः नारायण राणे की गिरफ्तारी पर सियासत गर्म, भाजपा ने लोकतंत्र की हत्या करार दिया
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ उनके कथित बयान के सिलसिले में महाड मजिस्ट्रेट कोर्ट ने देर रात जमानत दे दी है. इससे बाद केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने ट्विटर पर लिखा 'सत्यमेव जयते'. राणे को कोर्ट ने कुछ शर्तों के साथ जमानत दी है.
पढ़ेंः 'थप्पड़' बोलने की कीमत, आधा निवाला खाते समय गिरफ्तारी, आधी रात को मिली जमानत
पढ़ें : शिवसेना विधायक ने नारायण राणे को जान से मारने की धमकी दी