वाराणसी: काशीराज परिवार में संपत्ति को लेकर चल रहा विवाद एक बार फिर से नए रूप में सामने आया है. किले में चोरी के मामले में सुरक्षा अधिकारी की तहरीर पर राजकुमारी विष्णुप्रिया, छोटी राजकुमारी कृष्णप्रिया और उनके बेटों वरद नारायण सिंह पर चोरी और साजिश करने का आरोप लगाया गया है. साथ ही किले के सुरक्षाधिकारी की तहरीर पर रामनगर थाने में इस संबंध में एक अज्ञात समेत पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं, अपने ऊपर लगे गंभीर आरोप पर राजकुमारी कृष्णप्रिया का कहना है कि चारों तरफ सीसीटीवी कैमरे लगे हुए है, सब कुछ उनकी नजर में फिर चोरी कैसे हो सकती है. वहीं, राजकुमारी विष्णुप्रिया बुधवार रात कमिश्नर ऑफ पुलिस अशोक मुथा जैन से मिली और उनसे शिकायत की. उन्होंने कहा कि बिना किसी जांच के किसी के कहने पर केस दर्ज कराया गया है. उन्होंने कहा कि इससे उनके मान सम्मान को ठेस पहुंची है.
राजकुमारी कृष्णप्रिया ने ईटीवी भारत के सवालों के जवाब में कहा कि बिना किसी परमिशन के किसी भी समय कोई अंदर नहीं घुस सकता है तो चोरी कैसे संभव है. कृष्णप्रिया ने कहा कि क्या हमारे पास फर्नीचर नहीं है, पलंग नहीं है, या गद्दा नहीं? क्या हम जमीन पर सोते हैं, क्या चीज हमारे पास नहीं है, जो हमपर चोरी का आरोप लगा है और हम सामान चुराकर कहां लेकर जाएंगे.
उन्होंने कहा कि ये कमरा उनका नहीं है, उनको किस बात की तकलीफ है. सिविल कोर्ट में मुकदमा चल रहा है, उसमें हमारे पक्ष में कुछ अच्छा फैसला आया है, उसे खराब करने के लिए ये क्रिमिनल का केस बनाना चाहते हैं. इसी के चलते ये सब जानबूझ कर आरोप लगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वे भी तो राजा जी की ही बेटी हैं, क्या उनकी बेटी इतनी गैर गुजरी है कि नौकर हमारे खिलाफ केस दर्ज करेगा. प्रशासन इसके लिए माफी मांगे. कैसे वो बिना तहकीकात किए केस दर्ज कर सकते हैं. एक बार मुआयना तो करता. हमें क्रिमिनिल बना दिया.
राजकुमारी ने कहा कि मैं प्रशासन से अब भी यही उम्मीद करती हूं कि वो मेरे साथ न्याय करेगा. मैं उनसे मांग करती हूं एक नागरिक कै हैसियत से न्याय करें, नहीं तो मैं जनता से मांग करती हूं कि वो कम से राजा की इज्जत करते थे, उनकी बेटी की मर्यादा की रक्षा करें. उन्होंने कहा कि जिस बेटे पर मेरे आरोप लगाया है वो तो दिल्ली में था तो उसके खिलाफ कैसे केस लिखा दिया.
राजकुमारी ने कहा कि जिस कमरे को अपना कह रहे हैं, वह उनका कमरा कैसे हो गया. उसमें उनके रिश्तेदार और उनकी बहन आकर रहती थीं. उन्होंने कहा कि प्रशासन मेरे साथ न्याय करें. बिना जांच के उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अपराधी बना दिया गया. उन्होंने कहा कि उनके जिस बेटे पर इन लोगों ने चोरी का इल्जाम लगाया है. वह बनारस में था ही नहीं. वह दिल्ली में था. उसके खिलाफ केस क्यों लिखवाया गया? उनकी बहन जो उनसे बड़ी है उनसे भी ज्यादा वृद्ध है. वह ताला तोड़कर सामान कैसे चुरा सकती है. इनका संस्कार इतना गिर गया है कि नौकर जो चाहेगा वह लिखवा देगा और प्रशासन बिना जांच के लिख देगा.
राजकुमारी ने कहा कि जिस कमरे से चोरी का आरोप लगाया गया है, वह उनके हिस्से में हैं और वहां ताला बंद है. कोई जा ही नहीं सकता तो चोरी कैसे हो गई. उन्होंने स्ट्रक्चर के बारे में डिटेल में बताते हुए कहा कि हमारे और उनके हिस्से के बीच में दीवार है. दीवार के इस हिस्से में जो आंगन है, वह कॉमन पोर्शन है. ना ही उनका है ना हमारा है. उनके हिस्से के लोहे के दरवाजे में 2 ताले बंद किए हैं. वह ताला टूटा नहीं है तो चोरी कैसे हो गई. राजकुमारी ने कहा कि प्रशासन उनके बारे में सोचे कि उनका यह घाव कैसे भरेगा. क्योंकि, इतनी छोटी सी शिकायत पर उनके ऊपर एफआईआर दर्ज की गई है. यह बहुत बड़ी बात है. इसके लिए कुछ न कुछ होना चाहिए.
रविवार को किले के सुरक्षाधिकारी राजेश कुमार शर्मा ने रामनगर थाने में एक अज्ञात सहित पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया. उन्होंने तहरीर में बताया कि रविवार को ड्यूटी के दौरान किले के कर्मचारी कौशलेंद्र शर्मा ने बताया कि ड्योढ़ी की ओर कुंवर अनंत नारायण सिंह के एक कमरे का ताला तोड़कर जरूरी सामान चोरी कर लिया गया है. राजेश ने थाने में दी तहरीर में बताया कि कुंवर के कमरे से महत्वपूर्ण कागजात, फर्नीचर व बेड चोरी का आरोप लगाया है. तहरीर में बताया कि दोनों राजकुमारियों विष्णुप्रिया व कृष्णप्रिया की शह पर वरद नारायण सिंह, वल्लभ नारायण सिंह के कर्मचारियों ने इस घटना को अंजाम दिया है.
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