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गोपाल कांडा प्रकरण : माकपा ने BJP को बताया सत्तालोलुप, कांग्रेस ने कहा- दोहरा मापदंड

हरियाणा में निर्दलीय विधायकों के समर्थन के बाद भाजपा की सरकार बनने का रास्ता साफ हो चुका है. भाजपा को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायकों में से एक गोपाल कांडा पर कांग्रेस ने भाजपा पर हमला बोला है. जानें क्या कुछ कहा सुरजेवाला ने...

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Published : Oct 25, 2019, 3:00 PM IST

Updated : Oct 25, 2019, 10:46 PM IST

नई दिल्ली : हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. नतीजों के बाद जो एक शख्स चर्चा में आया है वो हैं हरियाणा के विधायक गोपाल कांडा. गोपाल कांडा समेत 5 और निर्दलीय विधायकों के समर्थन के साथ बीजेपी सरकार बनाने की तैयारी कर रही है. गोपाल कांडा को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है.

हरियाणा में निर्दलीय विधायक गोपाल कांडा सहित अन्य निर्दलीय विधायकों के समर्थन से भाजपा के सरकार बनाने की कोशिश के सवाल पर कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, 'जब कांडा हरियाणा सरकार में मंत्री थे तो उस वक्त के, नरेंद्र मोदी और अमित शाह के बयानों को देखिए. उस वक्त भाजपा का क्या रुख था?'

सुरजेवाला ने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कांडा को हटा दिया था. यह भाजपा का दोहरा मापदंड है. उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में वरिष्ठ नेताओं के विशेष समूह की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि चुनाव के बाद भाजपा का दोहरा चेहरा उजागर हो गया है.

सुरजेवाला का बयान

उन्होंने बताया कि विशेष समूह की बैठक में सोनिया गांधी के नेतृत्व में विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई. इनमे किसानों, छोटे दुकानदारों और उद्योग जगत के हितों के साथ हो रहे खिलवाड़ जैसे अहम विषय शामिल हैं.

सुरजेवाला ने कहा, 'भाजपा किसानों के हितों की खुली बोली लगा रही है. कांग्रेस अब चुप नहीं बैठेगी.'

हरियाणा : बीजेपी-कांग्रेस की सरकार बनाने की कवायद तेज, दिल्ली में हुड्डा-खट्टर

चुनाव परिणाम के बारे में सुरजेवाला ने कहा 'हरियाणा ने भाजपा को नकार दिया है. अब खरीद फरोख्त के जरिये सरकार बनाने की कोशिश हो रही है. जबकि खट्टर सरकार के ज्यादातर मंत्री हार गए. उन्हें जनता ने नकार दिया और बहुमत नहीं दिया. भाजपा की सरकार असंवैधानिक और गैरक़ानूनी होगी.'

माकपा ने भी भाजपा पर आरोप लगाया कि है कि उसने हरियाणा में आपराधिक मामलों में आरोपी निर्दलीय विधायक गोपाल कांडा के सहयोग से सरकार बनाने की पहल करके अपनी सत्तालोलुपता का जीता जागता सबूत पेश किया है. माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा को सत्ता पाने के लिये अपराधियों से हाथ मिलाने से कोई गुरेज नहीं है.

येचुरी ने कहा, 'गंभीर आपराधिक मामलों में आरोपियों का भाजपा समर्थन लेगी. किसी तरह सत्ता में बने रहने के लिये ऐसे लोगों को भाजपा नेता दिल्ली लेकर आये. इनका मकसद किसी तरह सत्ता में बने रहना है.'

इस बीच माकपा पोलित ब्यूरो ने भी भाजपा पर विधायकों की खरीद फरोख्त करने का आरोप लगाते हुये कहा कि हरियाणा और महाराष्ट्र में भाजपा ने राष्ट्रवाद और हिंदुत्व जैसे मुद्दों को चुनावी मुद्दा बनाया. हरियाणा चुनाव में पूरी तरह से कामयाबी नहीं मिलने पर अब भाजपा विधायकों की खरीद फरोख्त की कोशिश में है.

उल्लेखनीय है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिल पाया है.

गोपाल कांडा पर कई मुकदमे दर्ज

आपको बता दें कि गोपाल कांडा इस समय अपनी ही कंपनी की एक महिला कर्मचारी गीतिका शर्मा खुदकुशी केस में आरोपी हैं और उनके खिलाफ कोर्ट में मुकदमा चल रहा है और वह इस समय जमानत पर बाहर हैं. पुलिस की ओर से दाखिल आरोप पत्र में कांडा पर आईपीसी की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाने), धारा 471 (धोखाधड़ी), और उत्पीड़न सहित कई अन्य धाराएं लगाई हैं. इसके अलावा सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66 भी लगाई गई हैं. आरोप पत्र में कांडा पर गीतिका का गर्भपात कराने का भी आरोप लगाया गया है.

फंदे पर लटकी मिली थी गीतिका की लाश
गीतिका की लाश अशोक विहार स्थित अपने घर में फंदे से लटकी मिली थी. उसने अपने सुसाइड नोट में गोपाल कांडा एवं उसकी कंपनी में काम करने वाली एक अन्य कर्मचारी अरुणा चड्ढा को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था. इसके बाद कांडा को गृह राज्य मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था. मामले ने तूल पकड़ा तो10-15 दिनों तक कांडा अंडरग्राउंड भी रहे थे. लेकिन बाद में उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया.

गीतिका की आत्महत्या के लगभग 6-7 महीनों बाद उनकी मां ने भी सुसाइड कर लिया. फिर एक और सुसाइड नोट मिला. इसमें भी कांडा का नाम था. इसके बाद कांडा को 18 महीने जेल में भी रहना पड़ा. इतना ही नहीं गोपाल कांडा और उनके भाई गोविंद कांडा पर अवैध संपत्ति के मामले में भी कई आरोप लग चुके हैं.

हरियाणा : खट्टर की नड्डा से मुलाकात, पांच निर्दलीय विधायकों ने दिया समर्थन

जमानत पर बाहर हैं गोपाल कांडा
मार्च 2014 की बात है. दिल्ली हाईकोर्ट ने उन पर लगे आरोप हटा लिए. कांडा को जमानत मिल गई. कांडा ने अपने छोटे भाई गोबिंद कांडा के साथ मिलकर हरियाणा लोकहित पार्टी बनाई. ऐसा कहा जाता है कि कांडा पहले सिरसा में ही हवाई चप्पलों का काम करते थे. उनका एक शोरुम था. इसके बाद धीरे-धीरे कारोबार बढ़ता गया. वो रियल एस्टेट के धंधे में आए. यहां तक कि उन्होंने MDLR एयरलाइन की शुरुआत भी की थी. जो बाद में आर्थिक संकटों के कारण बंद हो गई.

(एक्सट्रा इनपुट- पीटीआई)

नई दिल्ली : हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. नतीजों के बाद जो एक शख्स चर्चा में आया है वो हैं हरियाणा के विधायक गोपाल कांडा. गोपाल कांडा समेत 5 और निर्दलीय विधायकों के समर्थन के साथ बीजेपी सरकार बनाने की तैयारी कर रही है. गोपाल कांडा को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है.

हरियाणा में निर्दलीय विधायक गोपाल कांडा सहित अन्य निर्दलीय विधायकों के समर्थन से भाजपा के सरकार बनाने की कोशिश के सवाल पर कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, 'जब कांडा हरियाणा सरकार में मंत्री थे तो उस वक्त के, नरेंद्र मोदी और अमित शाह के बयानों को देखिए. उस वक्त भाजपा का क्या रुख था?'

सुरजेवाला ने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कांडा को हटा दिया था. यह भाजपा का दोहरा मापदंड है. उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में वरिष्ठ नेताओं के विशेष समूह की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि चुनाव के बाद भाजपा का दोहरा चेहरा उजागर हो गया है.

सुरजेवाला का बयान

उन्होंने बताया कि विशेष समूह की बैठक में सोनिया गांधी के नेतृत्व में विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई. इनमे किसानों, छोटे दुकानदारों और उद्योग जगत के हितों के साथ हो रहे खिलवाड़ जैसे अहम विषय शामिल हैं.

सुरजेवाला ने कहा, 'भाजपा किसानों के हितों की खुली बोली लगा रही है. कांग्रेस अब चुप नहीं बैठेगी.'

हरियाणा : बीजेपी-कांग्रेस की सरकार बनाने की कवायद तेज, दिल्ली में हुड्डा-खट्टर

चुनाव परिणाम के बारे में सुरजेवाला ने कहा 'हरियाणा ने भाजपा को नकार दिया है. अब खरीद फरोख्त के जरिये सरकार बनाने की कोशिश हो रही है. जबकि खट्टर सरकार के ज्यादातर मंत्री हार गए. उन्हें जनता ने नकार दिया और बहुमत नहीं दिया. भाजपा की सरकार असंवैधानिक और गैरक़ानूनी होगी.'

माकपा ने भी भाजपा पर आरोप लगाया कि है कि उसने हरियाणा में आपराधिक मामलों में आरोपी निर्दलीय विधायक गोपाल कांडा के सहयोग से सरकार बनाने की पहल करके अपनी सत्तालोलुपता का जीता जागता सबूत पेश किया है. माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा को सत्ता पाने के लिये अपराधियों से हाथ मिलाने से कोई गुरेज नहीं है.

येचुरी ने कहा, 'गंभीर आपराधिक मामलों में आरोपियों का भाजपा समर्थन लेगी. किसी तरह सत्ता में बने रहने के लिये ऐसे लोगों को भाजपा नेता दिल्ली लेकर आये. इनका मकसद किसी तरह सत्ता में बने रहना है.'

इस बीच माकपा पोलित ब्यूरो ने भी भाजपा पर विधायकों की खरीद फरोख्त करने का आरोप लगाते हुये कहा कि हरियाणा और महाराष्ट्र में भाजपा ने राष्ट्रवाद और हिंदुत्व जैसे मुद्दों को चुनावी मुद्दा बनाया. हरियाणा चुनाव में पूरी तरह से कामयाबी नहीं मिलने पर अब भाजपा विधायकों की खरीद फरोख्त की कोशिश में है.

उल्लेखनीय है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिल पाया है.

गोपाल कांडा पर कई मुकदमे दर्ज

आपको बता दें कि गोपाल कांडा इस समय अपनी ही कंपनी की एक महिला कर्मचारी गीतिका शर्मा खुदकुशी केस में आरोपी हैं और उनके खिलाफ कोर्ट में मुकदमा चल रहा है और वह इस समय जमानत पर बाहर हैं. पुलिस की ओर से दाखिल आरोप पत्र में कांडा पर आईपीसी की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाने), धारा 471 (धोखाधड़ी), और उत्पीड़न सहित कई अन्य धाराएं लगाई हैं. इसके अलावा सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66 भी लगाई गई हैं. आरोप पत्र में कांडा पर गीतिका का गर्भपात कराने का भी आरोप लगाया गया है.

फंदे पर लटकी मिली थी गीतिका की लाश
गीतिका की लाश अशोक विहार स्थित अपने घर में फंदे से लटकी मिली थी. उसने अपने सुसाइड नोट में गोपाल कांडा एवं उसकी कंपनी में काम करने वाली एक अन्य कर्मचारी अरुणा चड्ढा को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था. इसके बाद कांडा को गृह राज्य मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था. मामले ने तूल पकड़ा तो10-15 दिनों तक कांडा अंडरग्राउंड भी रहे थे. लेकिन बाद में उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया.

गीतिका की आत्महत्या के लगभग 6-7 महीनों बाद उनकी मां ने भी सुसाइड कर लिया. फिर एक और सुसाइड नोट मिला. इसमें भी कांडा का नाम था. इसके बाद कांडा को 18 महीने जेल में भी रहना पड़ा. इतना ही नहीं गोपाल कांडा और उनके भाई गोविंद कांडा पर अवैध संपत्ति के मामले में भी कई आरोप लग चुके हैं.

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जमानत पर बाहर हैं गोपाल कांडा
मार्च 2014 की बात है. दिल्ली हाईकोर्ट ने उन पर लगे आरोप हटा लिए. कांडा को जमानत मिल गई. कांडा ने अपने छोटे भाई गोबिंद कांडा के साथ मिलकर हरियाणा लोकहित पार्टी बनाई. ऐसा कहा जाता है कि कांडा पहले सिरसा में ही हवाई चप्पलों का काम करते थे. उनका एक शोरुम था. इसके बाद धीरे-धीरे कारोबार बढ़ता गया. वो रियल एस्टेट के धंधे में आए. यहां तक कि उन्होंने MDLR एयरलाइन की शुरुआत भी की थी. जो बाद में आर्थिक संकटों के कारण बंद हो गई.

(एक्सट्रा इनपुट- पीटीआई)

Last Updated : Oct 25, 2019, 10:46 PM IST
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