उदयपुर. प्रदेश भाजपा में उम्मीदवारों की दूसरी सूची आने के बाद उठे बगावती शुर अब बढ़ते ही जा रहे हैं. मेवाड़ संभाग में भी भाजपा उम्मीदवारों के नाम सामने आने के बाद कई विधानसभा सीटों पर विरोध बढ़ता नजर आ रहा है. मेवाड़ में चित्तौड़गढ़, उदयपुर और राजसमंद विधानसभा सीट पर प्रत्याशियों के नाम सामने आने के बाद जबरदस्त विरोध दिखाई दिया है.
सीपी जोशी के गढ़ में ही विरोध: चित्तौड़गढ़ विधानसभा से भाजपा ने नरपत सिंह राजवी को टिकट दिया है. इसका भी विरोध शुरू हो गया है. इसे देखते हुए 5 दिन बाद भी राजवी चित्तौड़गढ़ नहीं आ पाए. वे चंद्रभान सिंह आक्या के विरोध पर पार्टी के अगले कदम पर टकटकी लगाए हैं. फिलहाल जिस प्रकार से आक्या को जन समर्थन मिल रहा है. उसे देखते हुए उन्होंने निर्दलीय मैदान में कूदने की घोषणा कर दी. उनकी बगावत से पार्टी को चित्तौड़गढ़ में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.
चंद्रभान सिंह आक्या वर्ष 2013 और 2018 में भाजपा के बैनर तले भारी मतों से जीते थे. हैट्रिक की फेर में लंबे समय से तैयारी में थे कि भाजपा ने उनका नाम काटकर सबको चौंका दिया. आक्या समर्थक इसे प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी की अदावत का नतीजा मानकर चल रहे हैं और सबसे अधिक जोशी को ही विरोध का सामना करना पड़ सकता है. सीपी जोशी अपने संसदीय क्षेत्र में ही इस विरोध को दूर कर पाने में अब तक असफल नजर आ रहे हैं.
उदयपुर विधानसभा सीट पर विरोध: उदयपुर शहर विधानसभा सीट पर ताराचंद जैन को टिकट देने को लेकर भाजपा के दावेदार विरोध जता रहे हैं. भाजपा नेता और नगर निगम में उपमहापौर पारस सिंघवी लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. पारस सिंघवी ने कहा कि ताराचंद जैन के अलावा पार्टी किसी को भी टिकट दे, उन्हें मंजूर होगा लेकिन पार्टी को उन्हें टिकट देने को लेकर पुनर्विचार करना होगा.
भाजपा के अभेद्य किले में तब्दील हुई इस विधानसभा सीट पर गुटबाजी और बगावत से कहीं ना कहीं भाजपा को नुकसान होता हुआ नजर आ रहा है. क्योंकि पिछले लंबे समय से भाजपा यहां से जीत दर्ज करती आई है. ऐसे में गुलाबचंद कटारिया के गवर्नर बनने के बाद इस सीट पर जीत बरकरार रखना भाजपा के लिए बड़ी चुनौती है.
राजसमंद विधानसभा सीट पर भी विरोध: राजसमंद विधानसभा सीट पर दीप्ति माहेश्वरी को प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर विरोध नजर आ रहा है. दावेदारी कर रहे कुछ भाजपा नेताओं ने पिछले दिनों जमकर विरोध प्रदर्शन किया. वहीं स्थानीय को टिकट देने की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. इस विधानसभा सीट पर स्थानीय को टिकट न देने को लेकर लगातार भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा विरोध किया जा रहा है. फिलहाल इन तीनों विधानसभा सीटों पर भाजपा रूठे हुए लोगों को मनाने में लगी हुई है. लेकिन अभी तक विरोध प्रदर्शन के स्वर दिखाई दे रहे हैं.