चेन्नई: 14 जनवरी को पोंगल है. पोंगल की तैयारी शुरू होते ही तमिलनाडु के लोग अपने-अपने गृहनगर लौटने की जल्दी में हैं. त्योहार के चलते फ्लाइट टिकट की कीमतों में लगभाग पांच गुना तक वृद्धि हो गई है. बढ़ते किराए ने त्योहार के सफर को और महंगा बना दिया है. हालांकि, इसके बाद भी त्योहार की खुशियां अपनों के साथ मनाने की चाह में लोग महंगे टिकट खरीदने को तैयार हैं.
शुक्रवार से उमड़ी भीड़ः शुक्रवार शाम से ही चेन्नई घरेलू हवाई अड्डे पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है. आज शनिवार को चेन्नई-थूथुकुडी और चेन्नई-सेलम के बीच की सभी टिकटें फुल हैं. कल यानी रविवार की फ्लाइट में कुछ ही टिकटें बची हैं. दक्षिणी जिलों में जाने वाले लोग चेन्नई-तिरुवनंतपुरम फ्लाइट से यात्रा कर रहे हैं, इस वजह से चेन्नई-तिरुवनंतपुरम उड़ान का किराया भी कई गुना बढ़ गया है.
आज के टिकट का किराया (विभिन्न कंपनियों से मिले आंकड़ों पर आधारित) | ||
हवाई रुट | सामान्य किराया | वर्तमान किराया |
चेन्नई-मदुरै | 3,999 रुपये | 17,645 रुपये |
चेन्नई-त्रिची | 2,199 रुपये | 14,337 रुपये |
चेन्नई-कोयंबटूर | 3,485 रुपये | 16,647 रुपये |
चेन्नई-थूथुकुडी | 4,199 रुपये | 12,866 रुपये |
चेन्नई-तिरुवनंतपुरम | 3,296 रुपये | 17,771 रुपये |
चेन्नई-सेलम | 2,799 रुपये | 9,579 रुपये |
हवाई यात्रा करने को मजबूरः तमिलनाडु सरकार ने लोगों की यात्रा के लिए विशेष बसों और विशेष ट्रेनों की भी व्यवस्था की है. इस समय, चूंकि ट्रेनों में सभी टिकट आरक्षण फुल हैं, इसलिए यात्री सरकारी बसों में यात्रा करने को मजबूर हैं. इस वजह से सरकारी बसों में भी भीड़ है. यात्रियों की मानें तो निजी बसें में भी कई गुना अधिक किराया वसूला जा रहा है. इस वजह से भी लोग हवाई जहाज में सफर करने को मजबूर हो रहे हैं.
धूमधाम से मनाया जाता पोंगलः पोंगल का तमिल त्योहार आमतौर पर पूरे तमिलनाडु में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. चेन्नई और उसके उपनगरों में रहने वाले लोग, चेन्नई में काम करने वाले और कॉलेजों में पढ़ने वाले लोग पोंगल त्योहार मनाने के लिए अपने गृहनगर आते हैं. मंगलवार, 14 जनवरी को पोंगल त्योहार शुरू हो रहा है. हजारों लोग शनिवार की रात से बसों, ट्रेनों और हवाई जहाज से अपने गृहनगर के लिए रवाना हो रहे हैं.
सरकार से हस्तक्षेप करने की मांगः इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की एविएशन एंड टूरिज्म कमेटी के चेयरमैन डॉ. सुभाष गोयल ने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए सरकार से तत्काल हस्तक्षेप करने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा- "हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि वह हवाई किराए को सीमित करे. हम एक मुक्त बाजार चाहते हैं. अगर आप हवाई अड्डे से होटल तक टैक्सी का किराया तय कर सकते हैं, तो आप एयरलाइन का किराया क्यों नहीं तय कर सकते?"
कालाबाजारी है बढ़ा हुआ हवाई किरायाः डॉ. गोयल ने उन यात्रियों की दुर्दशा पर भी प्रकाश डाला जो हवाई यात्रा से बच नहीं सकते."कुछ लोग आपातकालीन स्थितियों, जैसे कैंसर के इलाज, परीक्षा या पारिवारिक संकट के लिए यात्रा करते हैं. पीक सीजन के दौरान एयरलाइनों को उनका शोषण करने की अनुमति देना कालाबाजारी के बराबर है. जिस तरह से सिनेमा टिकट को बढ़े हुए दामों पर बेचना गैरकानूनी है, उसी तरह के नियम एयरलाइन किराए पर भी लागू होने चाहिए."
इसे भी पढ़ेंः तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने मदुरै में जल्लीकट्टू को हरी झंडी दिखाई