उदयपुर. राजस्थान में आरपीएससी पेपर लीक मामले में अब नया मोड़ आता दिख रहा है. इस पेपर लीक मामले में अब ईडी की एंट्री हो गई है. दरअसल राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित वरिष्ठ शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में ईडी ने भी पूछताछ शुरू की है. इस मामले में पेपर लीक के मुख्य आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा से भी जेल में ईडी के अधिकारियों ने पूछताछ की है. कटारा के अलावा मास्टरमाइंड शेर सिंह मीणा, भूपेंद्र सारण से भी पिछले सप्ताह उदयपुर जेल में पूछताछ किए जाने की बात सामने आ रही है.
ईडी ने की उदयपुर जेल में पूछताछ : उदयपुर के सेंट्रल जेल में बंद इन आरोपियों के अलावा इस पेपर लीक मामले के अन्य आरोपी राजीव उपाध्याय, रामगोपाल मीणा, सुरेश बिश्नोई, अनीता मीणा, कटारा के पुत्र दीपेश कटारा के बयान भी ईडी ने दर्ज किए हैं. जानकार सूत्रों के अनुसार पेपर लीक इस मामले ईडी को मनी लॉन्ड्रिंग की पुष्टि होने के बाद भी सामने आई है. फिलहाल इस मामले को लेकर ईडी के अधिकारी जांच करने में जुटे हुए हैं. ऐसे में अन्य लोगों की भी जांच में शामिल होने की बात सामने आई है.
ईडी ने दर्ज किया था मामला : आरपीएससी पेपर लीक मामले को लेकर जहां विपक्ष ने गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा था वहीं सबसे ज्यादा इस मुद्दे को राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने जमकर उठाया था. सांसद की शिकायत पर इसी महीने आरपीएससी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया था. जिसके बाद ईडी ने आयोग के चेयरमैन और सचिव को भी नोटिस जारी किया था. प्रवर्तन निदेशालय के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि वरिष्ठ अध्यापक भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर हुए धन के लेनदेन को लेकर प्रकरण दर्ज किया गया है. इस मामले को लेकर आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा के साथ ही अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय और सचिव हरजीलाल अटल को नोटिस जारी किया गया है.
यह पूरा मामला : RPSC सदस्य कटारा ने ही सरगना को पेपर दिया था. पिछले साल आरपीएससी की ओर से आयोजित वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का पेपर आउट होने के बाद इस मामले की जांच एसओजी को सौंपी गई थी. एसओजी ने पेपर आउट गिरोह के सरगना शेर सिंह उर्फ अनिल मीना को ओडिशा से गिरफ्तार किया था. उससे पूछताछ में आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा का नाम सामने आया था. इस पर एसओजी ने बाबूलाल कटारा के साथ ही उसके ड्राइवर गोपाल सिंह और भांजे विजय को गिरफ्तार किया था. पूछताछ में खुलासा हुआ कि कटारा ने शेरसिंह को 60 लाख रुपए लेकर पेपर दिया था.
बस में हल करवाया जा रहा था पेपर : पिछले साल 24 दिसंबर को आरपीएससी की ओर से वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के सामान्य विज्ञान के पेपर से पहले पुलिस ने उदयपुर जिले में कार्रवाई करते हुए चलती बस में पेपर हल करवाने के मामले का खुलासा किया था. बस से 55 अभ्यर्थियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. यह मामला सामने आने के बाद आरपीएससी ने इस पेपर को आउट मानते हुए सामान्य विज्ञान की परीक्षा निरस्त कर दोबारा करवाई थी.