उदयपुर. देश भर में सोमवार को धूमधाम के साथ जन्माष्टमी का पावन पर्व मनाया जा रहा है. इस बीच लेक सिटी उदयपुर के जगदीश मंदिर (Jagdish Mandir Udaipur) में भगवान के दर्शनों के लिए सुबह से ही भक्त पहुंच रहे हैं. ऐसे में कोरोना के देखते हुए मंदिर में भक्तों को दर्शन कराने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. जिससे कोरोना प्रोटोकॉल की पालना के साथ दर्शन हो. ऐसे में मंदिर में दर्शनार्थियों को सीमित संख्या में प्रवेश दिया जा रहा है.
मंदिर के पुजारी हुकुमराज से मिली जानकारी के अनुसार जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान जगदीश को मंगला में पंचामृत से स्नान कराया गया. जिसके बाद भगवान जगदीश को विशेष श्रृंगार कराया गया. उन्हें सुनहरे वस्त्रों से सुशोभित किया गया. साथ ही भगवान को विशेष व्यंजनों का भी भोग लगाया गया. वहीं शाम को कीर्तन के बाद देर रात को भगवान के जन्मोत्सव के समय विशेष आरती पूजा की जाएगी.
नाथद्वारा के श्रीनाथजी मंदिर में 21 तोपों की सलामी दी जाएगी
नाथद्वारा स्थित पुष्टिमार्गीय वल्लभ संप्रदाय की प्रधानपीठ श्रीनाथजी मंदिर (Shrinathji Temple Nathdwara) में सोमवार को जन्माष्टमी और मंगलवार को नंद महोत्सव मनाया जाएगा. 349 साल पुरानी परंपराओं का निर्वहन करते हुए कृष्ण जन्म पर रात बारह बजे 21 तोपों की सलामी दी जाएगा. कोरोना महामारी के चलते इस साल भी तोपों की सलामी के दौरान दर्शकों का प्रवेश वर्जित रहेगा पर श्रीनाथजी की एक झांकी के दर्शन आम दर्शनार्थियों को मिल पाएंगे.
यह भी पढ़ें. जयपुरः भक्त और भगवान के बीच इस बार भी दिखी दूरी, ऑनलाइन होंगे ठाकुर जी के दर्शन
वहीं पुष्टिमार्गीय परंपरानुसार नित्य सेवा क्रम जारी रहेगा और भगवान की अष्टयाम सेवा प्रणालिका यथावत रहेगी. जन्माष्टमी पर सुबह 4:45 बजे पंचामृत स्नान और मंगला आरती की जाएगी. जिसमें केवल सेवादारों को ही प्रवेश की अनुमति रहेगी.
इसके बाद होने वाले श्रृंगार, राजभोग और संध्या आरती में मनोरथियों को दर्शन करवाए जाएंगे. जबकि देर शाम आठ बजे होने वाले जागरण के दर्शन आम दर्शनार्थियों के लिए खोले जाएंगे. हर साल संध्या समय निकलने वाली शोभायात्रा को कोरोना के चलते स्थगित कर दिया गया है.
भीलवाड़ा में अनोखी झांकी
भीलवाड़ा में जन्माष्टमी के पर्व हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है. कोरोना गाइडलाइन के अनुसार कई धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. शहर के संकट मोचन हनुमान मंदिर पंचमुखी बालाजी, देवरिया बालाजी, दूधाधारी मंदिर बाबा धाम, दादी धाम लक्ष्मी नारायण मंदिर और बालाजी मार्केट मंदिर में विशेष श्रृंगार किया गया. शहर के पेच एरिया बालाजी और बाबा धाम मंदिर में कृष्ण भगवान की झांकियों को देशभक्ति का एक अनोखा रूप दिया गया है.