उदयपुर: राजस्थान विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी मंगलवार को उदयपुर के दौरे पर रहे. इस दौरान सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए देवनानी ने कहा कि राजस्थान विधानसभा में नवाचार करते हुए विधानसभा को पेपरलेस करने की दिशा में कार्य पूरा हो चुका है. विधायकों की सीट पर आईपैड लगाए जा चुके है. विधायक भी ऑनलाइन प्रश्न दाखिल कर, पर्ची भी ऑनलाइन भेज रहे हैं.
विधानसभा में नवाचार: उन्होंने कहा कि विधानसभा के पेपरलेस होने से सभी विधायकों को फायदा होगा. बदलते युग में नई तकनीक का उपयोग करना जरूरी है. ऐसे में यह नवाचार किया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि सबसे पहले विधानसभा को अतिरिक्त चलाना है. ताकि विपक्ष द्वारा किए गए सवालों का जवाब दिया जा सके और अतिरिक्त कार्य हो सके. उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई थी. बैठक में सभी दलों के नेताओं को शामिल कर विधानसभा को पूर्ण रूप से चलाने पर चर्चा हुई ताकि अधिक से अधिक मुद्दों पर चर्चा की जा सके.
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अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने वाले मंत्री ने मांगी माफी: विधानसभा में पक्ष-विपक्ष में नोकझोंक के दौरान कानून और संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने सदन में अपशब्द कह दिए. इसके बाद पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के कड़ी आपत्ति जताने पर पटेल ने माफी भी मांग ली. इस मुद्दे पर देवनानी ने कहा कि पहले भी ऐसा हो चुका है, लेकिन मंत्री जोगाराम पटेल ने माफी मांगने से सदन में शांति हुई. उन्होंने कहा कि किसी को भी सदन में अमर्यादित भाषा का उपयोग नहीं करना चाहिए.
बच रहा समय, हो रही सुविधा: देवनानी ने कहा कि पेपरलेस व्यवस्था से सदस्यों को काफी सुविधा हो रही है एवं समय की बचत हो रही है. सदस्यों को अपने प्रश्नों के ऑनलाइन उत्तर मिल जाने से वे सीधे ही पूरक प्रश्न कर रहे हैं. इससे विधानसभा की उत्पादकता में वृद्धि हो रही है. इसके अलावा सदस्यों को दो तीन दिन की बजाय उसी दिन शाम को कार्यवाही का फुटेज उपलब्ध करवाया जा रहा है.
कार्यपालिका का विधायिका के प्रति उत्तरदायित्व बढ़ा: देवनानी ने कहा कि इस बात के पूरे प्रयास किया जा रहे हैं कि विधानसभा सदस्यों द्वारा पटल पर रखे गए सभी प्रश्नों के उत्तर समय पर मिल सकें. उच्चाधिकारियों को इस बात से अवगत कराने के पश्चात पूर्ववर्ती विधानसभाओं के अनुत्तरित 5000 प्रश्नों में से अब सिर्फ 1200 प्रश्नों के उत्तर आना बाकी रह गए हैं. पिछले बजट में पटल पर रखे गए 10000 में से 9250 प्रश्नों के उत्तर प्राप्त हुए जो कि लगभग 92 प्रतिशत हैं. जल्द ही यह आंकड़ा 95 तक पहुंच जाएगा. अब ध्यान आकर्षण प्रस्ताव एवं याचिका आदि के उत्तर भी प्राप्त होने लगे हैं.
अनुशासन पर विशेष जोर: देवनानी ने कहा कि विधानसभा अपनी परंपरा, नियम एवं सिद्धांतों से चलेगी. इसके सुचारू संचालन के लिए सत्र से पूर्व सर्वदलीय बैठक के परिणाम भी सकारात्मक प्राप्त हुए हैं. उन्होंने कहा कि नियमों के तहत सभी सदस्यों को अपनी बात रखने का अधिकार है जिससे जनता के मुद्दों को पूरी संवेदनशीलता के साथ पटल पर रखा जा रहा है. सदन में अनुशासन बनाए रखना अति महत्वपूर्ण है. इसलिए हल्के आचरण करने वाले सदस्यों पर पहले भी कड़ी कार्रवाई की गई थी और आगे भी ऐसा करने वालों के विरुद्ध नियमानुसार सख्त कदम उठाए जाएंगे.