टोंक. कोरोना संक्रमण का दायरा देश प्रदेश के साथ ही टोंक जिले में भी लगातार बढ़ता जा रहा है और सांसो को बचाने के लिए आक्सीजन की सबसे बड़ी जरूरत महसूस हो रही है. इसी को लेकर टोंक जिला कलेक्टर का पूरा फोकस टोंक में ऑक्सीजन मैनेजमेंट पर है और टोंक सआदत अस्पताल में ऑक्सीजन वह बेड मैनेजमेंट को लेकर एक कमेटी बनाई गई है. वही जिला पुलिस अधीक्षक ने ऑक्सीजन प्लांट के लिए पुलिस का पहरा ऑक्सीजन प्लांट पर एक सब इंस्पेक्टर लेबल के अधिकारी के नेतृत्व में तैनात किया है.
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कोरोना के इस दौर में ऑक्सीजन सबसे ज्यादा मूल्यवान स्त्रोत है, इसलिए इसके इस्तेमाल को लेकर ज्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए, टोंक जिले में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में ज्यादा से ज्यादा मरीजों की निगरानी के लिए जिला अस्पताल को कोविड सेंटर में तब्दील किया गया है. जिसके प्रबंधन को लेकर जिला प्रशासन की ओर से अलग-अलग कमेटियां बनाई गई हैं. उन कमेटियों का रिव्यू करने के लिए आज जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल, एसपी ओमप्रकाश सहित अन्य अधिकारियों ने सआदत अस्पताल पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
जिला कलेक्टर और एसपी ने सआदत अस्पताल परिसर ने चल रहे ऑक्सीजन प्लांट और कोविड आइसोलेशन वार्ड की व्यवथाओं का जायजा लिया. और ऑक्सीजन का दुरुपयोग ना हो इसके लिए एक कमेटी का गठन भी किया. कलेक्टर ने बताया की देश-प्रदेश में ऑक्सीजन की डिमांड सबसे ज्यादा बढ़ी है. ऐसे में इसका बेहतर तरीके से उपयोग करना सुनिश्चित करना है. इसी को लेकर सीसीटीवी कैमरा सहित पुलिस बल लगवाया गया है.
जिला कलेक्टर ने बताया कि गठित कमेटियों का कार्य अस्पताल में बेड की कमी, मरीजों के खाने-पीने व सफाई की व्यवथाओं पर निगरानी रखना होगा. वही अलग से कोविड सेंटरों को भी अधिकृत किया गया है. आवश्यकता पड़ने पर सामान्य लक्षण वाले मरीजों को वहां रखकर उन्हें इस्तेमाल में लिया जाएगा.
वहीं जन अनुशासन पखवाड़ा की गाइडलाइन का उल्लंघन करने वालों पर भी प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की. नगर परिषद की टीमों ने आज 160 चालान काटे और 41 हजार रुपये की वसूली की और 6 दुकानों को सीज किया. वहीं कलेक्टर-एसपी ने पुलिस जवानों के साथ मिलकर फ्लैग मार्च निकाला.