टोंक. बजरी के ट्रक का पीछा करती निवाई थाना पुलिस पर बाढ़ की ढाणी गांव में ग्रामीण महिलाओं और बजरी माफियाओं ने हमला कर तीन पुलिस वालों को घायल कर दिया. जिले की कानून व्यवस्था के लिए नासूर बनते जा रहे बजरी माफियाओं ने बीते 18 घंटो के अंदर जिले में तीन अलग-अलग जगह बनेठा, जेबाड़िया और निवाई के बाढ़ की ढाणी में पुलिस पर हमला किया.
इस दौरान थानाधिकारी सहित तीन पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं. जिन्हें इलाज के लिए निवाई के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. मुखबिर की सूचना के आधार पर निवाई थाना अधिकारी बनवारी लाल मीणा, सदर थाना अधिकारी मुकेश यादव जाब्ते सहित ललवाड़ी चौराहे पर अवैध खनन से भरा हुआ 10 चक्का ट्रक को जैसे ही पकड़ना चाहे. रेकी करने वाली थार जीप निवाई थाना पुलिस की जीप के आगे लगाकर खनन माफियाओं ने ट्रक को आगे निकलवा दिया. मुडिंया गांव के समीप बाढ़ की ढाणी की तरफ ट्रक को चालक लेकर फरार हो गया. मौके पर बनवारी लाल मीणा जाब्ते सहित पहुंचे. ढाणी में घुसते ही पुरुष और महिलाओं ने पुलिस पर पथराव कर दिया.
घायलों में रूपनारायण पुत्र सावल राम कांस्टेबल 272, जितेंद्र कुमार मीणा पुत्र हरिकेश मीणा बेल्ट नंबर 983, कजोड़ पुत्र मोहनलाल बेल्ट नंबर 1245 घायल हुए हैं. अवैध खनन से भरे ट्रक को लेकर निवाई पुलिस थाने पहुंची और ट्रक को जब्त कर लिया. चालक सहित थार गाड़ी में फरार सात अभियुक्त मौके से फरार हो गए. बाढ़ की ढाणी में पुलिसकर्मियों पर पुरुष और महिलाओं ने मिलकर हमला किया था, वे लोग भी फरार हैं.
वहीं जेबाड़िया गांव में बजरी के वाहन पकड़ने गई निवाई पुलिस उपाधीक्षक अंजूम कायल के दल पर गुरुवार की रात गांव वालों ने घेरकर हमला किया और पुलिस को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा था. उस मामले में भी पुलिस ने ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. वहीं बीती रात ही बनेठा थाना पुलिस बनास नदी में बजरी माफियाओं पर कार्रवाई को निकली थी की एक ट्रैक्टर चालक ने पुलिस की गाड़ी को ही टक्कर मार दी. इसमें तीन पुलिस कर्मी घायल हुए और अभी 24 घण्टे भी नहीं हुए थे की निवाई के बाढ़ की ढाणी गांव में बजरी का ट्रेलर लेकर भागते बजरी माफिया का पीछा कर रही पुलिस पर गांव में महिलाओं और माफियाओं ने ड्राइवर के साथ मिलकर हमला कर दिया. ड्राइवर उसी गांव का रहने वाला बताया जा रहा है.