ETV Bharat / state

श्रीगंगानगर: कृषि कानून के विरोध में मण्डी में खरीद-बिक्री बन्द, आन्दोलन की राह पर व्यापारी

केंद्रीय कृषि कानून के विरोध में चलाए जा रहे आंदोलन में श्रीगंगानगर धाम मंडी के व्यापारी भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं. व्यापारी आंदोलन के समर्थन में धान की खरीद-बिक्री नहीं कर रहे है. आंदोलन में भाग लेने के लिए श्रीगंगानगर के व्यापरी गाड़ियों और ट्रैक्टर ट्राली से दिल्ली जा रहे है.

News of agricultural law,  Sriganganagar Peasant Movement
केंद्रीय कृषि कानून के विरोध में आंदोलन
author img

By

Published : Dec 5, 2020, 1:55 AM IST

श्रीगंगानगर. केंद्रीय कृषि कानून के विरोध में चलाए जा रहे आंदोलन के समर्थन में जिले की धान मंडियों के व्यापारी भी काम बंद रखने का फैसला किया है. इसी के तहत अब मंडी व्यापारी, मजदूर और किसान अब कृषि कानून का विरोध करते हुए कार्य का बहिष्कार करेंगे. इस दौरान मंडियों में जिंसों की बोली बंद रहेगी. शुक्रवार को जिला मुख्यालय सहित जिले की धान मंडियों में बोली नहीं हुई.

केंद्रीय कृषि कानून के विरोध में आंदोलन

गंगानगर ट्रेडर्स एसोसिएशन एवं श्री गंगानगर कच्चा आडतीया संघ की ओर से मंडी में बोली नहीं करने का फैसला लिया गया. दोनों संस्थाओं के पदाधिकारियों ने मंडी बंद का निर्णय लेते हुए व्यापारियों से कृषि जिंसों का व्यवसाय बंद रखते हुए सहयोग की अपील की है. जिला मुख्यालय स्थित नई धान मंडी सहित जिले की केसरीसिंहपुर, श्रीकरणपुर, सादुलशहर, गजसिंहपुर, श्रीविजयनगर और रायसिंहनगर की धान मंडियों में भी जिंसों की खरीद-बिक्री नहीं हुई.

पढ़ें- गरीबों का राशन डकार गए साहब...अब 1,700 से अधिक सरकारी कर्मचारियों से हो रही वसूली

केंद्र सरकार के नए कानून के विरोध में श्रीगंगानगर के किसान लगातर विरोध करने में जुटे है हुए है. विरोध के इसी क्रम में किसानों ने दिल्ली की ओर कूच किया है. किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए श्रीगंगानगर के गुरुद्वारा सिंह सभा से दुसरे दिन भी किसानों का जत्था दिल्ली के लिए रवाना हुआ.करणपुर, पदमपुर, रायसिंहनगर से किसान दिल्ली आंदोलन में शामिल होने के लिए रवाना हुए.

किसान गाड़ियों और ट्रैक्टर ट्राली लेकर रवाना हुए. किसानों ने बताया कि दिल्ली आंदोलन में शामिल होने के लिए ट्रैक्टर ट्राली लेकर जा रहे है. साथ ही खाने पीने व आन्दोलन में रुकने के लिए तमाम प्रकार की सामग्री लेकर जा रहे है. किसान प्रतिनिधियों ने दिल्ली के लिए रवाना होने वाले किसानों का सहयोग राशि देने की घोषणा की है.

श्रीगंगानगर. केंद्रीय कृषि कानून के विरोध में चलाए जा रहे आंदोलन के समर्थन में जिले की धान मंडियों के व्यापारी भी काम बंद रखने का फैसला किया है. इसी के तहत अब मंडी व्यापारी, मजदूर और किसान अब कृषि कानून का विरोध करते हुए कार्य का बहिष्कार करेंगे. इस दौरान मंडियों में जिंसों की बोली बंद रहेगी. शुक्रवार को जिला मुख्यालय सहित जिले की धान मंडियों में बोली नहीं हुई.

केंद्रीय कृषि कानून के विरोध में आंदोलन

गंगानगर ट्रेडर्स एसोसिएशन एवं श्री गंगानगर कच्चा आडतीया संघ की ओर से मंडी में बोली नहीं करने का फैसला लिया गया. दोनों संस्थाओं के पदाधिकारियों ने मंडी बंद का निर्णय लेते हुए व्यापारियों से कृषि जिंसों का व्यवसाय बंद रखते हुए सहयोग की अपील की है. जिला मुख्यालय स्थित नई धान मंडी सहित जिले की केसरीसिंहपुर, श्रीकरणपुर, सादुलशहर, गजसिंहपुर, श्रीविजयनगर और रायसिंहनगर की धान मंडियों में भी जिंसों की खरीद-बिक्री नहीं हुई.

पढ़ें- गरीबों का राशन डकार गए साहब...अब 1,700 से अधिक सरकारी कर्मचारियों से हो रही वसूली

केंद्र सरकार के नए कानून के विरोध में श्रीगंगानगर के किसान लगातर विरोध करने में जुटे है हुए है. विरोध के इसी क्रम में किसानों ने दिल्ली की ओर कूच किया है. किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए श्रीगंगानगर के गुरुद्वारा सिंह सभा से दुसरे दिन भी किसानों का जत्था दिल्ली के लिए रवाना हुआ.करणपुर, पदमपुर, रायसिंहनगर से किसान दिल्ली आंदोलन में शामिल होने के लिए रवाना हुए.

किसान गाड़ियों और ट्रैक्टर ट्राली लेकर रवाना हुए. किसानों ने बताया कि दिल्ली आंदोलन में शामिल होने के लिए ट्रैक्टर ट्राली लेकर जा रहे है. साथ ही खाने पीने व आन्दोलन में रुकने के लिए तमाम प्रकार की सामग्री लेकर जा रहे है. किसान प्रतिनिधियों ने दिल्ली के लिए रवाना होने वाले किसानों का सहयोग राशि देने की घोषणा की है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.