श्रीगंगानगर. जिले के प्रभारी सचिव वैभव गालरिया ने मंगलवार को जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने नए बने एमसीएच भवन का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. वहीं, प्रभारी सचिव ने मेडिकल कॉलेज के बारे में कहा कि, सरकार के जो भी निर्देश होंगे, उनका पूरी तरह से पालन किया जाएगा.
इस मौके पर उन्होंने जिला अस्पताल में बनाई गई कोरोना लैब की भी जांच की और अस्पताल में आई मशीनों के बारे में जानकारी हासिल ली. साथ ही कोटेज वार्ड में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्थाओं का जायजा लेकर चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया कि, रोगियों की देखभाल के लिए उचित व्यवस्था की जाए.
इसके अलावा कलेक्टर ने भी मंगलवार को चिकित्सा अधिकारियों की बैठक लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं. वहीं, शनिवार से जिला अस्पताल के पुराने भवन में रोगियों की सर्जरी फिर से शुरू की जाएगी. कलेक्टर ने कहा कि, अब कोविड-19 अस्पताल अलग से रहेगा. जिसमें कोरोना संक्रमण से संबंधित रोगियों को भर्ती कर इलाज किया जाएगा. चिकित्सा व्यवस्था पहले की तरह जिला अस्पताल में शुरू होने से लोगों को राहत मिलेगी. अस्पताल के बाहर बनी लीला धर्मशाला में अब रोगियों की सैंपलिंग की जाएगी और अस्पताल में बने यूनिट में अलग से कोरोना संक्रमण के रोगियों को रखा जाएगा. जिसका गेट बाहर की और रहेगा.
पढ़ेंः ग्रामीणों की कोरोना से जंग: प्रदेश की सबसे ऊंची पंचायत में ग्रामीण योद्धा रहे सफल, एक भी केस नहीं
रोज लिए जाएंगे 500 सैंपल्स...
कलेक्टर ने बचाया कि, जिले के समस्त ब्लॉक सहित जिला अस्पताल में अब कोरोना की जांच के लिए रोजाना करीब 500 सैंपल ले लिए जाएंगे. जिला अस्पताल में हर रोज 100 सैंपल लिए जाएंगे. वहीं, अब पॉजिटिव रोगियों की दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव आने पर उन्हें अस्पताल से डिस्चार्च कर होम क्वॉरेंटाइन किया जाएगा.