ETV Bharat / state

श्रीगंगानगर में हाईकोर्ट के फैसले के बाद निपटा CMHO विवाद

चिकित्सा और स्वास्थ्य महकमे में सीएमएचओ की कुर्सी के लिए छिड़ी जंग जोधपुर हाईकोर्ट के फैसले के बाद आखिरकार शांत हो गई. दो महीने से अधिक समय तक चली सुनवाई में तत्कालीन सीएमएचओ डॉक्टर नरेश बंसल की याचिका को हाईकोर्ट ने निरस्त कर दिया.

shri ganganagar news, shri ganganagar vivad khabar, श्रीगंगानगर खबर, श्रीगंगानगर लेटेस्ट न्यूज
author img

By

Published : Sep 24, 2019, 9:13 AM IST

Updated : Sep 24, 2019, 10:42 AM IST

श्रीगंगानगर. तत्कालीन सीएमएचओ डॉक्टर नरेश बंसल की याचिका खारिज होने से उन्हें न केवल मुंह की खानी पड़ी है. बल्कि अपनी फजीहत करवाने के बाद सरकार के आदेश पर श्रीगंगानगर जिला अस्पताल में पीएमओ के अधीनस्थ पद पर ड्यूटी करने के लिए अपनी उपस्थिति दे दी है.

हाईकोर्ट ने की सीएमएचओ डॉ. बंसल की याचिका खारिज

डॉक्टर बंसल का सवा 2 महीने पहले स्थानांतरण राज्य सरकार ने श्रीगंगानगर के सीएमएचओ से जिला अस्पताल में उप नियंत्रक पद पर किया था. उसके बाद डॉक्टर ने हाईकोर्ट से स्टे आर्डर लेकर राज्य सरकार के आदेश के खिलाफ सीएमएचओ के पद पर ज्वाइन कर लिया था.

पढ़ें- अजमेरः नाबालिग से दुष्कर्म के अभियुक्त को 10 साल की सजा

गौरतलब है कि राज्य सरकार ने 12 जुलाई को राज्य में डॉक्टर्स के स्थानांतरण किए थे. इसमें श्रीगंगानगर जिला अस्पताल के डॉक्टर गिरधारी लाल मेहरड़ा को सीएमएचओ और सीएमएचओ डॉ. नरेश बंसल को जिला अस्पताल के उप नियंत्रक पद पर लगाया था. जिसके बाद डॉक्टर गिरधारी लाल मेहरड़ा ने 13 जुलाई को सीएमएचओ का कार्यभार संभाला था. डॉ. बंसल ने स्थानांतरण आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की.

पढे़ं- अजमेर: हाइपो हीरो मेजर दलपत सिंह शेखावत के 101वें बलिदान दिवस पर निकाली गई रैली

जोधपुर हाईकोर्ट में सवा दो माह तक चली सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने 20 सितंबर को फैसला दे ही दिया. इसमें तत्कालीन सीएमएचओ डॉ. नरेश बंसल की याचिका को खारिज करते हुए मेहरड़ा को ही पद पर बने रहने का फैसला सुनाया गया है. जिसके बाद अब सीएमएचओ मेहरड़ा के स्वागत का दौर जारी है. वहीं लम्बे समय तक सीएमएचओ की कुर्सी पर रहे डॉक्टर नरेश बंसल का चेहरा मुरझाया हुआ है.

श्रीगंगानगर. तत्कालीन सीएमएचओ डॉक्टर नरेश बंसल की याचिका खारिज होने से उन्हें न केवल मुंह की खानी पड़ी है. बल्कि अपनी फजीहत करवाने के बाद सरकार के आदेश पर श्रीगंगानगर जिला अस्पताल में पीएमओ के अधीनस्थ पद पर ड्यूटी करने के लिए अपनी उपस्थिति दे दी है.

हाईकोर्ट ने की सीएमएचओ डॉ. बंसल की याचिका खारिज

डॉक्टर बंसल का सवा 2 महीने पहले स्थानांतरण राज्य सरकार ने श्रीगंगानगर के सीएमएचओ से जिला अस्पताल में उप नियंत्रक पद पर किया था. उसके बाद डॉक्टर ने हाईकोर्ट से स्टे आर्डर लेकर राज्य सरकार के आदेश के खिलाफ सीएमएचओ के पद पर ज्वाइन कर लिया था.

पढ़ें- अजमेरः नाबालिग से दुष्कर्म के अभियुक्त को 10 साल की सजा

गौरतलब है कि राज्य सरकार ने 12 जुलाई को राज्य में डॉक्टर्स के स्थानांतरण किए थे. इसमें श्रीगंगानगर जिला अस्पताल के डॉक्टर गिरधारी लाल मेहरड़ा को सीएमएचओ और सीएमएचओ डॉ. नरेश बंसल को जिला अस्पताल के उप नियंत्रक पद पर लगाया था. जिसके बाद डॉक्टर गिरधारी लाल मेहरड़ा ने 13 जुलाई को सीएमएचओ का कार्यभार संभाला था. डॉ. बंसल ने स्थानांतरण आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की.

पढे़ं- अजमेर: हाइपो हीरो मेजर दलपत सिंह शेखावत के 101वें बलिदान दिवस पर निकाली गई रैली

जोधपुर हाईकोर्ट में सवा दो माह तक चली सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने 20 सितंबर को फैसला दे ही दिया. इसमें तत्कालीन सीएमएचओ डॉ. नरेश बंसल की याचिका को खारिज करते हुए मेहरड़ा को ही पद पर बने रहने का फैसला सुनाया गया है. जिसके बाद अब सीएमएचओ मेहरड़ा के स्वागत का दौर जारी है. वहीं लम्बे समय तक सीएमएचओ की कुर्सी पर रहे डॉक्टर नरेश बंसल का चेहरा मुरझाया हुआ है.

Intro:श्रीगंगानगर : चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महकमे में सीएमएचओ की कुर्सी के लिए छिड़ी जंग जोधपुर हाईकोर्ट के फैसले के बाद आखिरकार शांत हो गई। 2 माह से अधिक समय तक चली सुनवाई में तत्कालीन सीएमएचओ डॉक्टर नरेश बंसल की याचिका को हाईकोर्ट ने निरस्त करते हुए सीएमएचओ पद पर गिरधारी लाल मेहरडा की नियुक्ति पर अंतिम मुहर लगा दी।


Body:तत्कालीन सीएमएचओ डॉ नरेश बंसल की याचिका खारिज होने से उन्हें ना केवल मुंह की खानी पड़ी है बल्कि अपनी फजीहत करवाने के बाद सरकार के आदेश पर श्रीगंगानगर जिला अस्पताल में पीएमओ के अधीनस्थ पद पर ड्यूटी करने के लिए अपनी उपस्थिति दे दी है। डॉक्टर बंसल का सवा 2 महीने पहले राज्य सरकार ने स्थानांतरण श्रीगंगानगर के सीएमएचओ से जिला अस्पताल में उप नियंत्रक पद पर किया था। जिसके बाद डॉक्टर बंसल हाई कोर्ट से स्टे आर्डर लेकर राज्य सरकार के तबादला आदेश के खिलाफ सीएमएचओ के पद पर ज्वाइन किया था।

गौरतलब है कि राज्य सरकार ने 12 जुलाई को राज्य में डॉक्टर्स के स्थानांतरण किए थे,इसमें श्रीगंगानगर जिला अस्पताल के डॉक्टर गिरधारी लाल मेहरड़ा को सीएमएचओ और सीएमएचओ डॉ नरेश बंसल को जिला अस्पताल के उप नियंत्रक पद पर लगाया था। जिसके बाद डॉक्टर गिरधारी लाल मेहरड़ा ने 13 जुलाई को सीएमएचओ का कार्यभार संभाला था। इसके बाद डॉ बंसल ने स्थानांतरण आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की। जिस पर हाईकोर्ट के स्थगन आदेश के आधार पर डॉ नरेश बंसल ने हाईकोर्ट आदेश के नाम पर गुमराह करते हुए 20 जुलाई को सीएमएचओ पद पर फिर से ज्वाइन किया था। मगर अगले दिन डॉक्टर मेहरडा ने फिर सीएमएचओ के पद पर ज्वाइन कर लिया था। जोधपुर हाईकोर्ट में सवा दो माह तक चली सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने 20 सितंबर को दिए फैसले में तत्कालीन सीएमएचओ डॉ नरेश बंसल की याचिका को खारिज करते हुए डॉक्टर गिरधारी लाल मेहरड़ा को ही पद पर बने रहने का फैसला सुनाया। जिसके बाद अब सीएमएचओ मेहरड़ा के स्वागत का दौर जारी है,तो वही लम्बे समय तक सीएमएचओ की कुर्सी पर रहे डॉक्टर नरेश बंसल का चेहरा मुरझाया हुआ है।

बाइट : डॉक्टर गिरधारी लाल मेहरड़ा, सीएमएचओ


Conclusion:तत्कालीन सीएमएचओ बंसल की याचिका खारिज।
Last Updated : Sep 24, 2019, 10:42 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.