श्रीगंगानगर. नवरात्रि उत्सव के दौरान जहां बालिकाओं का पूजन किया जा रहा है. वहीं जिला मुख्यालय पर मेदांता हॉस्पिटल में एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है. जहां अस्पताल में भर्ती करवाई गयी महिला को जब प्रसव पीड़ा हुई तो वह वॉशरूम में चली गयी. लेकिन जब महिला वॉशरूम से काफी देर बाद तक बाहर नहीं आई और खून बिखर गया तो अस्पताल कर्मचारियों ने दरवाजा खुलवाया. इस पर नवजात बालिका का शव पड़ा हुआ था और उसके शरीर पर चोट के निशान थे. संदेह जताया जा रहा है कि नवजात की हत्या उसकी मां ने ही कर दी.
मामले में मेदांता के कर्मचारी की ओर से मुकदमा दर्ज करवाया गया है. पुलिस का कहना है कि हनुमानगढ़ जिले की मीनाक्षी नामक एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था. महिला परिवार के कई लोगों के साथ अस्पताल में आई थी. महिला ने कर्मचारियों को बताया कि वॉशरूम जाना चाहती है. वॉशरुम में अंदर जाकर उसने दरवाजा बंद कर लिया और आधा घंटा तक दरवाजा नहीं खोला. दरवाजा जब कर्मचारियों ने खुलवाया तो अंदर महिला के प्रसव हो चुका था और बालिका के शरीर पर चोट के निशान थे.
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इस कारण मामला गंभीर हो चुका था. तुरंत ही सदर पुलिस को सूचना दी गई और पुलिस ने बालिका को चेक करवाया तो वह मर चुकी थी. बालिका की मौत के मामले में उसकी मां की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है, जिस पर सदर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.