सूरतगढ़( श्रीगंगानगर). जिले की राजियासर थाना पुलिस ने बीरमाना ग्राम पंचायत के 2 डीडब्ल्यूएम गांव में बुधवार रात एक घर में दबिश देकर प्रतिबंधित 50 हजार नशीली गोलियां बरामद की और एक आरोपी आरएमपी डॉक्टर को गिरफ्तार किया. 40 साल के आरोपी आरएमपी डॉक्टर लालचंद को पुलिस ने कोर्ट में पेशकर पूछताछ के लिए 2 दिन के रिमांड पर लिया है.
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डीएसपी विद्याप्रकाश ने बताया कि एसपी राजन दुष्यंत के निर्देश पर जिले में नशी पदार्थों की तस्करी की गतिविधियों पर रोकथाम के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत कार्रवाई की जा रही है. साइबर सेल के कांस्टेबल पवन लिंबा की सूचना पर आरोपी आरएमपी डॉक्टर के घर दबिश दी गई, जहां से नशीली गोलियों का जखीरा मिला.
डीएसपी के मुताबिक सूचना पर राजियासर एसएचओ सुरेश कुमार ने जाब्ते सहित शाम साढ़े सात बजे आरोपी लालचंद के घर दबिश देकर 50 हजार नशीली गोलियां बरामद की. आरोपी आरएमपी डॉक्टर की 330 आरडी गांव में क्लीनिक है, वहां वो मरीजों को नशीली दवा बांटता था. पुलिस ने आरोपी के घर में बनी प्रतिबंधित नशीली गोलियां बरामद की है. आरोपी लंबे समय नशे के धंधे में लिप्त था. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में केस दर्ज कर सदर थाना एसएचओ पवन कुमार को मामले की जांच सौंपी है. वहीं, एसएचओ ने बताया कि आरोपी को कोर्ट में पेशकर पूछताछ के लिए 2 दिन का रिमांड लिया गया है.
लॉकडाउन में हुआ सक्रिय, युवा वर्ग को लगाई नशे की लत
डीएसपी ने बताया कि आरोपी लॉकडाउन के दौरान नशे का कारोबार अधिक करने लगा था. उसने नशीली गोलियों के प्रचार-प्रसार के लिए युवाओं की टीम बना रखी थी, जिसकी एवज में वो उनको नशीली गोलियां देता था. आरोपी ने लॉकडाउन में करीब 25-30 कार्टून नशीली गोलियां महंगे दामों में बेची दी. उसकी नशीली गोलियों की लत सबसे ज्यादा युवा वर्ग लगी है. आरोपी आरएमपी डॉक्टर लालचंद करीब 3 साल से प्रतिबंधित नशीली गोलियों का धंधा कर रहा था. कमाई का इतना लालच कि वो नशेड़ियों के घर तक नशीली गोलियां सप्लाई करने लगा था. नशीली गोलियों की खेप घर, खेत, नहर के आस-पास और रेतीली धोरों पर बनी झुग्गी-झोपड़ियों में छिपाकर रखता था. नशे का कारेाबार करने वाले आरएमपी डॉक्टर से गांव के लोग भी परेशान थे.
मरीजों को देता था नशीली गोलियां, अर्जुनसर से आती थी गोलियां
बताया जा रहा है कि आरोपी आरएमपी डॉक्टर इलाज के लिए आने वाले मरीजों को दर्द कम करने के लिए नशीली गोलियां देता था. मरीज को नशे की आदत पड़ने के बाद उसे 5 गुना महंगे दामों में गोलियां बेचता था. प्रारंभिक पूछताछ में उसने बताया कि गांव के युवा उसकी गोलियां बेचने में सहायता करते थे. 4-5 महीने में आरोपी इतना सक्रिय हुआ कि उसने मरीजों को लाखों नशीली गोलियां दवा के तौर पर दे दी. इससे मरीज नशीली गोलियों के आदी हो गए. जांच में सामने आया है कि उसे अर्जुनसर से नशीली गोलियां एक मेडिकल संचालक डिलीवरी करता था, जो अभी तक फरार है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.