श्रीगंगानगर. जिला अस्पताल में अधूरे सुरक्षा मानदंडों के साथ जिस कोरोना लैब का उद्घाटन किया गया था, उस अस्पताल में संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए अब एयर हैंडलिंग यूनिट और पास बॉक्स लगेगा. बता दें कि किसी दुर्घटना और संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए एएचयू और पास बॉक्स नहीं होने से संक्रमण का खतरा बना हुआ है.
जिला कलेक्टर ने लैब में एएचयू और पास बॉक्स लगाने के लिए नोटशीट सहित प्रस्ताव फाइल तलब कर कमेटी गठित की है. अब कमेटी एएचयू खरीद करके जल्दी ही लैब में लगाने के आदेश जारी करेगी. लैब में एएचयू और पास बॉक्स लगाने के प्रस्ताव भेजने की फाइल पर जिला कलेक्टर महावीर प्रसाद ने स्वीकृति जारी कर दी है, जिसके बाद एएचयू खरीद करने से संबंधित प्रक्रिया शुरू हो गई है.
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लैब प्रभारी माइक्रोबायोलॉजिस्ट के अनुसार सैंपल टेस्टिंग के लिए सामान उप्लब्ध हो गया था, लेकिन एएचयू खरीद नही होने से अभी भी सैंपलिंग जांच में रिस्क है. लैब के वेरिफिकेशन के लिए आईसीएमआर की ओर से अधिकृत होने के बाद जिला अस्पताल की लैब को स्वीकृति प्रदान कर दी गई है. अब इसमें लगी रियल टाइम पीसीआर मशीन को रजिस्टर्ड कर उसका रिकॉर्ड सॉफ्टवेयर कोड जारी करेगा, तब इसमें कोरोना जांच बिना किसी रिस्क के हो सकेगी.
एयर हैंडलिंग यूनिट की खरीद होने के बाद कोरोना जांच लैब में स्थापित की जाएगी, जिससे कोरोना वायरस हवा में फैलने व वायरस का लैब से बाहर आने का खतरा टल जाएगा. एयर हैंडलिंग यूनिट कोरोना जांच लैब में नहीं लगने से कोरोना सैंपलिंग कर रहे डॉक्टर्स ने वायरस का खतरा मंडराने की शिकायत की थी. जिसके बाद सीएमएचओ ऑफिस की तरफ से एयर हैंडलिंग यूनिट खरीदने का प्रस्ताव भेजकर बीकानेर मेडिकल कॉलेज से जल्द ही टेक्निकल टीम बुलाकर हैंडलिंग यूनिट स्थापित की जाएगी. करीब चार लाख की लागत से एयर हैंडलिंग यूनिट लगने के बाद कोरोना संक्रमण लैब से बाहर आने की आशंका खत्म हो जाएगी.वहीं एयर हैंडलिंग यूनिट से लैब में कार्य कर रहे स्टाफ भी खतरे से टल जाएंगे.